नगर निगम के साधारण सम्मिलन में लगे जिंदाबाद, मुर्दाबाद के नारे

नगर निगम के साधारण सम्मिलन में फिर मर्यादाएं तार तार हुईं। भाजपा और कांग्रेस के पार्षदों ने सारी हदें पार कर दी। रीवा विधायक और मुख्यमंंत्री के पहले भाजपा पार्षदों ने परिषद में जिंदाबाद के नारे लगाए। बाद में कांग्रेसियों ने मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए।

रीवा।
गुरुवार को नगर निगम का साधारण सम्मिलन बुलाया गया था। सम्मिलन में दो प्रस्तावों पर चर्चा किया जाना था। प्रस्ताव पर चर्चा तो बाद में हुई लेकिन कांग्रेस और भाजपा के पार्षद आपस में ही पिल पड़े। पहले भाजपा ने रीवा विधायक और मुख्यमंत्री के नाम का नारा लगाना शुरू कर दिया। बाद में उन्हीं का रास्ता कांग्रेस के पार्षदों ने भी अख्तियार कर लिया। कांग्रेस के पार्षदों ने विधायक और मुख्यमंत्री मुर्दाबाद का नारा लगाना शुरू कर दिए। मामला बिगड़ा तो अध्यक्ष ने कुर्सी छोड़ दी और अपने चेम्बर में चले गए। बाद में फिर लौटे तो प्रस्ताव पर चर्चा हुई।
दोनों प्रस्ताव हुए पास
परिषद् की बैठक में जनहित में एमआईसी के निर्णय पर लाए गए प्रस्ताव क्र.1 अंत्येष्टी सहायता के लिए राशि 2000/- रूपये एवं 3 क्विंटल लकड़ी प्रदाय का प्रस्ताव रखा गया। इस पर महापौर ने अंत्येष्टी राशि को 5 हजार रुपए और लकड़ी 4 क्क्विंटल किए जाने की मांग रखे। इसे स्वीकार करते हुए सर्वसम्मति से स्वीकृति प्रदान कर दी गई। दूसरा प्रस्ताव पथ विक्रेता/हाथ ठेला/फेरी वाले/रेहड़ी वाले हितग्राहियों से ठेकेदारों के माध्यम से की जाने वाली बाजार बैठकी/तहबाजारी शुल्क वसूली प्रथा को समाप्त किया जाना था।  बहुमत से वार्षिक निर्धारित राशि रूपये 1000 में रूपये 200 की छूट अद्र्धवार्षिक रूपये 500 में रूपये 100 की छूट तथा त्रैमासिक रूपये 250 में रूपये 50 की छूट दिए जाने एवं ट्रैक्टर को शुल्क वसूली से मुक्त करने के संशोधन के साथ एमआईसी की अनुशंसानुसार प्रस्ताव की स्वीकृति प्रदान की गई।