लोकसभा चुनाव में में अब तक 10 मैदान में उतरे, जर्नादन ने निर्दलीय भरा नामांकन!

लोकसभा चुनाव में जनार्दन मिश्रा ने निर्दलीय नामंाकन पत्र दाखिल किया है। यदि आप भाजपा प्रत्याशी के बारे में सोच रहे हैं, तो यहीं पर ठहर जाहिए। यह वह नहीं है। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जनार्दन मिश्रा नाम के अभ्यर्थी ने नामांकन पत्र कलेक्ट्रेट पहुंचकर दाखिल किया है। इनका नाम जरूर भाजपा प्रत्याशी के समान है लेकिन व्यक्तियों में अंतर है।

लोकसभा चुनाव में में अब तक 10 मैदान में उतरे, जर्नादन ने निर्दलीय  भरा नामांकन!

आज नामांकन का अंतिम दिन, कांग्रेस प्रत्याशी भरेंगी फार्म
रीवा। लोकसभा चुनाव में नामांकन भरने का आज अंतिम दिन है। बुधवार तक नामांकन भरने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 10 पहुंच गई है। अंतिम दिन कांग्रेस प्रत्याशी भी नामांकन फार्म भरेंगी। अंतिम दिन जरूर नामांकन पत्र दाखिल करने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
लोकसभा निर्वाचन 2024 के लिए रीवा संसदीय क्षेत्र से नामांकन का आज आखिरी दिन है। आज चार अप्रैल को दोपहर बाद 3 बजे तक नामांकन दाखिल किया जायेगा। वहीं नामांकन दाखिले के चौथे दिन 3 अप्रैल को 6 अभ्यर्थियों ने अपने नामांकन प्रस्तुत किये। बुधवार को जिन अभ्यर्थियों ने नामांकन भरा उनमें अरूण तिवारी ने निर्दलीय, प्रसन्नजीत सिंह ने निर्दलीय, देवेन्द्र सिंह ने सपाक्स पार्टी, रामकुमार सोनी ने निर्दलीय, जनार्दन मिश्रा ने निर्दलीय तथा रोशनलाल कोल ने निर्दलीय अभ्यर्थी के तौर पर अपने नाम निर्देशन पत्र रिटर्निंग अधिकारी प्रतिभा पाल के समक्ष प्रस्तुत किये। अब तक कुल 10 उम्मीदवारों द्वारा नामांकन पत्र दाखिल किये जा चुके हैं।
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इंजीनियर देवेन्द्र भी मैदान में उतरे, लड़ेंगे चुनाव
बुधवार को सपाक्स पार्टी से इं. देवेंद्र सिंह ने नामांकन पत्र दाखिल किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष वीणा घाणेकर सेवा निवृत्त आईएएस के साथ में प्रदेश अध्यक्ष सुरेश शुक्ला, इंजी. संजय सिंह, हिमान्शु शुक्ला, गेंदाकली पाठक, किरण शुक्ला, श्याम नारायण शर्मा, वरूण सोनी एवं रीवा सपाक्स पार्टी पदाधिकारी कार्यकर्ता आमजन उपस्थिति रहे। इस अवसर पर सपाक्स के उम्मीदवार देवेंद्र सिंह ने कहा कि वह लोकसभा रीवा से पृथक विन्ध्य प्रदेश पुनरोदय, आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को नौकरी व रोजगार उपलब्ध हो, आरक्षण का लाभ सभी गरीब निर्धन परिवार को दिये जाने, एक देश एक कानून बने, एट्रोसिटी एक्ट को खत्म करने, पदोन्नति में आरक्षण समाप्त हो, जनसंख्या नियंत्रण कानून बने, पुरानी पेंशन बहाली हो, किसान के हर उपज का लागत के संदर्भ में समर्थन मूल्य घोषित करने के साथ ही अन्य मुद्दों के साथ जनता के बीच जाकर जायेंगे। ---------------------