छात्रों ने खोली सरकारी स्कूल की पोल, शिकायत में कहा परीक्षा में नकल कराने लिए गए थे रुपए, सीईओ के निर्देश पर बैठी जांच

निपनिया संकुल अंतर्गत आने वाले हाई स्कूल तमरा के छात्रों और अभिभावकों की शिकायत नेे हड़कंप मचा दिया है। छात्रों ने शिक्षकों पर परीक्षा में पास कराए जाने के लिए रुपए वसूलने का आरोप लगाया है। स्कूल में खुलेआम नकल कराकर पास कराने का भी आरोप लगाया है। इसकी लिखित शिकायत सीईओ से की गई। सीईओ के निर्देश पर बीईओ ने 3 प्राचार्यों की जांच कमेटी बना दी है। कमेटी सभी बिंदुओं पर जांच करेगी।

छात्रों ने खोली सरकारी स्कूल की पोल, शिकायत में कहा परीक्षा में नकल कराने लिए गए थे रुपए, सीईओ के निर्देश पर बैठी जांच
File photo

तमरा हाई स्कूल के छात्रों और अभिभावकों ने सीईओ से की शिकायत
प्रभारी प्राचार्य और अतिथि शिक्षक पर लगाए गंभीर आरोप
तीन सदस्यीय प्राचार्यों की टीम करेगी पूरे मामले की जांच
रीवा।छात्रों और परिजनों ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रीवा से एक लिखित शिकायत की है। शिकायत में कहा है कि हाई स्कूल तमरा में प्राचार्य रेग्युलर स्कूल नहीं आते। शिक्षक कीर्ति वर्मा को प्रभारी बना दिया गया है। वहीं गणित के दूसरे शिक्षक कभी स्कूल आए ही नहीं। कक्षा 10वीं में निपनिया में नकल कराई जाती थी। साथ ही कक्षा 8वीं में तमरा में बोर्ड पर लिख दिया जाता है। जिस विषय में नकल नहीं हुई। उसमें छात्र फेल हो गए। छात्रों ने शिकायत में कहा है कि कक्षा 9वीं में पसा काने के लिए कीर्ति वर्मा और अतिथि शिक्षक शर्मा ने 1 हजार रुपए प्रति छात्र लिए थे। जहां कापी गई थी। वहां जाकर छात्रों को पास कराए हैं। जिन छात्रों ने रुपए नहीं दिए। वह फेल हो गए। स्कूल में जातिवाद फैलाने का भी आरोप प्रभारी प्राचार्य और अतिथि शिक्षक पर लगाया गया है। छात्रों ने शिकायत में कहा है कि कक्षा 10वीं के छात्रों को नियमित करने के लिए भी प्रभारी प्राचार्य ने 1 हजार रुपए लिए थे। रुपए नहीं देने पर प्राइवेट करने की धमकी दी गई थी। जिन्होंने रुपए नहीं दिए उन्हें प्राइवेट कर दिया गया। 5 बिंदुओं की शिकायत की गई है। शिकायत के बाद मामले में सीईओ के निर्देश पर जांच बैठा दी गई है।
इनके नाम से भी की गई वसूली
छात्रों ने शिकायत में कहा कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के छात्रों की छात्रवृत्ति के आवेदन को आनलाइन करना था। इसके लिए शाला के प्रभारी प्राचार्य ने अतिथि शिक्षक से प्रत्येक छात्र संख्या के हिसाब से 500 रुपए की वसूली की थी। रुपए लेने के बाद भी छात्रों को छात्रवृत्ति नहीं मिली। इसक अलावा कक्षा 10 वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल ऐसे छात्र जिनके पास अजा, अजजा का जाति प्रमाण पत्र एवं आय प्रमाण पत्र हो, संबल कार्डधारी हो। उन्हें परीक्षा छूट मिलती है। इन छात्रों ने दस्तावेज भी प्रभारी के पास जमा किया था। इन छात्रों की फीस नहीं लगी थी। इसके बाद भी इन छात्रों की फीस वापस नहीं की गई।
सीईओ के निर्देश पर बीईओ ने बनाई जांच कमेटी
छात्रो और परिजनों की शिकायत से हड़कंप मच गया है। सीईओ ने मामले की जांच कराने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी को दिए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच कराकर प्रतिवेदन मांगा गया है। सीईओ के निर्देश पर डीईओ ने बीईओ को निर्देश किया है। बीईओ ने बदरांव स्कूल प्राचार्य आरके जैन, भोलगढ़ हाई स्कूल प्राचार्य वीरेन्द्र कुमार शुक्ला, निपनिया स्कूल प्राचार्य अनिरुद्ध प्रसाद साकेत की जांच टीम बना दी है। तीन दिन में जांच रिपोर्ट मांगी गई है। हालांकि बीईओ की जांच टीम में निपनिया प्राचार्य को शामिल करना। जांच रिपोर्ट को भी प्रभावित कर सकता है। तमरा स्कूल निपनिया संकुल में ही आता है।