सुपर और एसजीएमएच में सुविधाओं का लगने वाला है डबल तड़का, करोड़ों की दो नई मशीनें होने वाली हैं इंस्टाल
सुपर स्पेशलिटी और संजय गांधी अस्पताल में सुविधाओं का डबल तड़का लगने वाला है। मरीजों को बड़ी राहत देने की तैयारी है। दो बड़ी और महंगी मशीनें लगने जा रही हैं। एक मशीन आ चुकी है और दूसरे की नाप जोख शुरू हो गई है। यह दोनों मशीनें मरीजों की जांच और बीमारियों की तलाश को काफी आसान कर देंगी। अभी इन्हीं जांचों के लिए मरीजों को महंगी कीमत चुकानी पड़ती थी। अब सस्ती दर पर आसानी से जांच हो जाएगी।

एमआरआई की मशीनें के आधे पार्ट पहुंच गए, इंस्टालेशन की प्रक्रिया हुई शुरू
एसजीएमएच में सीटी स्केन मशीन लगेगी, नापजोख शुरू, कंपनी को आर्डर भी हो गया
रीवा। मेडिकल हब की दिशा में रीवा में हर संभव सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। रीवा के संजय गांधी अस्पताल और सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में आने वाले समय में कोई ऐसी मशीन शेष नहीं रह जाएगी जिसकी कमी से जांच प्रभावित होगी। या फिर मरीजों को इनकी कमी के कारण बाहर जांच कराने जाना पड़ेगा। संजय गांधी अस्पताल में सीटी स्केन मशीन के स्थापना की अड़चने दूर हो गई है। अभी तक संजय गांधी अस्पताल में सीटी स्केन मशीन नहीं थी। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में सीटी स्केन मशीन थी लेकिन एमआरआई नहीं थी। अब दोनों ही जगहों की मशीन वाली समस्या खत्म होने जा रही है। आउटसोर्स कंपनी के भरोसे चल रहे मरीजों को अब राहत मिलेगी। उन्हें महंगी दरों पर जांच से गुजरना नहीं पड़ेगा।
8 करोड़ की लागत से लग रही सीटी स्केन मशीन
संजय गांधी अस्पताल में जल्द ही सीटी स्कैन मशीन इंस्टाल की जाएगी। मशीन की खरीदी की स्वीकृति भोपाल से पहले ही मिल गई थी। 8 करोड़ स्वीकृत किया गया था। इस राशि का भुगतान पीजी सीट उन्नयन मद से किया गया है। स्वीकृति मिलने के बाद श्याम शाह मेडिकल कॉलेज डीन कार्यालय से मुम्बई की कंपनी को आनलाइन आर्डर भी कर दिया गया है। 7 करोड़ 99 लाख से सीटी स्केन मशीन आ रही है। मुम्बई की अर्बल्स इंजीनियरिंग मशीन की सप्लाई कर रही है। यह मशीन एक्वालियन प्राइम एसपी/टीएसएस 3038मॉडल है और कैनन कंपनी की है। आर्डर के बाद मशीन को इंस्टाल करने की भी तैयारियां शुरू हो गई हैं। रेडियोलॉजी हाल में ही इसे भी इंस्टाल किया जाएगा।
पुरानी सीटी स्कैन की जगह होगी स्थापित
संजय गांधी अस्पताल के रेडियोलॉजी विभाग में कई साल पहले एक सीटी स्कैन मशीन स्थापित की गई थी। सोनोग्राफी जांच सेंटर के बगल में और एचओडी आफिस के सामने पुरानी सीटी स्कैन मशीन स्थापित है। यह कई सालों से उपयोग में नहीं आई। यह मशीन स्थापित होने के एक साल तक ही चली। इसके बाद यह ठप पड़ गई थी। इसी जगह पर नई सीटी स्कैन मशीन स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पुरानी मशीन को हटाकर नई मशीन लगाई जाएगी। नापजोख का काम पूरा हो गया है।
8 करोड़ की लागत से एमआरआई मशीन पहुंची
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में एमआरआई मशीन लगाई जा रही है। सीटी स्केन के पास ही इसके इंस्टालेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कंपनी के इंजीनियर भी पहुंच गए हैं। कक्ष और बेस बनाने का काम जारी है। एमआरआई के कुछ पार्ट पहुंच भी गए हंै। कुछ हिस्सा शेष है। जल्द ही वह भी पहुंच जाएगा। सूत्रों की मानें तो अप्रैल तक इस मशीन को इंस्टाल करने के साथ ही इसका शुभारंभ भी कर दिया जाएगा।