सुपर स्पेशलिटी ने दी देश में रीवा को पहचान, किडनी ट्रांसप्लांट कर बना दिया नया इतिहास
वर्ष 2024 रीवा की जनता की सेहत के लिए खास रहा। मेडिकल हब की दिशा में रीवा में बड़े बड़े काम हुए। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में दिल के आपरेशन से शुरु हुआ सिलसिला अब थमने वाला नहीं है। इस साल रीवा के डॉक्टरों ने देशभर में डंका बजा दिया। चार किडनी ट्रांसप्लांट कर कई बड़े शहरों को इस दौड़ में पीछे छोड़ दिया। अब अंग प्रत्यारोपण के मामले में भी रीवा का नाम हो रहा है। आने वाले समय में कई और भी बड़े आपरेशन करने की तैयारी है।
रीवा। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने स्वस्थ रीवा समृद्ध रीवा के नारे को चरितार्थ करने के लिए लगातार प्रयास किये हैं। इस क्रम में कई नामीग्रामी बड़े अस्पतालों के सहयोग से जिला और विकासखण्ड स्तर पर शिविर लगाकर गंभीर रोग से पीडि़तों की जांच कराई गयी। गंभीर रोगियों को नि:शुल्क उपचार सुविधा दी गयी। उप मुख्यमंत्री की विशेष पहल से विन्ध्य क्षेत्र को सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की सौगात मिली है। इसने भी स्वस्थ्य रीवा और समृद्ध रीवा के सपने को साकार करने में सराहनीय योगदान दिया है। वर्ष 2024 में सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में किडनी ट्रांसप्लांट के चार सफल ऑपरेशन किये गये। ऑपरेशन के बाद सभी मरीज पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं।
एक ही दिन में 17 एंजियोप्लास्टी करने का बनाया रिकार्ड
सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का हृदय रोग विभाग हृदय के जटिल ऑपरेशन सफलतापूर्वक करके विन्ध्य क्षेत्र का नाम रोशन कर रहा है। हृदय रोग विशेष डॉ. एसके त्रिपाठी तथा अन्य डॉक्टरों एवं उपचारकर्मियों की टीम ने कई जटिलतम एनजीयो प्लास्टिक ऑपरेशन किये। इसमें लेफ्टमैन, वाईफर्केशन, एनजीयो प्लास्टिक, सी.टी.ओ. एनजीयो प्लास्टिक तथा रेस्क्यू एनजीयो प्लास्टिक जैसे जटिल ऑपरेशन सफलतापूर्वक किये गये। सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल एक ही दिन में 17 एंजियों प्लास्टी के ऑपरेशन करने वाला प्रदेश का पहला शासकीय अस्पताल बना। ठण्ड का प्रकोप बढऩे के साथ हृदय रोग पीडि़तों की संख्या में भी वृद्धि हो रही है। इन सभी को उचित उपचार सुविधा दी जा रही है। हृदय रोगियों के उपचार के लिए उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल के विशेष प्रयासों से सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल को एक अतिरिक्त कैथलैब मशीन प्राप्त हो गयी है। इससे हृदय रोगियों के उपचार में तेजी आयी है। सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में उपचार सुविधाओं को बेहतर करने के लिए डीन डॉ. सुनील अग्रवाल तथा हॉस्पिटल के अध्यक्ष डॉ. अक्षय श्रीवास्तव द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं।
अल्कोहाल से कर दिया दिल स्वस्थ्य
कार्डियोलॉजिस्ट डॉ वीडी त्रिपाठी को सुपर स्पेशलिटी को मिली पहचान के बीच नजर अंदाज नहीं कर सकते। डॉ वीडी त्रिपाठी के कारण ही सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग की शुरुआत हुई। डॉ वीडी त्रिपाठी ने मरीजों को जोडऩे का काम किया। उनका सरल स्वभाग और हर समय मरीज के लिए अस्पताल में खड़े रहने का जज्बा ही मरीजों को सुपर स्पेशलिटी पर भरोसा बढ़ाने का कारण बना। इतना ही नहंी उन्होंने ऐसे ऐसे आपरेशन किए जिनकी चर्चा पूरे प्रदेश और देश में है। अल्कोहाल को दिल में पहुंचा कर मरीजों को स्वस्थ्य करने का कारनामा भी इन्हीें के हाथों हैं। अब इनकी निगरानी में ही कई कोर्स भी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में शुरू होने जा रहे हैं।