टीआई का कारनामा, शराब तस्कर से की सांठगांठ और लौटा दी पकड़ी गई 22 पेटी शराब
पनवार थाना प्रभारी मुश्किल में फंस गए हैं। उनकी क्षेत्र के पैकार और तस्कर से सांठगांठ की बात सामने आई है। मतदान के एक दिन पहले ही एक पैकार से शराब की बड़ी खेप पकड़ी थी। फिर सांठगांठ कर पांच दिन बाद उसे वापस लौटा दी। यह पूरा कांड सीसीटीवी में कैद हो गया है। शिकायत के बाद एसपी ने जांच बैठा दी है। एसडीओपी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। हद तो यह है कि इस थाना में पदस्थ एक प्रधान आरक्षक ने उनकी करतूत का वीडियो बनाया तो उसका मोबाइल ही तोड़ दिया।
आरक्षक ने हरकत का बनाया वीडियो तो मोबाइल ही तोड़ दिया
रीवा। बताया गया है कि पनवार थाना प्रभारी आरएस बागरी ने 16 नवंबर की देर रात एक वाहन में लोड अंग्रेजी व देशी शराब की अवैध खेप को जब्त किया था। वाहन में करीब 42 पेटी शराब लोड थी। इसमें से करीब 20 पेटी की जब्ती दिखाई गई थी, जबकि अंग्रेजी शराब की 22 पेटियों को उन्होंने दबा दिया था। सूत्रों ने बताया कि बाकी की शराब की पेटियां थाना प्रभारी ने अपने कमरे में रखवा लिया था। पांच दिन बाद ठेकेदार से सांठगांठ कर शराब की खेप को सोमवार की रात करीब 10 बजे अपने कमरे से बाहर निकलवाया और वाहन में लोड कर रामबाग शराब दुकान भेज दिया। थाना प्रभारी की इस करतूत का वीडियो थाना में पदस्थ एक प्रधान आरक्षक ने बना लिया था। इतना ही नहीं वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना भी दे दी। जिसकी जानकारी होने पर थाना प्रभारी आरएस बागरी और उनका सहयोगी आरक्षक केके आवेश में आ गया और प्रधान आरक्षक से गाली-गलौच करते हुये मोबाइल छीन कर तोड़ दिया।
इन्हें मिली है मामले की जांच की जिम्मेदारी
थाना प्रभारी के कारनामें की भनक लगते ही जानकारी डीआईजी मिथलेश शुक्ला व एसपी विवेक सिंह को हुई तो उन्होंने सत्यता परखने के लिये एसडीओपी डभौरा रूपेन्द्र धुर्वे को पनवार थाना भेजा। देर रात करीब 12 बजे एसडीओपी थाना पहुंचे भी, लेकिन तब तक शराब की खेप टीआई के कमरे से रवाना हो चुकी थी। एसपी ने एसडीओपी को मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है।
सीसीटीव्ही कैमरे में कैद है घटना
शराब की खेप थाना तक लाने और टीआई के कमरे में उतरवाने का सीसीटीव्ही फुटेज थाना परिसर में लगे कैमरे में कैद है। इसके अलावा सोमवार की रात जब शराब की खेप को रवाना किया गया, वह भी सीसीटीव्ही फुटेज में है। लिहाजा अब जांच अधिकारी पूरे फुटेज को कलेक्ट कर रहे हैं, जिसके आधार पर आगे की जांच की जायेगी।
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मेरे संज्ञान में मामला आया है। एसडीओपी डभौरा को जांच सौंप दी गई है। जांच रिपोर्ट में जो तथ्य सामने आयेंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जायेगी। दोषी पाये जाने पर बख्शा नहीं जायेगा।
विवेक सिंह, एसपी रीवा