आतंकी हमला: सेवा के कैप्टन यहित 4 जवान शहीद, मां ने कहा बलिदान पर गर्व है
जम्मू कश्मीर में फिर आतंकी हमला हुआ है। आतंकियों ने सेवा पर सर्चिंग के दौरान हमला किया। कुल पांच की जान गई। वहीं 5 जवान गंभीर रूप से घायल हुए। घना जंगल होने के कारण आतंकी फायरिंग कर भाग निकले।
5 जवान भी हुए घायल, अंधेरे का फायदा उठा कर की फायरिंग
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में डोडा जिले के डेसा में आतंकियों की फायरिंग में सेना के कैप्टन समेत 4 जवान शहीद हो गए। एक पुलिसकर्मी की भी मौत हुई है। यानी कुल 5 लोगों की जान गई है। राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस यहां सोमवार से ही सर्च ऑपरेशन चला रही थी। सर्चिंग के दौरान आतंकी फायरिंग करते हुए भागे। घना जंगल होने की वजह से वे बच निकले। सोमवार रात 9 बजे के आसपास फिर गोलीबारी हुई, जिसमें 5 जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। इन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। शहीद हुए राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों में कैप्टन बृजेश थापा पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग के और सिपाही बृजेंद्र, सिपाही अजय राजस्थान के झुंझुनूं के रहने वाले थे। वहीं नायक डी. राजेश जम्मू कश्मीर के सिपाही थे।
मां ने कहा सीमा पर हम बेटों नहीं भेजेेंगे तो देश के लिए कौन लड़ेगा
कैप्टन बृजेश थापा (27) का जन्म 15 जनवरी को आर्मी डे के दिन हुआ था। उनकी मां नीलिमा ने बताया कि आखिरी बार 14 जुलाई को बेटे से बात हुई थी। उन्होंने कहा कि मुझे अपने बेटे के बलिदान पर गर्व है। अगर हम अपने बेटे को सीमा पर नहीं भेजेंगे तो देश के लिए कौन लड़ेगा। कैप्टन बृजेश के पिता कर्नल भुवनेश थापा (सेवानिवृत्त) बोले- जब मुझे बताया गया कि वह अब नहीं रहा तो मुझे यकीन ही नहीं हुआ। वह मेरी सेना की ड्रेस पहनकर घूमता था। इंजीनियरिंग करने के बाद भी वह सेना में जाना चाहता था। उसने एक बार में ही परीक्षा पास कर ली और सेना में भर्ती हो गया। मुझे गर्व है कि मेरे बेटे ने देश और देश की सुरक्षा के लिए कुछ किया है। दुख की बात यह है कि हम उससे दोबारा नहीं मिल पाएंगे।
सिपाही अजय सिंह दो दिन बाद छुट्टी पर जाने वाले थे
सिपाही अजय सिंह नरूका (26) की पार्थिव देह बुधवार सुबह 9.15 बजे सिंघाना से भैसावता कलां (झुंझुनूं) पहुंचेगी। अजय के पिता कमल सिंह नरूका भी सेना में हवलदार रह चुके हैं। शहीद अजय सिंह नरूका की शादी 21 नवंबर 2021 को शालू कंवर (24) से हुई थी। परिजनों ने बताया कि अजय सिंह दो महीने पहले छुट्टी पर घर आए थे। इसके बाद ड्यूटी पर वापस लौट गए थे। दो दिन बाद 18 जुलाई को छुट्टी लेकर गांव आने वाले थे। इससे पहले मुठभेड़ में शहीद हो गए।
बिजेन्द्र सिंह की 2019 में हुई थी शादी
बिजेंद्र सिंह 2018 में आर्मी में भर्ती हुए थे। 2019 में उनकी शादी अंकिता के साथ हुई थी। बिजेंद्र सिंह फरवरी में एक महीने की छुट्टी पर अपने घर आए थे। पांच दिन पहले घर आने वाले थे, लेकिन आतंकी घटनाओं के चलते छुट्टी कैंसिल हो गई थी। सेना के अधिकारियों का कॉल दशरथ सिंह के पास आया था। इसके बाद उनको बिजेंद्र के शहीद होने की जानकारी हुई। शहीद सिपाही नायक डी राजेश जम्मू कश्मीर के सिपाही थे और एनकाउंटर के समय सेना के जवानों के साथ तैनात थे।
आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली हमले की जिम्मेदारी
हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े कश्मीर टाइगर्स ने ली है। संगठन ने दावा किया है कि उनके हमले में आर्मी के कैप्टन समेत 12 जवान मारे गए हैं, जबकि 6 घायल हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा आतंकवाद विरोधी अभियान में हमारे बहादुर और साहसी भारतीय सेना के जवानों की मौत से गहरा दुख हुआ। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। राष्ट्र मजबूती से उनके साथ खड़ा है। राजनाथ सिंह ने आर्मी चीफ से मुठभेड़ की जानकारी ली है। जम्मू डिवीजन के डोडा में 34 दिन में यह पांचवां एनकाउंटर है।
राहुल गांधी ने कहा शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शोक संतप्त परिजनों को गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। भाजपा की गलत नीतियों का खामियाजा हमारे जवान और उनके परिवार भुगत रहे हैं। हर देशभक्त भारतीय की यह मांग है कि सरकार बार-बार हो रही सुरक्षा चूकों की पूरी जवाबदेही ले कर देश और जवानों के गुनहगारों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे।