प्रदूषण फैलाने वाले क्रेशर प्लांट की जांच करने पहुंची थी भोपाल कीटीम तभी हुआ कुछ ऐसा की मच गया हंगामा

एनजीटी के निर्देश पर बुधवार को उच्च स्तरीय जांच टीम रीवा पहुंची। याचिकाकर्ता की मौजूदगी में 13 स्टोन क्रेशर का निरीक्षण किया गया। इस दौरान स्थानीय अधिकारी भी मौजूद रहे। गुरुवार को टीम सतना में संचालित स्टोन क्रेशर की जांच करेगी। निरीक्षण के दौरान संचालकों ने घेरा बंदी कर दी थी। कार्रवाई प्रभावित करने में लगे थे। याचिकाकर्ता पर भी मामला वापस लेने का दबाव बनाते रहे।

प्रदूषण फैलाने वाले क्रेशर प्लांट की जांच करने पहुंची थी भोपाल कीटीम तभी हुआ कुछ ऐसा की मच गया हंगामा

एनजीटी के निर्देश पर टीम पहुंची है रीवा
गुरुवार को सतना के क्रेशर की करेगी जांच
रीवा।ज्ञात हो कि अधिवक्ता अतुल जैन और बीके माला ने एनजीटी में स्टोन क्रेशर से होने वाले प्रदूषण को लेकर एनजीटी में एक याचिका दायर की थी। इसी याचिका की सुनवाई करते हुए एनजीटी ने एक उच्च स्तरीय टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए थे। एनजीटी के निर्देश पर एक टीम भोपाल से बुधवार को रीवा पहुंची। टीम में प्रमुख रूप से सेंट्रल प्रदूषण विभाग से सुनील कुमार मीणा, सिया कमेटी से जय प्रकाश शुक्ला, रीवा प्रदूषण विभाग से डीएस बाल्मीकी, क्षेत्रीय संचालक खनिज एमएम पाण्डेय, जिला  खनिज अधिकारी दीप माला तिवारी, तहसीलदार शिवशंकर शुक्ला, सब इंस्पेक्टर अंकिता मिश्रा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। साथ में याचिकाकर्ता अधिवक्ता बीके माला भी मौजूद रहे। टीम ने सभी 13 स्टोन क्रेशर की जांच की। यह रिपोर्ट एनजीटी को सौंपी जाएगी।
इन स्टोन क्रेशर का किया गया निरीक्षण
जांच टीम ने महादेव स्टोन क्रेशर, त्रिमूर्ति स्टोन क्रेशर, शारदा स्टोन क्रेशर, आरुष इंटरप्राइजेज स्टोन क्रेशर, नारायण स्टोन क्रेशर, वृंदावन स्टोन क्रेशर, एमआर स्टोन क्रेशर, सहारा स्टोन क्रेशर, बह्म शक्ति स्टोन क्रेशर, शारदा स्टोन क्रेशर, राम प्रेम स्टोन क्रेशर, सहारा स्टोन क्रेशर न्यू, न्यू सहारा स्टोन क्रेशर की जांच की। पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए मौके पर क्या इंतजाम किए गए हैं। इसकी जांच की गई। इसके अलावा तीन स्टेान क्रेशर निरीक्षण में बंद पाए गए। इसमें शारदा स्टोन क्रेशर, सहारा स्टोन क्रेशर, न्यू सहारा स्टोन क्रेशर शामिल थे।
याचिकाकर्ता पर दबाव बनाने की कोशिश
निरीक्षण के दौरान जांच दल जब मौके पर पहुंचा तो सभी संचालक एक जुट होगए थे। सभी टीम के साथ ही चल रहे थे। टीम के सदस्य बार बार सभी संचालकों को निर्देशित कर रहे थे कि जिनके क्रेशर का निरीक्षण हो वही साथ रहे लेकिन वह नहीं मानें। इतना ही नहीं याचिकाकर्ता पर भी जांच प्रभावित करने का दबाव बनाते रहे।
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उच्च स्तरीय जांच कमेटी बेला, बैजनाथ, भोलगढ़ में संचालित 13 स्टोन क्रेशर का निरीक्षण करने गई थी। मौके पर संचालक एक साथ पहुंच गए थे। जांच प्रभावित करने के लिए दबाव भी बनाया जा रहा था।
अधिवक्ता बीके माला
याचिकाकर्ता