प्यासा था चीतल, जंगल से बस्ती तक पहुंचा और नहर में लगा दी छलांग
बुधवार को प्यासा चीतल भटकता हुआ टीकर बस्ती पहुंच गया। कहीं पानी नहीं मिला तो चीतल ने नहर में छलांग लगा दी। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू किया गया। फिर स्वास्थ्य परीक्षण के बाद चीतल को जंगल में छोड़ दिया गया।
रीवा। आप को बता दें कि भीषण गर्मी के कारण नदी नाले सूख गए हैं। जंगल के जल स्रोत भी सूख गए हैं। वन विभाग समय रहते वन्यजीवों के पेयजल की व्यस्था नहीं कर पाया। यही वजह है कि अब वन्यजीव गांव की तरफ भाग रहे हैं। बुधवार को एक चीतल पानी की तलाश में भटक कर टीकर सर्किल अंतर्गत ग्रामीण बस्ती में पहुंच गया और नहर में छलांग लगा दी। जब इसकी जानकारी वन विभाग को हुई तो वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। वन विभाग की टीम ने गांव के लोगों की मदद से नहर में डूबे चीतल का रेस्क्यू कराया। इसके बाद उसका स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। वन विभाग की गाड़ी में चीतल को चौकी टीकर ले जाया गया। स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद उसे स्वस्थ्य हाल में पूर्वी मड़वा बीट आरएफ 20 के आसपास लगे जंगल में छोड़ दिया गया। बुधवार को वन परिक्षेत्र रीवा के सर्किल टीकर अंतर्गत ग्रामीण बस्ती मे जंगल से भटक कर एक वन्य प्राणी चीतल नर भटककर ग्रामीण बस्तियों में बार-बार आ रहा था। इसे तत्काल ही सर्किल टीकर के वनकर्मचारी एवं चौकीदारों एवं ग्रामीणों के सहयोग से जंगल क्षेत्र में खदेडऩे का बार-बार प्रयास किया जा रहा था, परंतु चीतल भटक कर बाणसागर टोंस हाइडल नहर के पानी में कूद पड़ा। जिसे तत्काल ही ग्रामीण तैराकों, सुरक्षा श्रमिक वन कर्मचारियों के सहयोग से रेस्क्यू कार्य कर बाहर निकाला गया। इसे शासकीय वाहन से जंगल चौकी टीकर में लाकर प्राथमिक उपचार किया। स्वस्थ्य होने पर चीतल को सुरक्षा की दृष्टि से बीट पूर्वी मड़वा बीट आरएफ 20 में लगे आसपास स्थित जल स्रोतों के नजदीक सुरक्षित जंगल में विचरण के लिए छोड़ा गया।