रेलवे परिसर का महाप्रबंधक कर रही थी निरीक्षण तभी आरपीएफ ने डंड लेकर इनको दौड़ाया, मचा हड़कंप

पश्चिम मध्य रेलवे, मुख्यालय जबलपुर की महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय गुरुवार को रीवा दौरे पर रहीं। चर्चा में महाप्रबंधक ने कहा कि सतना के कैमा स्टेशन में शीघ्र यात्री सुविधाओं का विस्तार दिया जायेगा। इस बाबत वहां निर्माण कार्य निरंतर जारी है। ताकि उसका उपयोग रीवा से जाने वाली यात्री ट्रेन के ठहराव में किया जा सके। इसके अलावा, रेललाइन दोहरीकरण के कार्य को भी समय पर पूर्ण कराने का आश्वासन उन्होंने दिया। इस दौरान तब हड़कंप मच गया जब रेलवे प्लेटफार्म के इंडिंग में जीएम निरीक्षण कर रही थी और तभी आटो वाले सवारी भरने पहुंच गए। आरपीएफ को डंडा लेकर दौड़ाना पड़ा।

दोपहर 1 बजे रीवा पहुंची जीएम फिर दो घंटे तक चला निरीक्षण
रीवा। महाप्रबंधक श्रीमती बंदोपाध्याय दोपहर 1 बजे अपने स्पेशल निरीक्षण यान से रीवा स्टेशन पहुँची। स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक 1 पर उतरते ही उन्होंने स्थानीय अधिकारियों से मुलाकात की। फिर रेलवे स्टेशन का ले-आउट मैप देखा। तदुपरांत रेलवे स्टेशन में अमृत भारत योजना के तहत चल रहे निर्माण कार्यों का जायजा लिया। स्टेशन के नए पार्किंग क्षेत्र से लेकर सामने की तरफ सर्कुलेटिंग क्षेत्र में हो रहे निर्माण के बारे में उन्होंने जानकारी ली। फिर फुट ओवर ब्रिज से होते हुए महाप्रबंधक ने नई लिफ्ट मशीन एवं नवनिर्मित प्लेटफार्म क्रमांक 3, 4 व 5 का भी जायजा लिया। साथ ही, यहां यात्री सुविधाओं को शीघ्र व्यवस्थित करने के निर्देश मातहत को दिए। डिप्टी एसएस कार्यालय में सुरक्षा प्रणाली का भी मुआयना उन्होंने किया। करीब दो घंटे के निरीक्षण उपरांत महाप्रबंधक दोपहर 3 बजे अपने स्पेशल सैलून से वापस जबलपुर के लिए रवाना हो गईं।
ओएचई, सिग्नल प्रणाली का किया अवलोकन
जबलपुर से चलकर महाप्रबंधक ने पहले मैहर, सतना और कैमा स्टेशन का भी निरीक्षण किया। इन तीनों स्टेशन में चल रहे नवनिर्माण की जानकारी उन्होंने ली। कैमा स्टेशन में उन्होंने पौधारोपण भी किया। सतना, कैमा से आते हुए ओएचई व सिग्नल प्रणाली का महाप्रबंधक ने अवलोकन किया। साथ ही, उन्होंंने रेललाइन दोहरीकरण के काम को भी देखा और आवश्यक सुधार के निर्देश दिए। इस दौरान महाप्रबंधक के साथ मुख्य इंजीनियर आशुतोष, प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी प्रभात कुमार, एडीआरएम आनंद कुमार, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक डॉ मधुर वर्मा, सीनियर डीईएन जेपी सिंह, गति शक्ति यूनिट संजय सिंह, सीनियर डीओएम प्रिंस विक्रम सहित इंजीनियरिंग विभाग के अन्य अधिकारी, कर्मचारी निरीक्षण में सम्मलित रहे।
चोर रास्ते तक पहुँची तो ऑटो वालों को भगाया
स्टेशन में सामने तरफ निरीक्षण करते हुए महाप्रबंधक अंतिम छोर तक पहुँच गईं। रीवा एंड तरफ जहां ऑटो वालों ने चोर रास्ता बना रखा है। यहां वह सीधे प्लेटफार्म के खत्म होने तक ऑटो लाकर सवारी भरते हैं। महाप्रबंधक जब निरीक्षण में थी तो शटल ट्रेन आई थी, जिनके यात्रियों को लेने उक्त स्थान पर ऑटो वालों की होड़ लगी थी। महाप्रबंधक के वहां पहुँचते ही रेल पुलिस कर्मियों की सांसें फूल गईं। तुरंत डंडा लेकर ऑटो वालों को हांकने की कार्यवाही शुरू हो गई। मजे की बात तो यह रही कि निरीक्षण करते महाप्रबंधक उसी रास्ते से प्लेटफार्म क्रमांक 1 पर चलीं गईं तो ऑटो वाले फिर पीछे-पीछे चले आए। इस पर पुन: दो पुलिस ऑटो वालों को भगाने के लिए दौड़ पड़े। यह दृश्य देखकर स्थानीय अधिकारी डरे रहे तो आमजन मजे लेते रहे।
ड्रॉप एंड गो क्षेत्र में भी पैसा लेने की शिकायत
महाप्रबंधक श्रीमती बंदोपाध्याय का रीवा सांसद प्रतिनिधि राजीव खंडेलवाल ने भी स्वागत किया। इस मौके पर सांसद प्रतिनिधि ने गाड़ी संख्या 02131-32 जबलपुर-पुणे टे्रन को रीवा तक बढ़ाने की मांग उठाई। साथ ही, रीवा-इंदौर ट्रेन को नियमित करने एवं रीवा-बिलासपुर ट्रेन को दुर्ग तक विस्तारित करने की मांग भी रखी। सांसद प्रतिनिधि ने महाप्रबंधक को बताया कि ड्रॉप एंड गो क्षेत्र नि:शुल्क है, फिर भी संबंधित ठेकेदार द्वारा यात्रियों से पैसा ले लिया जाता है। इस शिकायत पर कार्यवाही का आश्वासन महाप्रबंधक ने दिया। इसके अलावा, रीवा सांसद प्रतिनिधि ने नवनिर्मित प्लेटफार्म क्रमांक 3, 4 व 5 में वाटर रिफलिंग पाइप सिस्टम बनाने, गोविंदगढ़ स्टेशन तक यात्री ट्रेन चलाने एवं रीवा को अन्य नई टे्रन देने की मांग भी उनके समक्ष रखी। इन मांगों पर उचित कार्यवाही करने के लिए सांसद प्रतिनिधि को महाप्रबंधक ने आश्वस्त किया।