टीआरएस पहुंची नैक टीम ने कॉलेज का कोना कोना देखा, प्राचार्य की लापरवाही पर हुए नाराज
नैक मूल्यांकन के लिए टीम सेामवार को टीआरएस कॉलेज पहुंची। निरीक्षण के पहले दिन ही टीम कॉलेज प्राचार्य की लापरवाही पर नाराज हो गई। रूट चार्ट ही प्राचार्य ने नहीं बनाया था। प्राचार्य से नाराजगी जताई। इसके बाद टीम के सदस्यों ने कॉलेज का कोना कोना देखा। विभागों की व्यवस्था, पठन पाठन से लेकर प्रायोगशाला, खेल मैदान तक देखा। इतना ही नहीं पुरा छात्रों से भी मुलाकात की। नैक टीम मंगलवार को भी निरीक्षण करेगी। रिपोर्ट तैयार करने के बाद वापस लौटेगी।
मूल्यांकन के लिए पहुंची तीन सदस्यीय टीम
मंगलवार को फिर होगा निरीक्षण फिर वापस लौटेगी टीम
रीवा। शासकीय ठाकुर रणमत ङ्क्षसह महाविद्यालय का नैक मूल्यांकन सोमवार से आरम्भ हो गया। राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) की तीन सदस्यीय टीम सोमवार सुबह 9 बजे महाविद्यालय परिसर पहुँची। सुबह सबसे पहले टीम के चेयरमैन तेलंगाना के प्रो. बोदा. व्यंकट रत्नम ने प्राचार्य डॉ अर्पिता अवस्थी से मुलाकात की परंतु रूट चार्ट न होने पर नाराजगी व्यक्त की। इस भेंट में नैक टीम चेयरमैन ने प्राचार्य से महाविद्यालय से संबंधित पूरी जानकारी प्राप्त की। तत्पश्चात कॉलेज के समाजशास्त्र, इतिहास, अर्थशास्त्र, भूगोल, वाणिज्य, वनस्पतिशास्त्र, बायोटेक्नालॉजी, दर्शनशास्त्र, हिन्दी, समाज कार्य, बी.बी.ए., राजनीति विज्ञान, संगीत, अंग्रेजी, प्राणि शास्त्र विभाग का मुआयना किया। सभी शैक्षणिक विभागों को भ्रमण किया। इस मूल्यांकन में टीम ने पठन-पाठन व्यवस्था पर नजर दौड़ाई। कमजोर छात्रों को दक्ष करने की प्रणाली समझी। महाविद्यालय के शोध कार्यों के बारे में जानकारी ली और विभागों की प्रयोगशालाओं को देखा।
गौरतलब है कि नैक बोर्ड देशभर के उच्च शिक्षा संस्थानों का मूल्यांकन उपरांत ग्रेडिंग करता है। इसके लिए पात्र महाविद्यालयों को नैक बोर्ड के समक्ष आवेदन करना पड़ता है, जिस पर विचार करने के बाद नैक बोर्ड मूल्यांकन निरीक्षण के लिए संबंधित संस्थानों को समय देता है। मूल्यांकन उपरांत नैक बोर्ड संस्थाओं को ग्रेडिंग भी प्रदान करता है, जिसके आधार पर संबंधित संस्थाओं को शासन से अनुदान प्राप्त करने में सहायता मिलती है। साथ ही, छात्रों को भी परीक्षा गुणवत्ता का लाभ मिलता है। बहरहाल, टीआरएस महाविद्यालय ने विगत मई 2024 को नैक बोर्ड के समक्ष एसएसआर रिपोर्ट भेज दी थी। इस रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद अब नैक बोर्ड द्वारा अपनी टीम भेजकर महाविद्यालय का मूल्यांकन कराया जा रहा है। इस टीम में चेयरमैन प्रो व्यंकटरत्ना के अलावा समन्वयक प्रो. भूपेंद्र सिंह चढ्डा गुरूनानक विश्वविद्यालय अमृतसर एवं सदस्य पश्चिम बंगाल के प्रो सुब्रता चटर्जी शामिल हैं।
छात्र सुविधाओं की ली जानकारी
नैक टीम ने महाविद्यालय में उपलब्ध खेल सुविधाओं की जानकारी ली। साथ ही, छात्र सुविधाओं के लिहाज से अन्य उपलब्ध संसाधनों के बारे में जानकारी प्राप्त की। दोपहर लंच के बाद टीम के सदस्यों ने महाविद्यालयों के कार्यालयों का भ्रमण किया। आई.क्यू.ए.सी., आलंकारिक मत्स्य प्रजनन एवं पालन इकाई, हैरिटेज गैलरी, सेंटर लाइब्रेरी, रेयर बुक लाइब्रेरी, गोपनीय, परीक्षा एवं भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ, रेडक्रॉस इकाई का निरीक्षण किया। टीम ने अधिष्ठाता छात्र कल्याण, अकादमिक विभाग, गोपनीय विभाग, परीक्षा विभाग की कार्यप्रणाली को ठीक से समझा। टीम ने महाविद्यालय के अधोसंरचना विकास का जायजा भी लिया।
पूर्व छात्रों से की मुलाकात
टीम के सदस्यों ने सोमवार को अकादमिक काउन्सिल के सदस्य पूर्व कुलपति डॉ. रहस्यमणि मिश्रा, जनभागादारी समिति के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र ताम्रकार, गवर्निंग बॉडी के अध्यक्ष अखिलेश गुप्ता, सदस्य डॉ. सुनील तिवारी, मनीष भार्गव तथा राजेन्द्र सिंह से चर्चा की। टीम ने महाविद्यालय के पूर्व छात्रों के साथ मुलाकात की। बताते हैं कि इस दौरान कुछ पूर्व छात्रों ने उम्मीद के विपरीत बातें टीम से कह दीं। तदुपरांत वर्तमान छात्रों के साथ भी बैठक की। नैक टीम ने छात्रों के अभिभावकों से भी चर्चा कर महाविद्यालय के संबंध में प्रतिक्रिया प्राप्त की। शाम साढ़े 5 बजे के लगभग टीम के सदस्यों ने शिक्षण स्टॉफ के साथ बैठक की। इस प्रकार, सोमवार देर शाम तक महाविद्यालय के अधिकारी-कर्मचारी व्यस्त रहे। शाम को महाविद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन हुआ, जिसमें टीम के सदस्य सम्मलित हुए। अब मंगलवार को शेष मूल्यांकन कार्य उपरांत नैक टीम अंतिम रिपोर्ट तैयार करेगी और फिर प्राचार्य से मुलाकात करने के पश्चात वापस लौटेगी।