सीई की कारस्तानी, जिसे विवादित आपरेटर को हटाया था उसे फिर रीवा शहर में कर दिया पदस्थ और दे दी मनचाही डीसी

विद्युत विभाग में अधिकारियों की मनमानी व्यवस्थाओं पर भारी पड़ रही है। कहीं जेई नहीं है तो कहीं भरमार है। सरप्लस में चल रहे हंै। फिर भी जुगाड़ के दम पर एक महीने पहले हटाए गए आपरेटर कम जेई ने दोबारा अपनी पदस्थापना रीवा शहर में करा ली। इतना ही नहीं मनचाही डीसी भी मिल गई है। रायपुर में हालात खराब है। एई को जेई की जिम्मेदारी निभानी पड़ रही है।

रायपुर कर्चुलियान में चार डीसी और एक जेई बचा, एई के जेई का सौंपा प्रभार
सारी सेवाएं ठप, जेई के नहीं होने से सारे काम हो रहे हैं प्रभावित
रीवा।  विद्युत विभाग में उच्च पद पर बैठे अधिकारियों ने रीवा की हालत खराब कर दी है। व्यवस्थाएं बनाना तो दूर इसे बिगाडऩे में लगे हैं। इसकी वजह से ही रीवा की स्थितियां बिगड़ रही हैं। संसाधनों का रोना तो बना ही था। अब कर्मचारियों के स्थानांतरण में भी मनमानी की जा रही है। एक आपरेटर कम जेई को रीवा शहर संभाग से ही हटाया गया था। कई आरोपों से घिरे आपरेटर अजय मिश्रा को रीवा शहर संभाग से हटाकर रायपुर कर्चुलियान भेज दिया गया था। इसके बाद आपरेटर ने ऐसा जुगाड़ लगाया कि चंद दिनों में ही अपनी पदस्थापना वापस रीवा शहर में करा ली। इतना ही नहीं उन्हें अधिकारी ने मुंहमांगी जगह भी दे दी। चोरहटा डीसी का प्रभारी बना दिया गया है। अधिकारियों की इस कारस्तानी से रायपुर कर्चुलियान के सब डिवीजन की हालात खराब हो गई है। गिनती का यहा एक जेई शेष रह गया है। अन्य जगहों पर आपरेटर और एई जिम्मेदारी सम्हाल रहे हैं। सारे काम ठप पड़ गए हैं। उपभोक्ता परेशान हैं।
सीनियर को जूनियर का चार्ज
हद तो यह है कि रीवा शहर संभाग से एई एमएम पाण्डेय का भी स्थानांतरण कुछ समय पहले रायपुर कर्चुलियान किया गया था। उनकी वापसी रीवा शहर में नहीं की गई। अजय मिश्रा को रीवा में पदस्थ कर दिया गया। उनके पास जेई का प्रभार था। अब जेई के जाते ही इनका भी चार्ज एई एमएम पाण्डेय के सिर पर पटक दिया गया है। उनके पास जूनियर की भी जिम्मेदारी आ गई है। ऐसा सिर्फ रीवा में ही संभव है। इसके अलावा रायपुर कर्चुलियान की बात करें तो यहा चार डीसी हैं। रायपुर, मनगवां, मनिकवार और गंगेव हैं। इसमें सिर्फ गंगेव में ही जेई आकाश दीप पदस्थ हैं। शेष जगह आपरेटरों को जेई का प्रभार सौंपा गया है।
दोहरी जिम्मेदारियों में दबे अधिकारी
विद्युत विभाग जेई पर दोहरा भार डाल रहा है। एक तरफ स्थानीय स्तर पर आपरेटर कम जेई को लूट की छूट दी जा रही है। वहीं जेई पर दोहरा भार जबलपुर से डाल दिया गया। पूर्व संभाग इंजीनियर कॉलेज डीसी में पदस्थ रितेश त्रिपाठी जेई के पास पहले से ही कई डीसी के प्रभार थे। अब नई डीसी मैहर जिला अंतर्गत अमरपाटन का भी मिल गया है। इसी तरह संजय गुप्ता चाकघाट को भी मऊगंज जिला में एई का प्रभार सौंपने के आदेश हुए हैं। दो आपरेटरों को भी जेई का चार्ज देने के आदेश कर दिए गए हैं। प्रणव वर्मा और संविदा लाइनमैन को जेई का चार्ज देने के आदेश हुए हैं।