गरीबों के आशियानों पर चला प्रशासन का बुलडोजर, जमींदोज हो गए कच्चे पक्के मकान

रहट सरकारी तालाब में बसे लोगों के घरों पर बुधवार को प्रशासन ने जेसीबी चला दी। गरीबों ने एक एक रुपए जोड़कर घरौंदा तैयार किया था। एक झटके में ही सब नेस्तनाबूत कर दिया गया। दर्जनों परिवार सड़क पर आ गए। उनके सामने सिर छुपाने तक की जगह नहीं बची। बच्चों का भी आशियाना छिंन गया। कार्रवाई के पहले प्रशासन ने उनके लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं की। कोर्ट के आदेश पर सभी के घर जमींदोज कर दिए गए।

गरीबों के आशियानों पर चला प्रशासन का बुलडोजर, जमींदोज हो गए कच्चे पक्के मकान

जिंदगी भर एक एक रुपए जुटाकर बनाया था आशियाना सब मिट्टी में मिल गया
रीवा। कार्रवाई के दौरान एसडीएम अनुराग तिवारी, तहसीलदार शिव शंकर शुक्ला और भारी पुलिस बल मौजूद रहा। तहसीलदार ने बताया कि रहट तालाब में कई लोगों ने अवैध कब्जा कर लिया था। मेड में घर बना लिए थे। इस अवैध अतिक्रमण के खिलाफ न्यायालय में याचिका दायर की गई थी। कब्जेदारों को नोटिस जारी ककिया गया था। न्यायालय में उनको भी पक्ष रखने का अवसर दिया गया था। सुनवाई के बाद न्यायालय ने अतिक्रमण हटाने के निर्देश जारी किए हैं। न्यायाय के आदेश पर ही यह कार्रवाई की गई है। करीब 20 एकड़ में रहट तालाब फैला हुआ है। रहट तालाब में बसे लोगों ने बताया वह कई सालों से यहां घर बनाकर रह रहे थे। उन्होंने बड़ी मेहनत से एक एक रुपए जुटाकर घर बनाया था। बच्चों और खुद का पेट काट कर किसी तरह से ग्रहस्थी जुटाई थी। सब कुछ एक ही झटके में बर्बाद हो गया। अब उनके पास सिर छुपाने के लिए भी कहीं जगह नहीं बची है। प्रशासन ने पुलिस बल की मौजूदगी में दर्जनों घरों को नेस्तनाबूत कर दिया।