करोड़ों रुपए खर्च कर बनाया एयरपोर्ट और उद्घाटन के पहले ही धरसाई हो गई दीवार

चोरहटा हवाई अड्डा के शुरू होने से पहले ही गुणवत्ता को लेकर विवादों में आ गया है। हवाई अड्डा में हाल में बनी गई दीवार धरासाई हो गई है। दीवार गिरने के बाद कांग्रेस नेताओं ने गुणवत्ता पर सवाल खड़ा करना शुरू कर दिया है।

करोड़ों रुपए खर्च कर बनाया एयरपोर्ट और उद्घाटन के पहले ही धरसाई हो गई दीवार

कांग्रेस ने ली चुटकी बोले भाजपा मतलब भ्रष्टाचार, भा से भाजपा और भा से भ्रष्टाचार
रीवा। ज्ञात हो कि चोरहटा में हवाई अडड बन कर तैयार हो चुका है। अब इसके लाइसेंस मिलने का इंतजार हो रहा है। लाइसेंस मिलने के बाद अंतरराज्यीय उड़ाने शुरू हो जाएंगी। अभी जेट प्लेन उड़ान भर रहे हैं। फिर बड़े हवाई जहाजों का भी यहां आना जाना शुरू हो जाएगा। चोरहटा हवाई पट्टी को इंडियन एयरपोर्ट अथॉरिटी ने 99 साल की ली पर लिया है। इसके विस्तार का काम भी एयरपोर्ट अथॉरिटी कर रही है। करीब 200 एकड़ से अधिक की जमीन का अधिग्रहण किया गया है। रीवा चोरहटा हवाई अड्डा बन कर लगभग तैयार हो चुका है। यहां 1400 मीटर लंबा रनवे बनाया गया है। इसके चारों तरफ की दीवार भी बनाई जा चुकी है। यही दीवार धरासाई हो चुकी है। वर्तमान समय में चोरहटा हवाई अड्डा से जेट विमान को उड़ाया जा रहा है। पीएमश्री पर्यटन सेवा के तहत 6 सीटर विमान उड़ाए जा रहे हैं। अब इंडियन एयरपोर्ट अथॉरिटी बड़े विमानों के उड़ाने के लिए लाइसेंस लेने की तैयारी में है। लाइसेंस मिलते ही इसके शुभारंभ की योजना बनाई जा रही थी। पीएम नरेन्द्र मोदी से चोरहटा हवाई अड्डा का वर्चुअल शुभारंभ कराया जाना था। इन तैयारियों के बीच में ही चोरहटा हवाई अड्डा के निर्माण कार्यों की गुणवत्ता ने दगा दे दिया। निर्माणाधीन बाउड्रीवाल धरासाई हो गई। काफी हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है। इसे अब सुधारने की जुगत में प्रबंधन लग गया है। अब ऐसे में रीवा चोरहटा हवाई अड्डा में हुए अन्य निर्मार्ण कार्यों पर भी सवाल खड़े होना लाजमी है। चोरहटा हवाई अड्डा की दीवार गिरने के मामले में कलेक्टर ने अनभिज्ञता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि अभी तक उनके पास ऐसी जानकारी नहीं आई है। यदि ऐसा हुआ है तो एयरपोर्ट अथारिटी मामले की जांच कराएगा। वहहीं इस मामले में कांग्रेस नेता गुरमीत सिंह मंगू ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भा से भाजपा और भा से ही भ्रष्टाचार भी होता है। भाजपा का काम ही भ्रष्टाचार है।