कांग्रेस के आरोपों ने डिप्टी सीएम को हिला दिया, पहली मर्तबा रीवा की कानून व्यवस्था की आई याद, उन्होंने माना यातायात व्यवस्था बदहाल
रीवा अवैध शराब और कोरेक्स की मंडी बन गया है। खुलेआम अवैध शराब बेची जा रही है। इस मुद्दे पर कांग्रेस लगातार हमले कर रही है। डिप्टी सीएम और पुलिस, प्रशासन को भी कटखरे में खड़ा कर दी है। हाल में ही ज्ञापन सौंप कर गंभीर आरोप लगाए गए थे। कांग्रेस का वार डिप्टी सीएम को अब जाकर खला है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को कोरेक्स और अवैध शराब की बिक्री के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। रीवा को कोरेक्स सिटी घोषित कर दिया गया है। लगातार बदनामी हो रही है। एक तरफ रीवा को डिप्टी सीएम चमकाने में लगे हैं वहीं कांग्रेसी उनकी मेहनत पर बट्टा लगा रहे हैं।
डिप्टी सीएम ने की कानून व्यवस्था पर चर्चा
पहली मर्तबा सीएम अपराध और अवैध कारोबार को लेकर सामने आए
रीवा। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कानून और व्यवस्था तथा यातायात व्यवस्था की समीक्षा की। उप मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पुलिस रात्रिकालीन गश्त बढ़ाए। कोरेक्स, गांजा तथा अन्य नशीले पदार्थ पूरी युवा पीढ़ी को बर्बाद कर रहे हैं। इसका जिले में प्रवेश रोकने के लिए सीमाओं पर कड़ी जाँच करें। कोरेक्स के मूल स्त्रोतों पर चोट करें। रीवा में तेजी से विकास हो रहा है, लेकिन नशीले पदार्थ हमारी युवा पीढ़ी को नशे की राह में ले जाकर विकास को बेमानी बना रहे हैं। कोरेक्स तथा अन्य नशीले पदार्थ मुख्य रूप से आसपास के राज्यों से आ रहे हैं। उत्तरप्रदेश में एनडीपीएस एक्ट की तरह नशे के विरूद्ध कड़े वैधानिक प्रावधान बनाने के लिए उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री जी से अनुरोध किया जाएगा। शराब की अवैध बिक्री करने वाले पैकारों पर कड़ी कार्यवाही करें जिससे वह दोबारा इस कार्य को करने की हिम्मत न कर सके। नशा अपराधों का बहुत बड़ा कारण है।
डिप्टी सीएम ने माना रीवा की यातायात व्यवस्था बदहाल
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर में चोरी की बढ़ती हुई घटनाएं चिंताजनक हैं। विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र में स्थिति अधिक गंभीर है। चोरी में सक्रिय बाहर की गैंग तथा स्थानीय गैंग पर कार्यवाही करें। अपराधों पर नियंत्रण के लिए मुखबिर तंत्र को मजबूत करें। पुलिस अधिकारी मातहतों द्वारा की जा रही कार्यवाही पर कड़ी निगरानी रखें। अपराधियों की कमर तोडऩे के लिए कठोर कदम उठाएं जिससे आमजनता के मन में पुलिस के प्रति विश्वास बना रहे। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि रीवा बहुत तेजी से विकसित हो रहा है, लेकिन शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है। यातायात को ठीक किए बिना शहर का सौन्दर्य नहीं बढ़ेगा। यातायात पुलिस तथा नगर निगम मिलकर यातायात व्यवस्था को सुधारने का प्रयास करें। ऑटो के लिए स्थान निर्धारित करें। पार्किंग तथा ठेले वालों के लिए स्थान तय करें। ऑटो यूनियन के साथ बैठक करके उनकी उनसे भी ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के संबंध में सुझाव लें। यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए दो माह तक लगातार प्रयास करें। व्यवस्थाएं ठीक करने के साथ नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्यवाही भी करें।
14 स्थानों पर बनेंगे ऑटो स्टैण्ड
बैठक में आईजी एमएस सिकरवार ने जिले की कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए की जा रही कार्यवाहियों की जानकारी दी। बैठक में 14 स्थानों पर ऑटो स्टैण्ड बनाने, सड़कों से अवैध कब्जा हटाने, ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के आटो के अलग-अलग चिन्हांकन तथा यातायात पुलिस एवं नगर निगम द्वारा मिलकर निगरानी का सुझाव दिया गया। बैठक में पुलिस लाइन में पानी की टंकी तथा विद्युत सब स्टेशन निर्माण के लिए भूमि निर्धारण पर भी चर्चा की गई। बैठक में नगर निगम के अध्यक्ष व्यंकटेश पाण्डेय, कमिश्नर गोपालचन्द्र डाड, डीआईजी साकेत प्रकाश पाण्डेय, प्रभारी कलेक्टर डॉ सौरभ सोनवणे, आयुक्त नगर निगम संस्कृति जैन, पुलिस अधीक्षक मऊगंज वीरेन्द्र जैन, एडीएम सपना त्रिपाठी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनकर तथा विवेक लाल एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।