बोरिंग संचालक और भूमि स्वामी ने बनाया ऐसा प्लान कि सब रह गए हैरान, मशीन जब्त और एफआईआर भी हुई
गिरते भू जली तरफ देखते हुए प्रशासन ने रीवा और मऊगंज में नल कूप खनन पर रोक लगाई है। इसके बाद भी बोरिंग मशीन संचालक बाज नहीं आ रहा है ।प्रतिबंध के बाद भी मोटी कमाई के चक्कर में नियम तोड़ रहे हैं। मऊगंज के हनुमना में कार्रवाई का नया मामला सामने आया है। बोरिंग संचालक और भूमि स्वामी ने जिला प्रशासन का फर्जी आदेश बना डाला। उसी के आधार पर बोरिंग कराने लगे । जिला प्रशासन , पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मशीन जब्त कर ली। FIR भी दर्ज की है।
फर्जी अनुमति का दस्तावेज तैयार करने वाले बोर संचालक एवं भूमि स्वामी पर दर्ज हुआ प्रकरण
*हनुमान पुलिस एवं तहसीलदार की संयुक्त टीम ने की कार्रवाई
मऊगंज। पुलिस अधीक्षक मऊगंज के निर्देश एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मऊगंज अनुराग पाण्डेय, अनुविभागीय अधिकारी श्रीमती अंकिता शुल्या के मार्गदर्शन तथा थाना प्रभारी हनुमान राजेश पटेल के नेतृत्व में हनुमना पुलिस एवं तहसीलदार की संयुक्त टीम ने बोर करने की अनुमति के कूटरचित तरीके से कागजात तैयार करने वाले बोर संचालक एवं भूमि स्वामी के विरुद्ध अपराध कायम करते हुए बोरिंग मशीन को जप्त किया है।
पुलिस को मुखबीर द्वारा सूचना प्राप्त हुई श्री ग्राम पंचायत के केरहा कला में भूमि स्वामी नियाज अली पिता अजीम बख्श निवासी केरहा कला थाना हनुमना एवं बोर मशीन संचालक सुमित गुप्ता पिता रामजी गुप्ता निवासी मऊगंज के द्वारा खड्यंत्र पूर्व फर्जी दस्तावेज तैयार कर अवैध रूप से फर्जी अनुमति आदेश लेकर बोर किया जा रहा है। एवं कलेक्टर मऊगंज के आदेश की अवहेलना करते हुए भूमि स्वामी द्वारा सुमित गुप्ता के बोरवेल मशीन से बोर किया जा रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस एवं तहसीलदार हनुमना की संयुक्त टीम बनाकर रेड डाली गई। पुलिस को मौके पर बोरवेल मशीन बोर करते हुए मिल गई। पुलिस द्वारा बोर करने की अनुमति आदेश मांगा गया तो कूट रचित फर्जी दस्तावेज दिखाकर गुमराह करने का प्रयास किया गया। पुलिस को शक होने पर मशीन सहित हनुमना थाना लाया गया। दस्तावेजों की जांच की गई। जो पूरी तरह से फर्जी दस्तावेज निकले। पुलिस बोरवेल संचालक एवं भूमिस्वामी पर फर्जी दस्तावेज तैयार करने के मामले में धारा अप. क्र.207/24 धारा188,467,468,471, 120 बी के तहत अपराध कायम कर मशीन को जब्त कर लिया। इस कार्रवाई में निरीक्षक राजेश पटेल थाना हनुमान उप निरीक्षक अमर सिंह, आरक्षक नितिन शुक्ला, शिवम दुब, कन्हैया सिंह, दिवाकर सिंह, विकास सिंह, पवन साहनी, मनीष सिंह, अजय यादव की महत्वपूर्ण भूमिका रही।