ज्यादा स्ट्रांग बने मारपीट का केस इसलिए भर्ती करने की जिद पर अड़े पति-पत्नी, अस्पताल में डाला डेरा

सीधी से पति-पत्नी ने संजय गांधी अस्पताल में डेरा डाल लिया है। मारपीट के मामले में सीधी से रीवा भेजा गया था। अब वह जाने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। केस ज्यादा स्ट्रांग बने इसलिए अस्पताल में भर्ती होने की जिद पर अड़े हैं। डॉक्टरों ने इनका दो मर्तबा परीक्षण किया। कहीं भी ज्यादा चोट के निशान नहीं है। भर्ती करने लायक भी नहंी है। इसके बाद भी वह अस्पताल प्रबंधन पर दबाव डालने में लगे हैं।

ज्यादा स्ट्रांग बने मारपीट का केस इसलिए भर्ती करने की जिद पर अड़े पति-पत्नी, अस्पताल में डाला डेरा

रीवा। मिली जानकारी के अनुसार सीधी निवासी ललऊ गुप्ता के घर में घुसकर बीते 24 जनवरी की रात कुछ लोगों ने मारपीट की थी। इस मारपीट में उसकी पत्नी सीता के कमर में चोंट आई। ईलाज जिला अस्पताल सीधी में चल रहा था। जहां से उसे रीवा रेफर कर दिया गया। आर्थिक तंगी के बीच जब वह पत्नी को रीवा पहुंच गया। यहां उनका इलाज किया गया। डॉक्टरों ने परीक्षण किया और चलता कर दिया। दवाइयां भी लिखी लेकिन भर्ती करने लायक मरीज नहीं मिला। इसके बाद से दोनों पति पत्नी संजय गांधी अस्पताल के बाहर ही डेरा डाले हुए हैं। यहां से हट ही नहीं रहे हैं। मामला एमएलसी का है। मारपीट करने वालों के खिलाफ मामला ज्यादा स्ट्रांग बने इसलिए वह अस्पताल में भर्ती होना चाहते हैं। डॉ राहुल मिश्रा अधीक्षक संजय गांधी अस्पताल ने बताया कि पति, पत्नी अस्पताल में डेरा डाल हैं। मामला एमएलसी का है। दो मर्तबा डॉक्टर परीक्षण करा चुके हैं। परीक्षण में कुछ भी ऐसी चोट सामने नहीं आई है कि महिला को अस्पताल में भर्ती किया जा सके। इसके बाद भी वह यहां डटे हैं। अनावश्यक रूप से डॉक्टरों पर दबाव बनाया जा रहा है।