लिपिकों ने भरी हुंकार, सरकार ने नहीं मानी बात अब हड़ताल पर जाएंगे
चुनावी साल में सभी विभागों के कर्मचारी संगठनों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सरकार ने भी खुलकर उनकी मांगों को पूरा करने का वायदा किया है। सरकार किसी को भी नाराज करने के मूड में नहीं दिख रही है। कई संगठनों की मुराद पूरी होने के बाद अब लिपिकों ने भी हड़ताल पर जाने की तैयारी कर ली है। 17 सूत्रीय मांगों को लेकर आवाज बुलंद कर दी है। 28 जुलाई से चरणबद्ध आंदोलन करेंगे। पहले आधा दिन फिर एक दिवसीय सामूहिक अवकाश पर जाएंगे।
रीवा।मप्र लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ, लघु वेतन कर्मचारी संघ, तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ, मप्र राजस्व कर्मचारी संघ, मप्र शासकीय वाहन चालक संघ, पेशन एसोसिएशन संघ के आव्हान पर 17 सूत्रीय मांगों को लेकर चरण बद्ध आन्दोलन करने की तैयारी है। उनकी मांगों पर शासन ने अब तक कोई गौर नहीं किया। यही वजह है कि चरणबद्ध आंदोलन की तैयारी की गई है। 28 जुलाई 2023 को सभी जिला मुख्यालयों पर आधा दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया है। 4 अगस्त 2023 को एक दिवसीय सामूहिक अवकाश पर सभी कर्मचाारी रहेंगे। संघ कार्यालय सांई मन्दिर के बगल में कोठी कम्पाउण्ड रीवा में 22 जुलाई को को 3 बजे आंदोलन को सफल बनाने के लिए बैठक का आयोजन किया जाएगा। आयोजित की जा रही है। सभी संगठनों के अध्यक्षों एवं पदाधिकारियों साथ ही ब्लाक अध्यक्ष, तहसील अध्यक्ष, साथ ही सभी संगठनों के कर्मचारी साथियों से बैठक में पहुंचने की अपील की गई है। 20 जुलाई 2023 को लिपिक संघ के महामंत्री / राजस्व कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष हीरामणि तिवारी, कलेक्ट्रेट रीवा के नेतृत्व में सभी कार्यालयों में निरंतर सम्पर्क कर आन्दोलन में भाग लेने के लिए उत्साहित किया गया। साथ ही नरेन्द्र पाण्डेय कोषाध्यक्ष लिपिक वर्ग, श्रीमती स्नेहलता चौधरी महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष, नागेश पाण्डेय अध्यक्ष, लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ, राघवेन्द्र पाण्डेय कार्यकारी अध्यक्ष एवं अन्य कर्मचारी साथी मौजूद रहे। उक्त आशय की जानकारी नगर अध्यक्ष प्रमोद मिश्रा लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ रीवा द्वारा दी गयी। सभी साथियों से उन्होंने अपील किया है कि 22 जुलाई की बैठक में उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाये।