रीवा के एक ठेकेदार पर सरकार मेहरबान, तीन जमींनों के बदले दिया 16 काम

रीवा में पुनर्घनत्वीकरण योजना के तहत एक ठेकेदार पर सरकार ऐसी मेहरबान हुई तो शहर में 16 निर्माण कार्यों का जिम्मा दे दिया। तीन जमींदे इन निर्माण कार्यों के बदले दे दी है। सभी निर्माण कार्यों को दो साल में पूरा करना है। ठेकेदार ने खानापूर्ति के नाम पर काम शुरू तो कर दिया है लेकि इनके पूरा होने की उम्मीद कम है। करीब 64 करोड़ की लागत से 16 काम पूरा किया जाना है।

रीवा के एक ठेकेदार पर सरकार मेहरबान, तीन जमींनों के बदले दिया 16 काम
File photo

तीन सरकारी जमीनों के बदले मिले हैं सारे काम
पुनर्घनत्वीकरण योजना से होने हैं, मेडिकल कॉलेज में 8 मंजिला बिल्डिंग भी बनेगी
रीवा। ज्ञात हो कि रीवा में पुनर्घनत्वीकरण के नाम पर धीरे धीरे सभी जमीनों को ठेकेदारों के हवाले किया जा रहा है। इन्हीं सरकारी जमीनों के बदले सरकारी काम कराए जा रहे हैं। रीवा में अधिकांश बड़े निर्माण पुनर्घनत्वीकरण योजना से ही हुए हैं और अभी काम जारी है। पुनर्घनत्वीकरण योजना के तहत अधिकांश काम हाउसिंग बोर्ड ने ही कराया है। पहला काम पीआईयू को दिया गया है। इसमें मेडिकल कॉलेज में 8 मंजिला भवनों का निर्माण सहित अन्य काम शामिल हैं। रीवा के ठेकेदार को रीवा की तीन जमीनें दी गई हैं। इन जमीनों के बदले 16 काम पूरा कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसमें सबसे बड़ा काम मेडिकल कॉलेज का डॉक्टरों का आवास का निर्माण है। चार बहुमंजिला इमारत इसी योजना के तहत बनाई जानी है। यह पूरा काम रीवा के ही ठेकेदार शंकर कृष्णानी को दिया गया है।
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मिल गई जमीन तो शुरू हो गया काम, 24 महीने में पूरा होगा
श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के आवास के लिए जगह मिल गई है। अब नई 8 मंजिला बिल्डिंग बिजली विभाग के कार्यालय के पास बनाई जा रही है। काम शुरू हो गया है। 24 महीने में बिल्डिंग बन कर तैयार हो जाएगी। इसके बाद डॉक्टर कालोनी में बने आवास को भी जमींदोज कर दिया जाएगा। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के लिए बनने वाली 8 मंजिला बिल्डिंग के लिए जगह फाइनल हो गई है। पहले डॉक्टर कालोनी में पार्क को तोड़कर दो मल्टीस्टोरी बिल्डिंग के निर्माण का काम शुरू किया गया। इसके बाद दो और मल्टीस्टोरी बिल्डिंग के लिए जमीन की तलाश शुरू की गई। लंबी कोशिश के बाद शहर संभाग के पास ही बने खाद गोदाम की जमीन को फाइनल किया गया। इसे तोड़कर इस जगह पर दो मल्टीस्टोरी बिल्डिंग का निर्माण शुरू कर दिया गया है। बिल्डिंग के निर्माण का अनुबंध ठेकेदार ने पीआईयू से नवंबर में किया है। दो साल में आठ मंजिला भवन बनाकर मेडिकल कॉलेज को हैंडओव्हर किया जाएगा। फिलहाल काम शुरू कर दिया गया है। बेस का काम शुरू हुआ है।
पुर्नघनत्वीकरण योजना के तहत किया जा रहा है निर्माण
मेडिकल कॉलेज में चार मल्टीस्टोरी बिल्डिंग का निर्माण किया जाना है। यह चारों डॉक्टरों के आवास के लिए बनाए जा रहे हैं। यह बिल्डिंग आठ मंजिला होगी। इसमें सारी सुविधाएं मौजूद रहेंगी। दोनों ही बिल्डिंग में डी और ई टाइप के फ्लैट बनाए जाएंगे। डी टाइप के फ्लैट फोर बीएचके होंगे और ई टाइप के फ्लैट 3 बीएचके होंगे। यह सारा निर्माण पुर्नघनत्वीकरण योजना के तहत किया जा रहा है। ठेकेदार शंकर कृष्णानी को काम मिला है। पीआईयू को पुनर्घनत्वीकरण योजना के तहत पहली बार काम मिला है। इसके अलावा पुनर्घनत्वीकरण का काम हाउसिंग बोर्ड ही करता आ रहा है।
टूटते जाएंगे डॉक्टरों के आवास
आने वाले समय में श्याम शाह मेडिकल कॉलेज परिसर में एक भी पुराने आवास नहंी रह जाएंगे। सभी को तोड़कर मल्टीस्टोरी में तब्दील कर दिया जाएगा। डॉक्टरों के आवास को फिलहाल तोड़ा नहीं गया है। 8 मंजिला बिल्डिंग के बनने के बाद पुराने आवास जमींदोज किए जाएंगे। इनकी जगह पर इसके बाद कर्मचारियों के लिए भी मल्टीस्टोरी बनाई जाएगी।
3 जमीन के बदले 16 जगह करना है निर्माण
पुनर्घनत्वीकरण योजना के तहत ठेकेदार को रीवा शहर में तीन जमीनें दी गई हैं। चिरहुला मंदिर के पास, कलेक्ट्रेट के सामने और मानस भवन के सामने की जमीन ठेकेदार को मिली है। इसके बदले में 16 जगहों पर निर्माण करना है। इसमें चार बहुमंजिला भवन मेडिकल कॉलेज की भी शामिल है। इसके अलावा कलेक्ट्रेट में जेडी बिल्डिंग की जगह शौचालय का निर्माण, कुठुलिया में 7 कुक्कुट फार्म, निपनिया में तीन बिल्डिंग का निर्माण सहित 16 जगहों पर निर्माण कार्य ठेकेदार को पूरा करना है।