पति को बांधकर उसी के सामने पत्नी के साथ किया सामूहिक दुष्कर्म, सीएम को आना था इसलिए पुलिस ने दबाया मामला
रीवा को शर्मशार करने वाली घटना सामने आई है। एक तरफ रीवा में रीजनल इंडस्ट्री कानक्लेव की तैयारियां चल रही थी। वहीं दूसरी तरफ धार्मिक स्थल पर ही एक युवती को उसी के पति के सामने बदमाशों ने हवश का शिकार बनाया। पति को बांध कर पत्नी को सामूहिक दुष्कर्म किया। पुलिस के पास मामला पहुंचा तो सीएम के आगमन और कार्यक्रम को देखकर मामले को दबा दिया। अब सीएम के जाते ही पुलिस एक्टिव हुई है। दो को गिरफ्तार किया है।
गुढ़ के भैरवबाबा मंदिर के पास की घटना
पुलिस ने तुरंत नहीं लिया संज्ञान, दो दिन मामला दबा कर रखा
रीवा। गुढ़ थाना क्षेत्र के भैरवानाथ मंदिर घूमने पति के साथ गई पत्नी से आधा दर्जन आरोपियों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। घटना सोमवार की है। पति के सामने आरोपियों ने महिला के साथ बारी-बारी से दुष्कर्म कर उसे हवस का शिकार बनाया। दुष्कर्म के दौरान महिला का मुंह बंद रखने के लिए दुष्कर्म का वीडियो भी बनाया गया। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए। पुलिस 4 दिन बाद भी सभी आरोपियों को पकड़ नहीं पाई है। सिर्फ दो संदेहियों को ही उठाई है।
आधा दर्जन युवकों ने दिया वारदात को अंजाम
सूत्रों से हासिल जानकारी के मुताबिक नवदम्पति भैरव मंदिर के आगे नाले के पास बैठे हुए थे। साथ ही नाले से कुछ दूरी पर पहले से ही आधा दर्जन युवक शराब पार्टी कर रहे थे। पति-पत्नी बैठा देख आरोपियों की नजर उन पर पड़ गई। जिसके बाद आधा दर्जन युवकों ने पति को बंधक बना लिया। पति के हाथ पैर बांध दिए। पति के सामने ही पत्नी के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। घटना की शिकायत पीडि़त महिला ने 22 अक्टूबर को गुढ़ पुलिस से की थी लेकिन पुलिस ने मामले को दबाए रखा।
सीएम को आना था इसलिए गंभीरता से नहीं लिया
रीजनल इंडस्ट्री कानक्लेव को पर्यटन के बड़े केन्द्र के रूप में उद्योगपतियों के सामने प्रदर्शित किया गया। सभी धार्मिक स्थलों और पर्यटनों को जोडऩे की भी बात कही गई। लेकिन इन जगहों की सुरक्षा ने सवाल खड़े किए हैं। यह किसी भी लिहाज से पर्यटकों के लिए सुरक्षित नहीं है। गुढ़ में भैरमबाबा मंदिर परिसर का लाखों रुपए की लागत से जीर्णोद्धार किया जा रहा है। इसे धार्मिक स्थल के रूप में बनाया जा रहा है। अब यहीं पर महिलाएं सुरक्षित नहीं है। यहां पति के साथ जाने पर पत्नी को अपनी आबरू लुटानी पड़ी और पुलिस कुछ नहीं कर पाई।
सीएम को आना था इसलिए मामला दबा दिए
हद तो यह है कि एक महिला के साथ रीवा में सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया। इस मामले में पुलिस की भी अशोभनीय पहलू सामने आया है। वारदात के दूसरे दिन ही रीवा में सीएम डॉ मोहन यादव को आना था। कई उद्योगपति भी आने वाले थे इसलिए इस पूरे मामले को दबा दिया गया। किसी को भनक भी नहीं लगने दी। रीवा की साख बचाने के लिए महिला की इज्जत को लुटने दिया गया। दो दिन बाद सीएम के जाने के बाद मामला उजागर हुआ है। फिर भी पुलिस के हाथ खाली हैं। एसपी ने भी मौका निरीक्षण किया है।
थाना प्रभारी को बचाने की कोशिश
यह सारा मामला गुढ़ थाना अंतर्गत हुआ। यहां थाना प्रभारी शैल यादव हैं। यह एसआई रैंक के हैं। पहले तो थाना का प्रभारी बनाने के लिए पुलिस विभाग ने थ्री स्टार को यहां से हटाया। इसके बाद अब शैल यादव को थाना की कमान सौंपी। अब इस घटना में भी शैल यादव की लापरवाही पर पर्दा डाला गया। उन्हें बचाने के लिए पूरे मामले को ही दबा कर रखा गया।
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भैरवनाथ में महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है, कुछ संदेहिया को पकड़ा गया है, जिनसे घटना के संबंध में अहम सुराग हाथ लगे है। पूरी घटना की गंभीरता से जांच की जा रही है, जल्द ही सभी आरोपी पकड़े जाएगे। आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
विवेक सिंह, पुलिस अधीक्षक रीवा