आतंक मचा रहा था तेंदुआ वन विभाग नहीं पकड़ पाया तो इस टीम को बुलाया तब पिजरे में जा फंसा

रीवा में एक तेंदुआ आतंक पर्याय बन गया था। वन विभाग रीवा की टीम तेंदुआ को नहीं पकड़ पा रही थी। ड्रोन से नजर रख रही थी। पद चिन्ह तलाशने में लगी थी लेकिन उनके हाथ कुछ नहीं आया। इसके बाद चिडिय़ाघर के एक्सपर्ट की मदद ली गई। टीम को बुलाया गया। इसके बाद जाल बिछाया गया, तब जाकर तेंदुआ पिंजरे में कैद हुआ। तेंदुआ को पकडऩे के बाद सुरक्षित जगह पर छोड़ दिया गया है।

आतंक मचा रहा था तेंदुआ वन विभाग नहीं पकड़ पाया तो इस टीम को बुलाया तब पिजरे में जा फंसा

जवा तहसील अंतर्गत इटमा से पकड़ा गया तेंदुआ
लंबे समय से कर रहा था मवेशियों का शिकार
रीवा। जवा तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत इटमा में एक तेंदुआ ने आतंक मचा रखा था। आए दिन लोगों के मवेशियों का शिकार कर रहा था। वन विभाग लंबे समय से तेंदुआ को पकडऩे के लिए जाल बिछा रहा था लेकिन तेंदुआ वन विभाग की तरकीब को मात दे दे रहा था। उनके जाल में फंस ही नहीं रहा था। वन विभाग की टीम लगातार नजर रख रही थी। पद चिन्हों की तलाश कर रही थी। ड्रोन कैमरे से भी निगरानी की जा रही थी लेकिन तेंदुआ कहीं नहंी मिला। इसके बाद वन विभाग रीवा की टीम ने हारी मान ली।  रेस्क्यू में तेंदुओं को पकड़ लिया गया है। बता दें कि जवा तहसील के ग्राम पंचायत इटवा में बीते कई दिनों से ग्रामीण दहशत में थे। गांव में अज्ञात जंगली जानवर ने मवेशियों के ऊपर हमले करने शुरू कर दिआ था। जिसके दहशत से लोग घरों से बाहर निकलना बंद कर दिया था। लंबे समय से यह दहशत बनी थी। लंबे समय बाद इसका अंत हुआ।
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चिडिय़ाघर से बुलानी पड़ी टीम
तेंदुआ को पकडऩे के लिए वन विभाग की टीम को मार्तण्ड सिंह जूदेव चिडिय़ाघर मुकुंदपुर से टीम को बुलाना पड़ा। चिडिय़ाघर से ही टीम के इटमा पहुंच कर जाल बिछया। पिजड़ा लगाया। सुबह 5 बजे तेंदुआ जाल म ेफंस गया। पिंजड़ा में कैद हो गया। चिडिय़ाघर से टीम में डॉ राजेश तोमर सहित अन्य सदस्य शामिल रहे। उनकी निगरानी में तेंदुआ को पकड़ कर जंगल में छोड़ा गया। अब जवा के  लोगों को तेंदुआ के आतंक से मुक्ति मिल गई।