फाइनल हो गई कैंसर यूनिट की जगह, 31 करोड़ की मशीनें भी आ रहीं

कैंसर यूनिट के भवन निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। क्रिटिकल केयर ब्लाक के ऊपरी मंजिल में कैंसर यूनिट स्थापित किया जाएगा। जल्द ही निर्माण कार्य पूरा होते ही यूनिट को भी शुरू कर दिया जाएगा। यह रीवा ही नहीं विंध्य के लोगों के लिए बड़ी उपलब्धि है।

फाइनल हो गई कैंसर यूनिट की जगह, 31 करोड़ की मशीनें भी आ रहीं

क्रिटिकल केयर यूनिट के भवन के साथ ही बनेगा कैंसर यूनिट
रीवा। उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल के प्रयास से भारत सरकार द्वारा संचालित परियोजना प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत स्वीकृत क्रिटिकल केयर ब्लाक जो कि 16.63 करोड़ की लागत से बन रहा है। प्रथम तल में पृथक रूप से अत्याधुनिक अधोसंरचनायुक्त कैंसर यूनिट का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए आवश्यक प्रक्रियाएं पूर्ण की जा चुकी हैं। कैंसर यूनिट के निर्माण में संजय गांधी स्मृति चिकित्सालय में अवस्थित कैंसर यूनिट सीसीबी में प्रतिस्थापित की जाएगी।
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31 करोड़ की लागत से कैंसर यूनिट में स्थापित होंगी मशीनें
संजय गाध्ंाी अस्पताल में कैंसर यूनिट को 31 करोड़ स्वीकृत किए गए हैं। इसके माध्यम से कैंसर यूनिट को लीनियर पार्टिकल एक्सिलरेटर मशीन एवं सीटीसिमुलेटर मशीन प्राप्त होगी। इस मशीन के इंस्टाल होने से विंध्य क्षेत्र के कैंसर रोगियों का अत्याधुनिक तकनीक से बेहतर उपचार संभव होगा। रोगियों को रेडियोथसेरेपी के लिए महानगरों में जाने की जरूरत नहीं होगी।
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कैंसर के मरीजों को होती है परेशानी
रीवा जिला ही नहीं विंध्य में कैंसर के सबसे ज्यादा मरीज हैं। अभी तक संजय गांधी अस्पताल में आउटसोर्स पर सिंकाई आदि की व्यवस्थाएं चल रही थी। आउटसोर्स कंपनी बाहर हुई तो वह कोबाल्ट मशीन का पार्ट भी ले गई। इसके बाद यहां कैंसर मरीजों की सिकाई आदि का काम दोबारा शुरू नहीं हो पाया। इसके कारण कैंसर के मरीजों को बाहर जाना पड़ रहा है। अब नई मशीनें स्थापित होने से कैंसर के मरीजों को राहत मिलेगी। यह रीवा के मेडिकल हब बनने की दिशा में बड़ा कदम माना जा सकता है।