मुकुंदपुर चिडिय़ाघर का मास्टर प्लान कर देगा हैरान, लॉयन, बाघ और जेब्रा की सफारी बनेगी इतना बढ़ जाएगा दायरा

मार्तण्ड सिंह जूदेव चिडिय़ाघर और सफारी का मास्टर प्लान तैयार हो रहा है। यहां अब सिर्फ एक सफारी नहीं रहेगी। व्हाइट टाइगर की तरह तीन और सफारी तैयार करने की योजना है। चिडिय़ाघर का दायरा भी बढ़ेगा। करीब 300 हेक्टेयर क्षेत्र में इसका दायरा और बढ़ाया जाएगा। मास्टर प्लान स्वीकृति के बाद इस पर काम शुरू हो जाएगा। आने वाले दिनों में चिडिय़ाघर में लायन, जेब्रा और बाघ की सफारी का भी पर्यटन को लुत्फ मिलेगा।

मुकुंदपुर चिडिय़ाघर का मास्टर प्लान कर देगा हैरान, लॉयन, बाघ और जेब्रा की सफारी बनेगी इतना बढ़ जाएगा दायरा
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रीवा। महाराजा मार्तण्ड सिंह व्हाइट टाइगर सफारी एवं रेस्क्यू सेंटर का विस्तार किया जायेगा। टाइगर सफारी के द्वितीय चरण के विस्तार में नई सफारी स्थापित की जायेगी। जिसमें यलो टाइगर, लायन एवं जेब्रा प्रजाति के जानवरों की सफारी होगी। उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने वन विभाग के अधिकारियों को टाइगर सफारी के विस्तारीकरण के लिये आगामी 20 वर्ष की प्लानिंग कर मास्टर प्लान तैयार कर शासन स्तर से स्वीकृत कराने के निर्देश दिये। जयंती कुंज रीवा के रेस्ट हाउस में वन विभाग के अधिकारियों की बैठक में उप मुख्यमंत्री ने मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी के द्वितीय चरण के विस्तार कार्य की जानकारी ली तथा बनाये जाने वाले सफारी व जू के के प्रस्तावित कार्ययोजना का अवलोकन किया। उन्होंने मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी को बनारस से खजुराहो पर्यटन मार्ग में शामिल कराने के निर्देश दिये। ताकि इस मार्ग के पर्यटक सफारी का भी भ्रमण करें। श्री शुक्ल ने व्हाइट टाइगर सफारी के संचालन एवं बाड़ों के निर्माण के संबंध में अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की। इस दौरान मुख्य वन संरक्षक राजेश राय, डीएफओ सतना विपिन पटेल, डीएफओ रीवा अनुपम शर्मा सहित वन विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे। उप मुख्यमंत्री ने सतना जिले के बगदरा घाटी में डीएमएफ मद से बनायी जा रही गौशाला में पानी सहित चारा भूसा आदि की व्यवस्था सुनिश्चित रखने के निर्देश वन विभाग के अधिकारियों को दिये।
25 हेक्टेयर की एक सफारी होगी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मार्तण्ड ङ्क्षसह जूदेव चिडिय़ाघर में सिर्फ एक सफारी है। व्हाइट टाइगर सफारी करीब 25 हेक्टेयर मेंं फला हुआ है। इसी तरह  के तीन और सफारी बनाई जाएगी। एक सफारी करीब 25 हेक्टेयर में बनाई जाएगी। इसके लिए चिडिय़ाघर विस्तार के लिए जमीन का भी अधिग्रहण करेगा। मुकुंदुपर चिडिय़ाघर जहां पर बना हुआ है। वह पूरा वन क्षेत्र है। पास ही नर्सरी और ईको पार्क भी बना हुआ है। इसके विस्तार के लिए किस तरफ की जमीन अधिग्रहित की जाएगी। इस पर फिलहाल निर्णय लिया जाना शेष है।
विश्व स्तर का बनाया जाएगा जू और सफारी
मार्तण्ड सिंह जूदेव चिडिय़ाघर को विश्व स्तर का बनाने की योजना है। 20 साल का मास्टर प्लान फिलहाल तैयार किया जा रहा है। अभी इस योजना का खाका तैयार कर लिया गया है। इसे देश और विदेश के बड़े चिडिय़ाघरों की तर्ज पर तैयार किया जाएगा। जिससे इसकी पहचान विश्व स्तर पर बन सके। यही वजह है कि इस प्रोजेक्ट में वह सभी कुछ शामिल किया जा रहा है जिसके शुरू होने से मुकुंदपुर पर्यटन के लिए अपनी अलग पहचान बना सके। लोग सिर्फ चिडिय़ाघर घूमने के लिए यहां आए।
बाड़ों का भी होगा विस्तार, हाथी भी आएंगे
मास्टर प्लान में सिर्फ सफारी ही नहीं है। यहां पर बाड़ों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। यहां सभी वन्यजीव रखे जाएंगे जो अन्य जगहों पर उपलब्ध हैं। हाथी भी यहां पर रखे जाएंगे। इसके अलावा शाकाहारी, मांशाहारी प्रजाति के सभी वन्यजीवों का बाड़ा यहां पर तैयार किया जाएगा।