फिर पिट गया मीटर रीडर, बकाया वसूलने गया था, पटका पटकी हो गई

बिजली कर्मचारी के साथ फिर मारपीट की गई। सोमवार को बकायेदार के खिलाफ विद्युत कर्मचारी कनेक्शन काटने गए थे। इस बात से नाराज होकर उपभोक्ता मीटर रीडर से पिल पड़ा। जमकर दोनों पक्षों से मारपीट हुई। पटकम पकटाई हुई। मामला सिविल लाइन थाना पहुंचा। देर रात को थाना में हंगामा मचा तब दोनों पक्षों से मामला दर्ज किया गया।

फिर पिट गया मीटर रीडर, बकाया वसूलने गया था, पटका पटकी हो गई

दोनों पक्षों पर सिविल लाइन पुलिस ने दर्ज किया मामला
आउटसोर्स कर्मचारियों ने देर शाम किया थाना में हंगामा
रीवा। ज्ञात हो कि जनवरी पेड फरवरी का बिल जारी हो गया है। अब विद्युत विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों को टारगेट वसूली का लक्ष्य दे दिया गया है। शहर संभाग में राजस्व वसूली के लिए आउटसोर्स कर्मचारियों को भी मैदान में उतार दिया गया है। मीटर रीडर से लेकर अन्य कर्मचारियों की भी ड्यूटी लगाई गई है। अब यही कर्मचारी मारपीट का शिकार हो रहे हैं। रेग्युलकर कर्मचारी इन आउटसोर्स कर्मचारियों को ही आगे कर देते हैं। उपभोक्ता अपना गुस्सा इन्हीं पर उतारते हैं। बकायादारों के कनेक्शन भी काटे जा रहे हैं। सोमवार को पद्मधर कालोनी विद्युत विभाग की टीम बकाया वसूलने और कनेक्शन काटने पहुंची थी। इसी दौरान दीपक सोनी विद्युत विभाग की टीम से भिड़ गया। 33 वर्षीय अग्निवेश सोनी पिता योगेश सोनी उम्र 33 वर्ष निवासी नरेन्द्र नगर थाना अमहिया के साथ झूमाझटकी शुरू कर दी। साथ में आउटसोर्स कर्मचारी जितेन्द्र कुशवाहा, राजेश विश्वकर्मा भी मौजूद रहे। दीपक सोनी और अग्निेवश सोनी दोनों एक दूसरे पर पिल पड़े। पटक पटकाई शुरू हो गई। साथ में मौजूद कर्मचारियों ने बीच बचाव किया। दोनों को अलग किया। इसके बाद दोनों पक्ष थाना पहुंच गया। सिविल लाइन थाना में सुबह पहुंच कर शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस ने शिकायत तो ले ली लेकिन एफआईआर नहीं की। देर रात तक एफआईआर नहीं होने पर विद्युत विभाग के आउटसोर्स कर्मचारी संगठन, पत्रोपाधि अभियंता संघ के पदाधिकारी, एई, जेई और डीई भी मौके पर पहुंच गए। थाना का घेराव कर दिया। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और मामला दर्ज किया। हालांकि इस एफआईआर में सरकारी कार्य में बाधा का प्रकरण दर्ज नहीं किया है। सिर्फ मारपीट और गलीगलौज का प्रकरण दर्ज कर पुलिस ने भी पल्ला झाड़ लिया है। इस कार्रवाई से आउटसोर्स कर्मचारियों और मीटर वाचकों में आक्रोश है। हद तो यह है कि विद्युत विभाग के कर्मचारियों से मारपीट के बाद भी पुलिस ने पहले दीपक सोनी का प्रकरण दर्ज किया। इसके बाद ही मीटर रीडर की फरियाद सुनी गई।
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निराला नगर में भी हुई थी मारपीट
कुछ दिन पहले निराला नगर में भी एक मीटर रीडर के साथ मारपीट की गई थी। बकायादार से वसूली और कनेक्शन काटने गए मीटर रीडर को मारपीट का शिकाार होना पड़ा था। उपभोक्ता ने मारपीट की थी। डंडे से हमला किया था। इस मामले में भी पुलिस ने हीलाहवाली करने की कोशिश की थी। देर रात थाना का घेराव करने पर ही प्रकरण दर्ज किया गया था।
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बिल जमा करने पर ही होता है विवाद
उपभोक्ता बिजली का उपयोग तो करते हैं लेकिन बिल जमा करने से कतराते हैं। कई महीनों का बिल एक साथ आने पर हंगामा करने लगते हैं। अधिक बिल आने की शिकायत करते हैं। जब बकाया बिल की वसूली करने विद्युत विभाग के कर्मचारी मौके पर जाते हैं तो उन पर गुस्सा निकालते हैं। चंद रुपयों की नौकरी करने वाले आउटसोर्स कर्मचारी इसका शिकार हो रहे हैं। समय पर वेतन तो नहीं मिलता लेकिन आउटसोर्स कर्मचारियों को पुलिस प्रकरण जरूर मिल रहा है। अब इनकी सारी सैलरी पुलिस थाना का चक्कर लगाने और कोर्ट जाने में ही लग जाएंगा।
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