3 घंटे प्रभारी मंत्री ने मऊगंज विधायक को मनाया, लेकिन नहीं मानें, छूटते ही देवरा जाने की जिद पर अड़े

मऊगंज विधायक जिद पर अड़े हैं। 24 घंटे से सामुदायिक भवन में नजर बंद है लेकिन छूटते ही फिर से देवरा गांव जाने की जिद पर अड़े हैं। इसलिए इन्हीें छोड़ा नहीं गया। विवाद के बाद मऊगंज विधायक को मनाने के लिए भोपाल से मऊगंज के प्रभारी मंत्री को रीवा भेजा गया। प्रभारी मंत्री सामुदायिक भवन में विधायक से मिलने पहुंचे। 3 घंटे तक बंद कमरे में मंथन चला लेकिन बातचीत बेनतीजा रहा। विधायक जिद पर अड़़े हैं। बात नहीं बनी तो प्रभारी मंत्री का जाना भी कैंसल हो गया है। वह भी रीवा में ही डेरा जमाए हुए हैं।

मंशा पर उठ रहे हैं सवाल, एसपी और कलेक्टर विधायक के टारगेट में हैं
24 घंटे से सामुदायिक भवन में हैं नजर बंद प्रदीप पटेल
बुधवार को छोडऩा था लेकिन जिद के कारण नहीं छोड़े गए
रीवा। आपको बता दें कि मऊगंज के देवरा महादेवन में मंदिर की जमीन पर अतिक्रमण को लेकर मंगलवार को बवाल मच गया था। जमकर पत्थरबाजी हुई थी। मऊगंज विधायक की मौजूदगी में भीड़ जेसीबी लेकर खुद ही अतिक्रमण तोडऩे पहुंच गई थी। इसके कारण ही हिंसा भड़क गई थी। हालांकि पुलिस और प्रशासन ने मोर्चा सम्हाला और स्थिति को चंद घंटों में ही नियंत्रण में ले लिया। अब हालात सामान्य हैं। पत्थर बाजी में कुछ लोगों के सिर जरूर फूटे लेकिन जनहानी नहीं हुई। हालात को देखते हुए मऊगंज विधायक को मऊगंज से ही दूर कर दिया गया। पुलिस अभिरक्षा में विधायक प्रदीप पटेल को रीवा लाया गया। पुलिस लाइन सामुदायिक भवनमें उन्हें नजर बंद करके रखा गया है। 24 घंटे से नजर बंद हैं। वह जिद छोडऩे को तैयार ही नहीं है। छूटते ही देवरा गांव जाने की जिद पर अड़े हैं। इसलिए उनके नजर बंद की अवधि बढ़ती जा रही है। बुधवार को ही उन्हें छोडऩा था लेकिन वह जिद नहीं छोड़ रहे हैं, इसलिए पुलिस भी उन्हें नहीं छोड़ रही। मऊगंज विधायक की करतूतों की आंच भोपाल तक भी पहुंची। उन्हें मनाने के लिए प्रभारी मंत्री मऊगंज लखन पटेल को रीवा भेजा गया। प्रभारी मंत्री लखन पटेल रीवा पहुंचने के बाद उन्हें मनाने के लिए सीधे सामुदायिक भवन पहुंचे। तीन घंटे बातचीत चली लेकिन बेनतीजा रही।
बाक्स....
बंद कमरे में चला मनाने का दौर
प्रभारी मंत्री भोपाल आलाकमान के निर्देश पर रीवा पहुंचे। देर शाम वह मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल से मिलने सामुदायिक भवन पुलिस लाइन पहुंचे। मुलाकात के दौरान किसी भी प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारियों को अंदर जाने की अनुमति नहीं थी। सिर्फ चर्चा के दौरान प्रभारी मंत्री और मऊगंज विधायक ही रहे। शाम 7 बजे से शुरू हुई चर्चा रात करीब 10 बजे तक चली। इसके बाद प्रभारी मंत्री सामुदायिक भवन से बाहर निकले और सर्किट आउस लौट गए। बातचीत विफल रही। मऊगंज विधायक को मनाने में सफल नहीं हुए। फिलहाल प्रभारी मंत्री रीवा में ही रुके हुए हैं।
अन्न त्यागा, सिर्फ फलफूल, दूध, पिस्ता बादाम खा रहे
मऊगंज विधायक सामुदायिक भवन में नजर बंद किए गए हैं। उन्होंने अन्न त्याग दिया है। सिर्फ दूध, फल-फूल, मूंगफली, चना, पिस्ता बादाम और नारियल पानी ही ले रहे हैं। इसका सारा इंतजाम आरआई पुलिस विभाग से किया जा रहा है।
जिद ही यह मानी जा रही है वजह
मऊगंज विधायक प्रदीप ङ्क्षसह पटेल जिद पर अड़े हैं। वह विवादि स्थल पर ही जाना चाह रहे हैं। सूत्रों की मोनें तो इसके पीछे मंशा सरकार की छवि को धूमिल करने के साथ ही प्रशासन और पुलिस पर दाग लगाना है। पिछले कुछ दिनों से पुलिस और प्रशासन के साथ प्रदीप पटेल के तालमेल नहीं बैठ पा रहे हैं। पुलिस ने मऊगंज विधायक से किनारा कर लिया है। यही वजह है कि देवरा कांड की आड़ में धार्मिक उन्माद फैलाकर एसपी और कलेक्टर को हटाना चाह रहे हैं।
चार दिन की मोहलत बची, तब तक के लिए भी नहीं मान रहे
देवरा महादेवन मंदिर की जमीन पर करीब 50 से अधिक लोगों ने अतिक्रमण किया हुआ है। इन अतिक्रमणकारियों में सिर्फ मुश्लिम ही नहीं है। इसमें आदिवासी परिवार भी शामिल हैं। करीब 40 परिवार मुस्लिम और 10 से 12 परिवार हरिजन आदिवासी हैं। इनमें से कईयों के पीएम आवास बने हैं। कईयों को पट्टा वितरित किया गया है। इन सभी को एसडीएम न्यायालय से नोटिस जारी किया गया है। 15 दिनों में जवाब मांगा गया है। 23 नवंबर को मोहलत खत्म हो रही है। इसके बाद 24 घंटे का और समय अतिक्रमण तोडऩे के लिए दिया जाएगा। इसके बाद ही प्रशासन नियमानुसार कार्रवाई कर सकता है लेकिन इतना समय भी मऊगंज विधायक देने को तैयार नहीं है। जिद पर अड़े हैं।
सारी सोची समझी साजिश के तहत हुआ
देवरा महादेवन में मंदिर की जमीन पर अतिक्रमण की जानकारी सभी को थी। यह भी जानकारी थी कि अतिक्रमणकारियों को हटाने के लिए प्रशासन की कार्रवाई प्रचलन में है। इसके बाद भी कुछ लोगों को धरने पर बैठाया गया और फिर मऊगंज विधायक ने मौके पर पहुंच कर ऐसा कांड करा दिया कि अब पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है। सूत्रों की मानें तो यह पूरी सोची समझी साजिश के तहत हुआ है। अचानक मऊगंज विधायक का हिंदुत्व राग अलापना भी लोगों को पच नहीं पा रहा है।
विधायक के नाती के पास पहुंचा पुलिस का पत्र
पुलिस चौकी खटखरी थाना शाहपुर से विधायक प्रदीप पटेल के नाती अर्जुन पटेल पिता रामस्वरूप पटेल के पास गिरफ्तारी का पत्र पहुंचा। पुलिस ने अर्जुन पटेल निवासी चाक मोड़ वार्ड क्रमांक 2 को पत्र के जरिए सूचना दी कि ग्राम देवरा में विधायक के नेतृत्व में 19 नवंबर को कई व्यक्तियों द्वारा कानून व्यवस्था की स्थिति निर्मित की गई। संज्ञेय अपराध घटित न हो इस कारण से विधिवत भारतीय न्याय सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 126, 135, 170 बीएनएसएस के तहत विधायक प्रदीप पटेल पिता छोटेलाल वर्मा को गिरफ्तार किया गया है। उन्हें अस्थायी जेल सामुदायिक भवन रीवा में निरुद्ध किया गया है।
------------------------------
पूरी तरह से शांति है। थोड़ी सी झपड़ हुई थी। तत्काल ही उसे नियंत्रण में कर लिया गया। दंगे जैसी बात नहीं थी। पुलिस ने भीड़ को तितर बितर कर कंट्रोल में कर लिया था। उसके बाद धारा 163 लगा दिया गया था। आज भी धारा 163 लागू हैं। बल भी लगा हुआ है। एसपी के साथ निरीक्षण कर रहे हैं।
अजय श्रीवास्तव
कलेक्टर, मऊगंज
------------
पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है। देवरा में शांति कायम है। उपद्रव मचाने वालों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। गिरफ्तारियां की जा रही हैं। धारा 163 लागू है।
रसना ठाकुर, एसपी
मऊगंज