महिला के घर बयान लेने जाते थे फिर संबंध बनाने लगे थाना प्रभारी, अब दुष्कर्म के मामले में फंसे निलंबित हुए
मऊगंज जिला में पदस्थ एक थाना प्रभारी के खिलाफ एक महिला ने सिहोरा थाना में दुष्कर्म का प्रकरण दर्ज कराया है। प्रकरण दर्ज होने के बाद मऊगंज पुलिस अधीक्षक ने पुलिस इंस्पेक्टर को लाइन अटैच कर दिया है। पुलिस इंस्पेक्टर सिहोरा में पदस्थ रहते हुए एक महिला से दहेज प्रताडऩा के मामले में बयान लेने उसके घर जाते थे। धीरे धीरे उसके साथ संबंध बनाना शुरू कर दिए। अपनी शादी की बात भी छुपाई। जब मामला खुला तो महिला ने दुष्कर्म का मामला दर्ज करा दिया। अब पुलिस इंस्पेक्टर मामले में बुरी तरह से फंस गए हैं।
रीवा। जानकारी के अनुसार मऊगंज पदस्थ रहे इंस्पेक्टर गिरीश धुर्वे इसके पहले सिहोरा में पदस्थ थे। पुलिस इंस्पेक्टर गिरीश धुर्वे 2021 में सिहोरा पुलिस थाने के प्रभारी थे। इंस्पेक्टर गिरीश धुर्वे ने दहेज प्रताडऩा के मामले में एक महिला के घर जाकर बयान दर्ज किया। इसके बाद वह किसी न किसी बहाने से अक्सर उस महिला के घर जाने लगे। महिला ने शिकायत में बताया है कि एक दिन जब वह अचानक घर आए। तब घर पर कोई नहीं था। इंस्पेक्टर गिरीश धुर्वे ने उसके साथ फिजिकल रिलेशन बनाए और फिर शादी का वादा करके शिकायत करने से रोक दिया। इंस्पेक्टर गिरीश धुर्वे उसे अपने सरकारी क्वार्टर पर बुलाने लगे। दोनों के बीच फिजिकल रिलेशन बनते रहे। इसी दौरान इंस्पेक्टर गिरीश धुर्वे के नौकर ने बताया कि, वह शादीशुदा है। महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि जब उसने इस बात का विरोध किया तो इंस्पेक्टर गिरीश धुर्वे ने सर्विस रिवॉल्वर निकाल कर उसकी गर्दन में अड़ा दी। एक कोरे स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर करवा लिए। इसी विवाद के दौरान इंस्पेक्टर गिरीश धुर्वे के पुत्र ईशान धुर्वे ने घर आकर उसे धमकी दी थी।
अपने पिता की सर्विस रिवाल्वर दिखाकर धमकाया था। सिहोरा थाना पुलिस ने इंस्पेक्टर गिरीश धुर्वे के खिलाफ महिला से बलात्कार एवं उनके पुत्र ईशान धुर्वे के खिलाफ महिला को धमकाने का मामला दर्ज कर लिया है। गिरीश धुर्वे मौजूदा समय में मऊगंज थाना प्रभारी थे। उनके खिलाफ बलात्कार का मामला सिहोरा थाने में दर्ज होने की जानकारी मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक मऊगंज वीरेन्द्र जैन द्वारा थाना प्रभारी गिरिश धुर्वे को लाइन अटैच कर दिया गया है।