जनता लुट रही थी किसी ने नहीं सुना, पुलिकर्मियों ने की शिकायत तो दो घंटे में अग्रसेन बुक एजेंसी को सील कर दिए

पुलिकर्मियों की शिकायत के दो घंटे बाद ही पूरा सिस्टम अग्रसेन बुक एजेंसी के दहलीज पर जा खड़ा हुआ। पिं्रट रेट से अधिक की किताबें बेचने के आरोप में दुकान सीज कर दी गई। वहीं जनता सालों से बुक सेंटरों की लूट को लेकर चिल्लाती रही लेकिन कोई कार्रवाई करने सामने नहीं आया था। अब पुलिसकर्मियों को परेशानी हुई तो पूरा सिस्टम ही एक्टिव हो गया और तुरंत कार्रवाई भी हो गई। खैर जो भी हो इसी बहाने प्रशासन को इनकी लुटाई का पता तो चला।

जनता लुट रही थी किसी ने नहीं सुना, पुलिकर्मियों ने की शिकायत तो दो घंटे में अग्रसेन बुक एजेंसी को सील कर दिए

रीवा।
ज्ञात हो कि गांव से लेकर शहर तक शिक्षा के नाम पर लूट खसोट मची हुई है। स्कूल संचालक और बुक एजेंसियां अभिभावकों को जमकर लूट रही है। इनके खिलाफ प्रशासन कार्रवाई तक नहीं करता। मंगलवार को इसी लूट खसोट की शिकायत पुलिसकर्मियों ने एसपी रीवा से लिखित में की। इस शिकायत को एसपी ने कलेक्टर के पास भेजा। कलेक्टर ने तुरंत एक्शन लेने के निर्देश एसडीएम को दिए। एसडीएम, तहसीलदार और पुलिसबल दो घंटे के अंदर ही सिरमौर चौराहा स्थित रमागोविंद पैलेस में संचालित अग्रसेन बुक एजेंसी पहुंच गई। दुकानों की जांच की गई। हालांकि पुलिसकर्मियों की शिकायत एकदम सही पाई गई। किताब, कापियों में प्रिंट के ऊपर स्टीकर लगाकर नया रेट डाला गया था। टीम ने जांच की तो अनियमितता सामने आईं। इस पर एक्शन लेते हुए अग्रसेन बुक एजेंसी पर प्रशासन ने ताला जड़ दिया है। कार्रवाई के दौरान एसडीएम अनुराग तिवारी, तहसीलदार व नायब तहसीलदार मौजूद रहे।
दो दुकानें हैं संचालित
अग्रसेन बुक डिपो की रमागोविंद पैलेस के अलावा बड़ी पुल के पास भी संचालित है। इन्हें प्रशासन के कर्मचारियों, अधिकारियों का भी संरक्षण मिला हुआ है। यही वजह है कि यह खुलेआम अभिभाव

कों को लूटते हैं। प्रिंट रेट या फिर उससे अधिक में किताब कापियां बेंचते हैं। रीवा की अधिकांश बड़ी दुकानों से इनका टायअप है। हालांकि ऐसा गोरखधंधा सभी बड़ी प्राइवेट स्कूलों ने बना रखा है। किताब, कापियां तो दूर, जूता, चप्पल और टाई, बेल्ट तक फिक्स दुकानों में ही मिलती हैं।
आरक्षकों ने की थी एसपी से शिकायत
पुलिस अधीक्षक को विभाग के ही आरक्षकों ने शिकायत की थी। शिकायत करने वालों में आरक्षक वीरेन्द्र नामदेव, अरुण चौबे, जय करण पटेल, विष्णु प्रजापति, कृष्णकांत नामदेव, अभय यादव, जितेन्द्र सिंह, ओमकार त्रिपाठी आदि ने शिकायत की। शिकायत में कहा कि बच्चे वेदांता पब्लिक हायर सेकेण्डरी स्कूल रीवा में पढ़ते हैं। स्कूल प्रबंधन ने छात्रों को बुक्स खरीदने के लिए अग्रसेन बुक एजेंसी रमागोविंद पैलेस सिरमौर चौराहा के लिए मैसेज किया था। उक्त मैसेज के आधार पर प्रार्थीगण अपने बच्चों की बुक्स एवं स्टेशनरी खरीदे हैं। अंग्रेजी विषय की स्पोकेन इंग्लिश बुक में अंकित मूल्य 205 रुपए को देखने पर संदेह हुआ। अंकित मूल्य को स्क्रेच किया गया तो नीचे 145 रुपए अंकित निकला। अग्रसेन बुक एजेंसी पुस्तकों में लिखे वास्तविक मूल्य के साथ छेडख़ानी कर अधिक मूल्य अंकित कर विक्रय किया जा रहा है। अग्रसेन बुक एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई कर अधिक ली गई राशि दिलाने की मांग की थी। इसी शिकायत पर एक्शन हुआ।