छात्रों की क्रिकेट किट गटक गया स्कूल विभाग, बिना जूता और डे्रस के जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भेज दिए

स्कूल शिक्षा विभाग में खेल कूद सामग्री का फर्जीवाड़ा नया नहीं है। इस मर्तबा विभाग फिर सुर्खियों में है। जिला स्तरीय शालेय क्रिकेट प्रतियोगिता में हिस्सा लेने गए छात्रों को क्रिकेट किट ही नहीं मिला। बिना किट के रीवा के छात्र खेल रहे हैं। छात्रों ने किट नहीं मिलने पर विभाग पर आरोप लगाए हैं। वहीं विभाग ने भोपाल से ही किट नहीं मिलने की बात कह कर पल्ला झाड़ रहा है।

छात्रों की क्रिकेट किट गटक गया स्कूल विभाग, बिना जूता और डे्रस के जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भेज दिए

सिर्फ रीवा के खिलाडिय़ों को नहीं मिली किट, हो रही जमकर किरकिरी
लाखों रुपए वसूलते हैं लेकिन सारा बजट चट कर जाते हैं
रीवा। ज्ञात हो कि सतना जिला स्तरीय शालेय क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रतियोगिता में संभाग अंतर्गत सभी जिलों से टीम पहुंची है। चार जिलों की टीम के बीच में सतना में मुकाबला चल रहा है। सभी जिलों के खिलाडिय़ों को क्रिकेट किट दी गई है लेकिन रीवा के खिलाडिय़ों को विभाग की तरफ से कुछ भी नहीं मिला। बिना जूता और किट के ही स्कूल के छात्र खेलने पहुंचे। विभागीय लापरवाही के कारण रीवा जिला के खिलाडिय़ों की जमकर किरकिरी हुई। सभी छात्र अलग अलग डे्रस में खेलते नजर आए। जिला स्तरीय टीम में सभी छात्र सरकारी स्कूलों के थे। इसमें से कईयों के पास स्पोर्ट्स किट नहीं था। जूते तक नहीं थे। ऐसे में उन्हें प्रदर्शन करने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। अब इस लापरवाही के मामले में स्कूल शिक्षा विभाग के जिला क्रीड़ा अधिकारी इस मामले से पल्ला झाड़ रहे हैं। भोपाल से किट नहीं आने का हवाला दे रहे हैं।
छात्रों से वसूली जाती है क्रीड़ा शुल्क
सरकारी स्कूलों में पढऩे वालों से क्रीड़ा शुल्क के नाम पर लाखों रुपए वसूला जाता है। इस राशि में से कुछ हिस्सा स्कूल का होता है। कुछ जिला शिक्षा अधिकारी के खेल कूद विभाग को जाता है। कुछ राशि संभागीय कार्यालय के हिस्से में जाती है। इसी राशि से ही सालभर होने वाली प्रतियोगिताओं में व्यवस्थाएं की जाती है। छात्रों को भोजन से लेकर टूर में लगने वाले खर्च तक को वहन किया जाता है। ड्रेस आदि भी उपलब्ध कराया जाता है। इसी राशि में बड़ा फर्जीवाड़ा होता है।
छात्रों ने किया वीडियो वायरल
सतना खेलने गए रीवा के खिलाडिय़ों का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस वीडियो में छात्र किट नहीं मिलने की बात कह रहे हैं। रीवा जिला से 19 वर्षीय क्रिकेट बालक प्रतियोगिता में 18 छात्रों की टीम भेजी गई है। इसमें से किसी भी छात्र को क्रिकेट किट नहीं दी गई है।
-------------------
इस मर्तबा भोपाल से ही किट नहीं आई है। भोपाल से ही टेंडर होना था। पहले जिला स्तर पर होता था। किट नहीं आने के कारण ही छात्रों को उपलब्ध नहीं कराया जा सका।
चंदन सिंह
जिला क्रीड़ा अधिकारी, रीवा