जवा में मासूम की मौत का खुला राज, अश्लील वीडियो देखकर भाई ने किया था दुष्कर्म फिर गला दबा कर हत्या

मोबाइल में परोसी जा रही अश्लीलता बच्चों को भी मानसिक रूप से बीमार और अपराधी बना रही है। इसी मोबाइल में अश्लील वीडियो देखने के बाद भाई ने 9 साल की मासूम बहन के साथ गलत कृत्य किया। फिर उसका गला दबा कर हत्या कर दी। इस वारदात में मां ने भी बेटे का साथ दिया। पुलिस ने जवा में हुई 9 साल की मासूम की गलाघोंट कर हत्या किए जाने का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है।

जवा में मासूम की मौत का खुला राज, अश्लील वीडियो देखकर भाई ने किया था दुष्कर्म फिर गला दबा कर हत्या

भाई ने की हत्या, बहन और मां ने दिया उसका साथ
पुलिस ने तीन महीने बाद किया खुलासा, सभी को गिरफ्तार किया गया
रीवा । जवा थाना क्षेत्र अंतर्गत एक 9 साल की मासूम बच्ची से दुष्क र्म व हत्या किए जाने के मामले में तीन माह बाद पुलिस ने घटना का खुलासा कर दिया है। मामले की जांच एसआईटी द्वारा की जा रही थी। रिश्ते के भाई ने ही मासूम से दुष्कर्म किया इसके बाद गला घोटकर उसे मौत की नीद सुला दिया। घटना में नाबालिग भाई के साथ उसकी मॉ और बड़ी बहन ने भी दिया था। पुलिस ने मामले में नाबालिग भाई, मृतका की मॉ व उसकी दो बेटियों को गिरफ्तार पूरी घटना का खुलासा कर दिया है। शुक्रवार को पुलिस कंट्रोल रूप में पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह, एएसपी विवेक लाल सहित थाना प्रभारियों ने घटना का खुलासा किया।  घटना में 13 साल का बालअपचारी भाई, मृतिका की मॉ व दो मृतका बड़ी बहनों पर कार्रवाई की गई है।
24 अप्रैल को सामने आई थी वारदात
जवा थाना में 24 अप्रैल की सुबह यह सूचना पहुंची की एक 9 साल की बच्ची की लाश घर के आगन में पड़ी हुई है। सूचना के बाद मौके पर एसडीओपी डभौरा व थाना प्रभारी जवा पहुंचकर मामले को गंभीरता से लेकर एफ एस एल टीम एवं डॉग स्कॉड से घटना स्थल पर साक्ष्य जुटाए। पीएम के बाद पता लगा कि मासूम से दुष्कर्म कर गला घोटकर हत्या की गई है। पुलिस ने हत्या, पाक्सो एक्ट व दुष्कर्म के तहत मामला पजीबद्ध कर जांच शुरू की। घटना की गम्भीरता को देखते हुए आईजी महेन्द्र सिंह सिकरवार, डीआईजी साकेत पाण्डेय व एसपी विवेक सिंह के साथ एएसपी विवेक कुमार लाल भी घटना स्थल का निरीक्षण करने पहुंचे ेथे। मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। विवेचना के दौरान पाया गया कि घटना स्थल जो मृतका का घर था वहां पर गृह प्रवेश के कोई साक्ष्य नहीं मिले घटना में अपराधी के घटना से बाहर जाने के भी कोई साक्ष्य नहीं मिला।  सर्वप्रथम घरवालो ने मृतका की मृत्यु कीड़े काटने से होना लोगों को बताया था, इसे देखते हुए पुलिस ने परिस्थितिजन साक्ष्य एकत्र करते हुए मुखबिरतंत्र के माध्यम से तकनीकी साक्ष्यों को एकत्रित करने पश्चात संदिग्ध 50 लोगों से बारीकी से पूछताछ की थी। संदिग्धों का मेडिकल परीक्षण उपरांत वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर तथा मुखबिर की सूचना से घटना के संबंध में मृतिका के घर के सदस्यों से पुलिस ने
बारीकी से पूछताछ की। जिसके बाद मृतका की माँ व मृतिका का बड़ा भाई एवं  बड़ी बहनों द्वारा लगातार अपने बयान को बदल-बदल कर पुलिस को बताया जा रहा था। तब शंका के आधार पर पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
ऐसे हुई थी घटना
पुलिस ने बताया कि पूछताछ में आरोपी मॉ ने बताया कि मासूम बच्ची के साथ उसका बड़ा भाई सो रहा था। बड़े भाई ने मोबाइल पर अश्लील वीडियो देखे एवं उस वीडियो के प्रभाव से उत्तेजित हो कर उसने अपनी छोटी बहन का मुंह दबाकर गलत काम किया जब उसने कहा कि वह पापा से यह सब बता देगी तो उसने उसका गला दबा दिया। इसके बाद आरोपी भाई ने घटना की जानकारी अपनी मॉ को दी जब मॉ ने बच्ची को देखा तो उसकी सांस चल रही थी जिसके बाद नाबालिग भाई ने पुन: गला दबा कर उसकी हत्या कर दी। घटना के बाद मृतका की दोनों बहनें जग गईं थी और उनको इस घटना की जानकारी हुई। तब सबने मिलकर घटना स्थल बदला और सभी ने गुमराह कर पुलिस को अपनी जांच से दूर करने का प्रयास किया।
पुलिस टीम को मिलेगा ईनाम
पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने मासूम बच्ची के साथ रेप कर हत्या की घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम के सदस्यों को कार्यवाही के लिये ईनाम देने की उद्घोषणा की है। टीम में थाना प्रभारी जवा अजय खोब्रागडे, थाना प्रभारी पनवार प्रवीण उपाध्याय, थाना प्रभारी डभौरा ऋषभ सिहं बघेल, थाना प्रभारी महिला थाना निशा मिश्रा, उनि गीतांजली सिंह डीआईजी कार्य. उनि अरविन्द राठौर सायबर सेल उनि. शैलेन्द्र सिंह के साथ प्रधान आरक्षक व आरक्षक शामिल रहे।