दुकान, मकान पहले ही तोड़ दिया था, अब राज्यपाल के आने से पहले मलवा भी हटा दिया गया

श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के प्रवेश द्वार के पास अतिक्रमण कर बने मकान और दुकान को पहले ही तोड़ दिया गया था। मौके पर सिर्फ मलवा था। राज्यपाल के आने के पहले शुक्रवार को वह भी हटवा दिया गया। पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में मलवा हटाया गया।

दुकान, मकान पहले ही तोड़ दिया था, अब राज्यपाल के आने से पहले मलवा भी हटा दिया गया

रीवा। ज्ञात हो कि श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के इंट्रेस गेट के पास ही करीब 8447 वर्गफीट जमीन पर अतिक्रमण था। इसका विवाद करीब 39 साल से चल रहा है। जमीन को खाली कराने के लिए प्रशासन और मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने लंबी लड़ाई लड़ी। हालांकि पूरी तरह से अतिक्रमण नहीं हटा पाए। जमीन का भी अधिग्रहण करने की कोशिश की गई लेकिन अतिक्रमणकारियों ने मुआवजा लेकर हटने की जगह कोर्ट पहुंच गए। मामला लटक गया। वर्ष 2016 में कोशिश की गई थी। तब काफी हिस्सा अतिक्रमण से मुक्त करा लिया गया था। शेष को हटाने के लिए जिला न्यायालय में प्रकरण चल रहा था। प्रकरण की सुनवाई करते हुए जिला न्यायालय ने मेडिकल कॉलेज के पक्ष में फैसला सुनाया था। अतिक्रमणकारियों की याचिका को ही निरस्त कर दिया। इसके बाद प्रशासन ने मकान और दुकान नेस्तनाबूद कर दिया था। इस कार्रवाई के बाद दूसरे पक्ष ने हाईकोर्ट में अपील कर दी थी। हाईकोर्ट से मामले में स्टे मिल गया था। तब से मौके पर हालात जस के तस थे। शुक्रवार को प्रशासन ने मलवा हटाने की कार्रवाई की। मौके पर पुलिस बल भी मौजूद रहा। प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में मलवा हटाया गया। 
1960 में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आकर काबिज हुए थे
मेडिकल कॉलेज की भूमि पर वर्ष 1960 के आसपास स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आकर काबिज हुए थे। उन्हें प्रशासन से 990 वर्गफीट का पट्टा भी दिया गया था। इसके बाद निर्धारित जमीन से कहीं अधिक पर दायरा बढ़ता गया। वर्ष 1982 से भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने की लड़ाई मेडिकल कॉलेज ने लडऩी शुरू की। वर्ष 1993 में सरकारी जमीन का अधिग्रहण किया गया। मुआवजा निर्धारण किया गया। हालांकि अतिक्रमणकारियों ने मुआवजा नहीं लिया। वर्ष 2003 में मुआवजा के लिए कोर्ट में तलब किया गया लेकिन वह नहीं आए। वर्ष 2013 में मुआवजा की राशि मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने कोर्ट में ही जमा करा दिया था। इसके बाद अतिक्रमण करने वाला पक्ष कोर्ट के चक्कर में ही उलझा रहा। जिला न्यायालय नेमेडिकल कॉलेज के पक्ष में फैसला दिया है। इसे हाईकोर्ट में सामने वाले पक्ष ने चैलेंज किया है। मामले में फिलहाल यथास्थिति बनाए रखने के आदेश दिए गए हंै।
करोड़ों की है जमीन
मेडिकल कॉलेज के मुख्य गेट पर ही करीब 8 हजार 447 वर्ग फीट पर अतिक्रमण है। वर्तमान समय में यहां जमीन की कीमत 20 हजार रुपए वर्गफीट चल रही है। इसके हिसाब से इस जमीन की कीमत करीब 17 करोड़ के आसपास है।
डायमंड जुबली में शामिल होंगे राज्यपाल
श्याम शाह मेडिकल कॉलेज में डायमंड जुबली का आयोजन होने जा रहा है। 23 और 24 दिसंबर को कार्यक्रम आयोजित होगा। इस कार्यक्रम में शुभारंभ के अवसर पर मप्र के राज्यपाल शामिल होंगे। मेडिकल कॉलेज में बने नए भवन का शुभारंभ भी करेंगे। यही वजह है कि राज्यपाल के आने के पहले गेट के पास पड़ा भवन का मलवा हटाने की कार्रवाई शुक्रवार को की गई।