स्मार्ट मीटर के कनेक्शन तो काट दिए लेकिन जोडऩे में फूल गए विभाग के हाथपांव

विद्युत विभाग के स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए फिर सिरदर्द साबित हुए। बकायादार उपभोक्ताओं के आनलाइन कनेक्शन तो काट दिए लेकिन जोडऩे में हाथपैर फूल गए। सर्वर ठप रहा तो कनेक्शन भी नहीं जुड़े। बिल जमा करने के घंटो बाद भी उपभोक्ता अंधेरे में रहे। विभाग के सारे दावे हवा हो गए।

स्मार्ट मीटर के कनेक्शन तो काट दिए लेकिन जोडऩे में फूल गए विभाग के हाथपांव
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सर्वर ठप होने से बिल जमा करने के बाद भी नहीं जुड़ रहे थे कनेक्शन
रीवा। ज्ञात हो कि रीवा शहर में स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है। अब तक करीब 30 हजार उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लग चुके हैं। इन स्मार्ट मीटर ने विद्युत विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों को राहत दी। बकायादारों के कनेक्शन काटने में काफी आसानी हुई। घर बैठे ही स्मार्ट मीटर के उपभोक्ताओं के कनेक्शन आसानी से काटे और जोड़े जा रहे थे। इन उपभोक्ताओं के खिलाफ कार्रवाई आसान मानी जा रही थी। विद्युत विभाग स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के आनलाइन कनेक्शन काटने के बाद बिल जमा करने पर 20 मिनट के अंदर दोबारा कनेक्शन जोड़े जाने का दावा कर रहा था। यह दावा गुरुवार को फेल हो गया। सुबह 12 बजे कई उपभोक्ताओं के आनलाइन कनेक्शन काट दिए गए। दोपहर में उपभोक्ताओं ने बिल जमा कर दिया। इसके बाद रात 9 बजे दोबारा बड़ी मुश्किल से आनलाइन कनेक्शन जोड़ जा सके। इसकी वजह सर्वर डाउन होना बताया गया। सर्वर डाउन होने से आनलाइन कनेक्शन जुड़ ही नहीं रहे थे। इस खामी के सामने आने के बाद अब उपभोक्ता पूरी व्यवस्था से ही डर रहे हैं। यदि भविष्य में सर्वर कई दिनों के लिए ठप हुआ तो उपभोक्ता अंधेरे में ही रह जाएंगे। स्मार्ट मीटर जितना अधिकारियेां को फायदा पहुंचा रहा है। उपभोक्ताओं के लिए यह उतना ही सिरदर्द बन गया है।
विद्युत विभाग का शिकायत नंबर बेकार
विद्युत विभाग ने बिजली से जुड़ी समस्याओं के निराकरण के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। 1912 में ही सारी शिकायतें दर्ज की जाती है लेकिन इस नंबर को कोई मतलब ही नहीं रह गया है। इसमें शिकायत दर्ज कराने के बाद भी उपभोक्ताओं की समस्याओं का निराकरण नहीं होता। जब तक विद्युत विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों से व्यक्तिगत जाकर उपभोक्ता नहंी मिलती तब तक न तो बिजली कनेक्शन जुड़ता है और न ही उनकी समस्याओं का निराकरण ही होता है। इस अव्यवस्था में सुधार भी नहीं हो रहा है।