बेटे ने बुजुर्ग माता पिता को मारपीट कर बाहर निकाल दिया, दर दर की ठोकर खाते रहे, पुलिस ने घर पहुंचाया
कहते हैं कि बेटा ही बुढ़ापे का सहारा होता है। बेटे से ही माता पिता को बुढ़ापे में सहारे की उम्मीद रहती है कि अंत समय में बेटा ही बूढ़े मां बाप के हर कष्ट उठाएगा। ऐसा होता भी आया है लेकिन अब के कलयुगी पुत्रों से ऐसी उम्मीदें रखना बेमानी है । जिस बेटे पर माता पिता ने सारी खुसियां लुटाई। लाड़ प्यास से बढ़ा किया उसी बेटे ने माता पिता को बुढ़ापे में घ्रर से बाहर निकाल दिया। पुलिस ने हस्तक्षेप किया। पुलिस ने बुजुर्गों को उनके घर लेकर गई। बेटे और नाती को चेतावनी दी। पुलिस ने कहा यदि दोबारा मारपीट की और घर से बाहर निकाला तो कार्रवाई की जाएगी।
थाना लौर अंतर्गत रामपुर गांव के थे बुजुर्ग दम्पति
एक महीने तक इधर उधर भटकते रहे बुजुर्ग
रीवा। यह मामला लौर थाना अंतर्गत रामपुर गांव का है। यहां रहने वाले अब्दुल गफ्फार पिता कौसर बक्स 85 वर्ष व उनकी पत्नी को एक महा पूर्व उनके पुत्र बादशाह व उनकी नाती अब्दुल कमाल ने मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया था। जिसके बाद अपना बोरिया बिस्तर लेकर वृद्ध दम्पत्ति दर दर की ठोकरे खा रहा था। कभी शासकीय कार्यालय की छत के नीचे सोते तो कभी पेड़ों के नीचे रात गुजार रहे थे। उनकी इस हालत पर लोगों की नजर पड़ी तो इसका कारण भी पूछ लिया। उनकी दास्तान सुन कर लोगों की आंखों में ही आंसू आ गए। बेटा और नाती बुजुर्ग दम्पत्ति को बांध कर पीट भी चुके थे। उनके पास सम्पत्ति की कमी नहीं है। कई एकड़ की भूमि और धनदौलत भी पर्याप्त है लेकिन बेटे ने सब कुछ छींन कर उन्हें बाहर खदेड़ दिया। इसी लिए कहते हैं कि पूत कपूत तो का धन संचय और पूत सपूत तो का धन संचय। हालांकि इसकी जानकारी लौर थाना पुलिस को दी गई। पुलिस ने अपना फर्ज निभाया और दोनों दम्पति को सकुल लेकर उनके घर रामपुर पहुंचे। घर पर दोनों को पहुचंाया और बेटे को सख्त हिदायत दी कि यदि अब दोबारा उनके साथ मारपीट या फिर कोई बुरा बर्ताव होता है कि तो उनके खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया जाएगा।