फरियादी को थाना बुलाकर समान पुलिस के स्टाफ ने जमकर पीटा, वीडियो हुआ वायरल तो एसपी ने किया निलंबित

रीवा की पुलिस का शर्मनाक चेहरा सामने आया है। एक तरफ अधिकारी पुलिस की छवि सुधारने में लगे हैं तो वहीं दूसरी तरफ पुलिसकर्मी उनकी उम्मीदों पर पानी फेर रहे हैं। एक फरियादी को समान थाना के पुलिसकर्मी ने धोखे से थाना बुलाया और जमकर मारपीट की। वीडियो भी वायरल हुआ है। वीडियो में लगातार पुलिसकर्मी गालियों की झड़ी लगाते सुनाई और दिखाई पड़ रहा है। पीडि़त की शिकायत और वीडियो के आधार पर एसपी ने आरक्षक को निलंबित कर दिया है। मामले की जांच भी बैठा दी गई है।

गाड़ी चोरी के मामले में खात्मा लगाने की पीडि़त कर रहा था मांग
बार बार फोन करने पर पुलिसकर्मी को आया था गुस्सा
 रीवा। शहर के समान थाना पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठ रहा है। ताजा मामला फरियादी के साथ पुलिसकर्मी द्वारा मारपीट किये जाने का सामने आया है, साथ ही घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल है। पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने मामले में प्रधान आरक्षक को निलंबित कर जांच के आदेश दिए है। आरोप है कि पुलिस द्वारा फरियादी को थाने बुलाकर ना सिर्फ मारपीट की गई बल्कि अभद्रता करते हुये जमीन में गाड़ देने की धमकी भी दी गई। सोशल मीडिया में वायरल वीडियो को संज्ञान में लेकर एसपी नें थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक को संस्पेंड कर दिया है। बताया जा रहा है कि घटना करीब पांच दिन पहले की है। बताया गया कि घटना के बाद कुठुलिया निवासी प्रियांस कुशवाहा नें पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर मामले की शिकायत की थी, जिसके बाद एसपी ने एक्शन लिया। पीडि़त की माने तो उसके पास थाना से फोन आया और प्रकरण में खात्मा लगाने के लिए कहा गया। जब वह थाने  पहुंचा तो  प्रकरण के विवेचक प्रधान आरक्षक द्वारा उसके साथ मारपीट करते हुये जान से मारने की धमकी दी गई। फरियादी के साथ थाने  के भीतर हुई यह घटना उसके मोबाइल  कैमरे में कैद हो गई जिसे  पीडित नें सिर्फ  पुलिस अधिकारियों को घटना का वीडियो दिया बल्कि उसे सोशल मीडिया में भी वायरल कर दिया है। हालांकि पुलिस के पक्ष से यह बात भी सामने आ रही है  कि फरियादी द्वारा प्रकरण की विवेचना कर रहे  प्रधान आरक्षक को तरह तरह से ना सिर्फ परेशान किया जा रहा था बल्कि गालियां भी दी गई थी  जिससे आक्रोशित होकर प्रधान आरक्षक ने अपना आपा खो दिया और मारपीट की। फिलहाल घटना के पीछे की असली वजह क्या है यह जांच का  विषय  है और जांच के उपरांत  ही मामले की असली वजह सामने आ सकेगी।