फोटो पत्रकार के साथ थाना प्रभारी और आरक्षक ने की अभद्रता, थाना के सामने धरने पर बैठे पत्रकार
जिले की कानून व्यवस्था बेपटरी हो गई है। कवरेज के दौरान वरिष्ठ फोटो पत्रकार के साथ सिविल लाइन थाना प्रभारी और आरक्षक ने अभद्रता की। इससे नाराज जिलाभर के पत्रकारों ने थाना के बाहर धरना दे दिया। करीब तीन घंटे तक प्रदर्शन चला। मौके पर एसपी पहुंचे लेकिन पत्रकारों की मांग पर एक्शन नहीं ले पाए। इससे नाराज पत्रकार मौके से वापस लौट गए। पत्रकारों ने पुलिस की गुंडागर्दी की घोर निंदा की है।
तीन घंटे प्रदर्शन के बाद धरना स्थल पर पहुंचे एसपी
पत्रकारों की मांग निलंबन की थी लेकिन नहीं मानें अधिकारी
रीवा। जानकारी के अनुसार यह पूरा मामला बुधवार का है। कबाड़ी मोहल्ला में सिविल लाइन थाना प्रभारी कमलेश साहू अपने दलबल के साथ नशीली सिरप के खिलाफ कार्रवाई करने गए थे। इसी दौरान कवरेज के लिए फोटो पत्रकार संदीप जाडिय़ा भी पहुंच गए। उन्होंने फोटो खींच ली। इस पर वह भड़क गए। थाना प्रभारी कमलेश साहू और आरक्षक सत्येन्द्र तिवारी ने पत्रकार फोटोग्राफर के साथ अभद्रता की। धक्कामुक्की की और कैमरा, मोबाइल छींन लिए। मौके पर पहुंचे साथी पत्रकारों से भी अभद्रता की और एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की धमकी दी गई। इससे नाराज जिलाभर के पत्रकार सिविल लाइन थाना पहुंच कर धरने पर बैठ गए। तीन घंटे तक थाना के बाहर धरना प्रदर्शन चला। इस दौरान सभी पत्रकार एसपी के धरना स्थल पर आने की जिद पर अड़े थे। तीन घंटे बाद एसपी विवेक सिंह मौके पर पहुंचे। पत्रकारों ने थाना प्रभारी कमलेश साहू और आरक्षक सत्येन्द्र तिवारी को लाइन अटैच करने की मांग की। इस पर एसपी ने लिखित में शिकायत देने की बात कही। इससे पत्रकारों ने इंकार कर दिया। उन्होंने पहले कार्रवाई किए जाने की मांग की। इस पर पुलिस अधीक्षक ने भी किसी तरह का एक्शन लेने से हाथ खड़े कर दिए। इससे नाराज पत्रकार मौके से चले गए। पत्रकारों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा किए हैं। साथ ही पुलिस की गुंडागर्दी की घोर निंदा की है।