सुपर स्पेशलिटी में दोपहर तक चली कर्मचारियों की हड़ताल फिर अधीक्षक ने सम्हाला मोर्चा तो काम पर लौटे

संजय गांधी अस्पताल और सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के सभी आउटसोर्स कर्मचारी शनिवार को काम बंद हड़ताल पर चले गए थे। सुबह से ही कर्मचारियों के हड़ताल से अस्पताल की साफ सफाई व्यवस्था ठप पड़ गई। सूचना मिलने पर मौके पर पहले हाइट्स के मैनेजर पहुंचे लेकिन कर्मचारियों ने उन्हें खदेड़ दिया। इसके बाद जानकारी अधीक्षक को मिली। डॉ राहुल मिश्रा कर्मचारियों के बीच पहुंचे। उन्होंने कर्मचारियों की सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। बाहर निकाले गए कर्मचारी को भी वापस रख लिया गया। इसके बाद कर्मचारी काम पर वापस लौट आए। दोपहर बाद से साफ सफाई शुरू हो गई।

सुपर स्पेशलिटी में दोपहर तक चली कर्मचारियों की हड़ताल फिर अधीक्षक ने सम्हाला मोर्चा तो काम पर लौटे

सफाई कर्मचारी को नौकरी से निकाले जाने से थे नाराज
आश्वासन के बाद काम पर लौटे आउटसोर्स कर्मचारी
रीवा। आप को बता दें कि कुछ दिन पहले सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की कैथलैब मशीन खराब हो गई थी। यह मशीन सुपर स्पेशलिटी के आउटसोर्स सफाई कर्मचारी रोहन पंसारी के काम करते समय क्षतिग्रस्त हो गई थी। इसके बाद सुपर स्पेशलिटी प्रबंधन ने हाईट्स को 4 लाख रुपए का नेाटिस भेज दिया था। इसके बाद हाइट्स ने संबंधित कर्मचारी को बाहर करने इजाइल कंपनी को पत्र जारी किया। इजाइल सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड ने संबंधित सफाई कर्मचारी को नौकरी से बाहर कर दिया। इसी बात को लेकर आउटसोर्स कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। उनका कहना है कि डॉक्टरों से भी इक्यूपमेंट खराब होते हैं तो उन पर किसी तरह की कार्रवाई न हीं होती तो सफाई कर्मचारी पर क्यों कार्रवाई की गई। आउटसोर्स कर्मचारी नौकरी से बाहर किए गए कर्मचारी को नौकरी पर वापस रखने की मांग कर रहे हैं। साथ ही प्रबंधन ने जो कंपनी पर जुर्माना लगाया है उसे भी निरस्त करने की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा अस्पताल में काम करने वाली एक महिला कर्मचारी की गत दिनों मौत हो गई थी। उसकी जगह पर परिवार के सदस्य को नौकरी देने की मांग भी कर्मचारी कर रहे थे।  सुबह से ही इजाइल कंपनी और हाइट्स के अधिकारी कर्मचारियों को मनाने में लगे हुए थे लेकिन वह जिद पर अड़े हुए रहे। मांगे मानने तक काम पर वापस लौटने को तैयार नहीं थे। इजाइल कंपनी के कार्यकारी मैनेजर पीयूष शुक्ला सुबह से ही कर्मचारियों को मनाने में लगे हैं लेकिन उन्हें कर्मचारियों के विरोध का भी सामना करना पड़ा। समझाने गए थे लेकिन उन्होंने साफ कह दिया कि जब तक मांगे पूरी नहीं होती काम पर वापस नहीं आएंगे। आउटसोर्स कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से अस्पताल की साफ सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ठप रही।  दोपहर तक हालात ऐसे ही बने रहे। इसके बाद मामला अस्पताल अधीक्षक और डीन तक पहुंचा। अस्पताल अधीक्षक डॉ राहुल मिश्रा कर्मचारियों से मिलने उनके पास पहुंचे। कर्मचारियों की समस्याएं सुनी। उनकी मांगों से भी अवगत हुए। इसके बाद उन्होंने बाहर निकाले गए कर्मचारी को दोबारा काम पर रखने की मांग को भी मान लिया। वहीं जो पेनाल्टी हाइट्स पर लगाई गई थी। उस पर भी विचार करने का आश्वासन दिया। डॉ राहुल मिश्रा के आश्वासन के बाद आउटसोर्स कर्मचारियों का गुस्सा शांत हुआ और दोपहर बाद काम पर सभी कर्मचारी वापस लौट आए। कर्मचारियों का कहना है कि हाइट्स के मैनेजर कर्मचारियों के साथ अन्याय करते हैं। कोई भी सुविधाएं नहीं देते। ऊपर तक कर्मचारियों की बात भी नहीं पहुंचाते। कई और समस्याएं कर्मचारियोंं ने अधीक्षक के सामने रखी। आउटसोर्स कर्मचारियों ने हाइट्स के मैनेजरों को हटाने की मांग भी की। कर्मचारियों की मांग से अधीक्षक ने डीन को भी अवगत करा दिया। आउटसोर्स कर्मचारियों के काम पर लौटने के बाद साफ सफाई में तेजी आई। दोपहर बाद अस्पताल की सफाई व्यवस्था दुरुस्त हुई। तब जाकर अस्पताल प्रबंधन ने भी राहत की सांस ली।