5 महीने से जला है ट्रांसफार्मर, विभाग ने नहीं बदला, किसान की 3 एकड़ की फसल सूख गई

विद्युत विभाग का भी गजब हाल है। गांव में जले ट्रांसफार्मर विभाग नहीं बदल रहा है। किसानों की फसलें खराब हो गई हैं। पांच महीने से एक गांव का जला ट्रांसफार्मर बदलने के लिए विभाग से गुहार लगा रहे हंै। शिकायत पर शिकायत कर रहे हैं लेकिन अब तक ट्रांसफार्मर नहीं बदला गया। किसान की 3 एकड़ में लगी फसल सूख गई। बिना बिजली के पानी नहीं मिल पा रहा है।

5 महीने से जला है ट्रांसफार्मर, विभाग ने नहीं बदला, किसान की 3 एकड़ की फसल सूख गई

बिजली संकट से किसान भूखों मरने की कगार पर पहुंचा
लालगांव अंतर्गत पताई गांव का मामला
रीवा। मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के मुख्य अभियंता कार्यालय का भी गजब हाल है। एमडी के कई मर्तबा फटकार के बाद भी कार्य प्रणाली में सुधार नहीं आ रहा है। जेई, एई को पर्याप्त ट्रांसफार्मर नहीं मिल रहे हैं। इसके कारण जले ट्रांसफार्मर बदले नहीं जा रहे हैं। स्टोर में पर्याप्त नए और पुराने ट्रांसफार्मर मौजूद हैं लेकिन इन्हें इश्यू ही नहीं कियाजा रहा है। इसके कारण ही ग्रामीण क्षेत्रों के ट्रांसफार्मर नहीं बदले जा रहे हैं। किसानों की फसलें खराब चुकी है। लोगों विद्युत विभाग की लापरवाही के कारण अंधेरे में रहने को मजबूर हंै। अब आने वाली फसल भी बिना पानी के किसान नहीं लगा पाएंगे। इस दर्द को उन्होंने जनप्रतिनिधियों को भी बताया लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया है। विद्युत विभाग की लापरवाही ने किसानों को बर्बादी की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है।
जुलाई से खराब है ट्रांसफार्मर
सिरमौर तहसील के लालगांव डीसी अंतर्गत ग्राम पताई में लगा ट्रांसफार्मर 10 जुलाई को ही खराब हो गया था। इसकी शिकायत लगातार किसान हृदेश सिह ने विद्युत विभाग की हेल्पलाइन नंबर 1912 में दर्ज की। शिकायत नंबर डी- 316372, सी- 10394247, सी-10495689 फिर डी- 330921 रही। इन शिकायतों को कोई निराकरण नहीं किया गया। अब भी हालात जस की तस है। उन्होंने बताया कि पहले ट्रंासफार्मर नहीं खराब होता था। अब लगते ही खराब हो जाता है। जेई कहते हैं लोड अधिक है। इसमें हमारा क्या कसूर। हमने कनेक्शन लिया है। बिल दे रहे हैं तो बिजली भी मिलनी चाहिए। उन्होंने बताया कि डिप्टी सीएम और विधायक को भी वस्तु स्थिति से अवगत कराए। शिकायत भी की थी लेकिन कुछ नहीं हुआ।
धान की फसल हो गई बर्बाद
पताई गांव निवासी हृदेश सिंह ने बताया कि उन्होंने धान की फसल लगाई थी। बिजली नहीं होने से पूरी 3 एकड़ में लगी फसल खराब हो गई। कुछ भी नहीं मिला। जो पूंजी फंसाई थी। वह भी डूब गई। अब गेंहू लगाना है। बिजली नहंी है। सिंचाई नहीं हो पाएगी। इसके कारण हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। यह फसल भी नहीं लगा पाएंगे। विद्युत विभाग किसानों की कोई सुनवाई ही नहीं कर रहा है।
2 हॉर्स पावर का कनेक्शन लिए बिल 5 हार्स पॉवर का भेज रहे
उन्होंने बताया कि विद्युत विभाग से 2 हार्स पॉवर का कनेक्शन लिए थे। विद्युत विभाग ने उसमें भी बदलाव कर दिया। 2 की जगह 5 हार्स  पॉवर का बिल भेज रहा है। 5 महीने से घर में बिजली नहीं है और विद्युत विभाग ने तीन फेस बिजली का बिल भी भेज दिया। गांव में कभी तीन फेज बिजली मिलती ही नहीं है। यहां सिर्फ दो फेज बिजली ही मिलती है। इसके बाद भी बिल में इस तरह की गड़बड़ी की जा रही है।