रीवा में हुए पीडब्लूडी के भ्रष्टाचार की खुलने वाली है पोल, मंत्री की टीम के आने के पहले ही इंजीनियरों ने रचा यह कांड
रीवा में हुए पीडब्लूडी के निर्माण कार्यों के गुणवत्ता की पोल खुलने वाली थी। पीडब्लूडी मंत्री के चलाए अभियान में कई इंजीनियर निपटने वाले थे। टीम के जांच में पहुंचने के पहले ही इंजीनियरों के हाथ पैर फूलने लगे। कार्रवाई के डर से बचने के लिए इंजीनियर एसोसिएशन की शरण में पहुंच गए। डिप्टी सीएम को ज्ञापन सौंप कर हड़ताल की चेतावनी दे दी। हद तो यह है कि इस हड़ताल में वह भी शामिल हैं जो घोटाले के करने के बाद बच निकले और रिटायर भी हो गए हैं। उन्हें कार्रवाई का डर ज्यादा सता रहा है।

पीडब्लूडी मंत्री जिलावार हुए कार्यों की करा रहे टीम बनाकर रेंडम जांच
कई जिलों में अधिकारियों पर गिर चुकी है गाज, कई कंपनियां ब्लैक लिस्टेड हुईं
अब रीवा की थी बारी, इसके पहले ही इंजीनियरों ने निकाला नया तरीका
रीवा। लोक निर्माण विभाग के मंत्री ने निर्माण कार्यों की रेंडम जांच और कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए हैं। ऐसे में सभी जिलों में किए गए कार्यों की जांच की जा रही है। गड़बड़ी मिलने पर संबंधित इंजीनियरों पर कार्रवाई की जा रही है। इस कार्रवाई का विभाग के इंजीनियरों ने विरोध शुरू कर दिया है। उपमुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंप कर इस कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की गई है। साथ ही यह भी चेतावनी दी गई है कि यदि कार्रवाई पर रोक नहीं लगाई जाती है तो सभी इंजीनियर 4 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
इंजीनियरिंग एसोसिएशन का कहना है कि मध्यप्रदेश लोक निर्माण विभाग के मंत्री राकेश सिंह द्वारा प्रदेश में घटिया निर्माण पर अंकुश लगाने के लिए हाल ही में प्रारंभ की गई कार्यों की जांच प्रक्रिया एवं जांच के उपरांत मैदानी अमले पर की जा रही एक पक्षीय दण्डात्मक कार्रवाई से लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों में रोष व्याप्त है। हर माह की 05 एवं 20 तारीख को विभिन्न परिक्षेत्रों के मुख्य अभियंता दूसरे परिक्षेत्रों में जाकर रेण्डम निरीक्षण के आधार पर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत कर संबंधित उपयंत्रियों एवं अनुविभागीय अधिकारियों पर एक पक्षीय कार्यवाही करते हुए निलंबित किया जा रहा है। इंजीनियरों ने इस कार्यप्रणाली पर विरोध दर्ज कराते हुए इस कार्यवाही को तत्काल रोकने की मांग की गई है। ज्ञापन सौंप कर यह सूचित किया है की यदि यह प्रक्रिया को शीघ्र ही बंद नहीं किया गया तो लोकनिर्माण विभाग के समस्त अभियंता 4 मार्च 2025 से अनश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगें। पीडब्लूडी विभाग के इंजीनियरों में कार्रवाई को लेकर खासा रोष व्याप्त है और प्रतिनिधिमंडल ने उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला से मुलाकात कर मैदानी अधिकारी एवं उपयंत्रियों के विरुद्ध की जा रही एक पक्षीय कार्यवाही के कारण 1 मार्च से अनिश्चितकालीन अवकाश पर जाने का ज्ञापन दिया गया। मैदानी अधिकारी एवं उपयंत्रियों की समस्याओं के संबंध में चर्चा हुई। प्रतिनिधि मंडल में वरिष्ठ इंजीनियर शैलेंद्र दुबे कमलाकांत गर्ग, विजय शुक्ला, राजेश श्रीवास्तव,पी के सिंह ,रवींद्र श्रीवास्तव, अरुण शुक्ला, रामराज पटेल ,अंगिरा तिवारी, आर एस वर्मा इत्यादि शामिल थे।
अभियंताओं ने यह की है मांग
सौंपे गए ज्ञापन में के माध्यम से अभियंताओं ने मांग की है कि कार्यवाही के बाद दोषी पाए जाने पर एक पक्षीय कार्यवाही की जगह निर्माण कार्य में सुधार करने के लिए समय दिया जाए। विभाग में मैदानी अमले की भारी कमी को शीघ्र पूर्ण किया जाए। तब तक वैकल्पिक व्यवस्था के लिए नियुक्ति की जाए और दंडात्मक कार्यवाही ठेकेदार पर ही अधिरोपित की जाए, क्योंकि निर्माण कार्य ठेकेदार द्वारा ही किया जाता है। विभागीय अमले को निलंबित न किया जाए।
इन जिलों में हो चुकी है कार्रवाई
अभी तक नर्मदापुरम जिले के बारी से तनकला सिमापा मार्ग में पाई गई कमियों के कारण संजय रायकर कार्यपालन यंत्री नर्मदापुरम को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। अनुविभागीय अधिकारी आरपी शर्मा व उपयंत्री कैलाश को निलंबित किया गया। ठेकेदार मेसर्स बिंदल डेवलपर्स को ब्लैक लिस्ट में खलने मुख्य अभियंता को निर्देशित किया गया। इसी तरह कटनी बरही-इंदारताला मार्ग परफार्मेस गांरटी के अंतर्गत ठेकेदार के द्वारा सम्पूर्ण मरम्मत कार्य नहीं करने के कारण शहडोल के संभागीय प्रबंधक म.प्र. सड़क विकास निगम की एक वेतन वृद्धि रोकने तथा ठेकेदार मेसर्स टीबीसीएल को ब्लैकलिस्ट किया गया है। वहीं झाबुआ शामकीय महाविद्यालय पेटलावद में अतिरिक्त अध्ययन कक्ष निर्माण कार्य में अनियमितता पर कार्यपालन यंत्री (भवन) अलसिंह भिड़े को कारण बओ नोटिस एवं ठेकेदार मेसर्स राजगढ़ जिला धार को बलैक लिस्टेड करने के निर्देश दिए गए। छतरपुर जिले में 250 मीटर कन्या जयराम के निर्माण कार्य में अनियमितताओं के कारण कार्यपालन यंत्री (भवन) छतरपुर केएस परस्ते को कारण बताओ नोटिस एवं अनुविभागीय अधिकसी एसके पाण्डेय एमपी भटनागर को निलंबित तथा ठेकेदार मेसर्स आरके कंस्ट्रक्शन छतरपुर को ब्लैक लिस्ट किया गया है। इसी तरह इसके पहले 7 फरवरी को पन्ना जिले में वन स्टाप सेंटर भवन के काम में कमी के आधार पर उपयंत्री को कारण नोटिस जारी हुआ था। वहीं ग्वालियर जिले में मार्ग के निरीक्षण में ठेकेदार मानक स्तर का काम नहीं किए जाने एवं कार्य में विलंब के कारण ठेकेदार मेसर्स कामतानाथ बीस्ट्रोन मुरैना को ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश दिए गए।