बच्चे की सांस नली में फंस गई थी सीटी, जाने वाली थी जान, डॉक्टर बने भगवान, बचाई जान
संजय गांधी अस्पताल के ईएनटी के डॉक्टर एक बच्चे के लिए भगवान बन कर सामने आए। श्वसन नली में फंसी सीटी मासूम की जान ले सकती थी। ऐन मौके पर ईएनटी के डॉक्टरों ने मासूम के श्वसन नली में फंसी सीटी को निकाल कर जान बचा ली। अब बच्चा स्वस्थ्य हैं। डॉक्टरों की निगरानी में भर्ती है।
रीवा। श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के ईएनटी विभाग ने बड़ी सर्जरी कर बच्चे की जान बचाई है। एक 6 साल के बच्चे के श्वसन नली में सीटी फंस गई थी। मासूम दर्द से परेशान था। सांस लेते नहीं बन रहा था। संजय गांधी अस्पताल उसके परिजन लेकर पहुंचे। शाम करीब 4 बजे 6 साल का मासूम परिजनों के साथ पहुंचा। इसके बाद डॉक्टरों ने जांच की। जांच में सीटी फंसी हुई मिली। आपरेशन की तैयारी की गई। टीम बनाई गई। इसमें डॉ सुरेन्द्र सिंह मौपाची विभागाध्यक्ष ने मामले की गंभीरता को समझा। एक मिनट की भी देरी नहीं की। तुरंत जांच कराई गई और दूरबीन से आपरेशन का निर्णय लिया गया। ब्रोंकोस्कोपी आपरेशन करने का निर्णय लिया गया।
इसमें डॉ सुरेन्द्र सिंह मौपाची विभागाध्यक्ष ईएनटी, डॉ यास्मीन, डॉ शुभम, डॉ अंकिता, ईएनटी टीम के अलावा एनेस्थीसिया टीम से डॉ निधि, डॉ मंदाकिनी को शामिल किया गया। इसके बाद शुरू हुआ बच्चे की जान बचाने की जद्दोजदह। डॉक्टर की टीम ने सारी जांच कराने के बाद पाया कि सीटी सांस की नली के निचले हिस्से में जा फंसी है। बच्चे को क्रिटिकल केयर में भर्ती करके दूरबीन के द्वारा फंसी सीटी को सांस की नली से सफलता पूर्वक निकाली गई। अभी बच्चा क्रिटिकल केयर में 24 घंटों के लिए डॉक्टरों की निगरानी में है। बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं। इस आपरेशन ने बच्चे की जान बचा ली। डॉक्टरों के सफल आपरेशन के कारण बच्चे के अभिभावकों ने भी राहत की सांस ली है।