जीईसी में मचा बवाल, जब बंद हो गया स्ट्रांग रूम का कैमरा, प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों ने उठाए सवाल

स्ट्रांग रूम की निगरानी में लगाए गए सीसीटीवी कैमरे अचानक शुक्रवार को बंद हो गए। तीन विधानसभा क्षेत्र के स्ट्रांग रूम के सीसीटीवी बंद हो गए। स्क्रीन पर अंधेरा छा गया। करीब 2.19 घंटे तक कैमरे बंद रहे। कैमरा बंद होते ही अभिकर्ताओं ने प्रत्याशियों और पार्टी के अन्य नेताओं को सूचना दी। मौके पर पहुंचे नेताओं ने तहसीलदार और कलेक्टर से बात की। कैमरा बंद होने की वजह तकनीकी खामी बताई गई। हालांकि प्रत्याशियों और अभिकर्ताओं ने इस पर संदेह जताया है।

12 बजे से 2.19 बजे तक बंद रहा सीसीटीवी कैमरा
रीवा। लोकसभा चुनाव के तहत हुए मतदान के बाद ईवीएम इंजीनियरिंग कॉलेज में बनाए गए स्ट्रांग रुम में रखवाए गए हैं। विधानसभा के बाद लोकसभा में इंजीनियरिंग कॉलेज में हंगामा मच ही गया। शुक्रवार को इंजीनियरिंग कॉलेज में ईवीएम स्ट्रांग रूम की निगरानी के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरे अचानक बंद हो गए। ढ़ाई घंटे तक कैमरे बंद रहे। ऐसे में लोकसभा उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों ने हंगामा खड़ा कर दिया। उन्होंने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए ईवीएम में छेड़छाड़ किए जाने की आशंका जताई है। प्रत्याशियों के निगरानी प्रतिनिधि का कहना है कि दोपहर 12 बजे से 2.19 बजे तक सीसीटीवी बंद रहा। इसके बाद ही चालू हुआ। सिर्फ तीन विधानसभा रीवा, सेमरिया और त्योंथर क्षेत्र के स्ट्रांग रूम की सीसीटीवी ही बंद हुई। इस बारें में जब प्रशासन से जानकारी ली गई तो उन्होंने तकनीकी खामी का हवाला दिया है। इसके पहले विधानसभा में भी कई मर्तबा सीसीटीवी बंद हुई थी। तब भी विस उम्मीदवारों ने कई तरह की आशंका जताई थी। प्रतिनिधियों का कहना है कि अब काउंटिंग को सिर्फ चार दिन ही बचे हैं। इसके ठीक पहले इस तरह की घटना ने लोकसभा प्रत्याशियों की धड़कनें बढ़ा दी है। उन्हें ईवीएम में हेरफेर किए जाने का डर सताने लगा है। लोकसभा चुनाव में मैदान में उतरे प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद होने के बाद अब स्ट्रांग रूम में सीज है। इसकी निगरानी के लिए बल तैनात किया गया है। साथ ही स्ट्रांग रूम के अंदर की निगरानी सीसीटीवी से की जा रही है। स्क्रीन बाहर लगाई गई है, जिसे हर समय लोकसभा प्रत्याशी के प्रतिनिधि देख सकते हैं। स्क्रीन से तीन विधानसभा के सीसीटीवी कैमरा बंद होने के बाद शुक्रवार को बवाल मच गया। हालांकि बाद में केबिल में दिक्कतें आने का हवाला देकर मामले को शांत कर दिया गया।