बोर्ड परीक्षा में दिखेगी चुनाव जैसी सख्ती, केन्द्राध्यक्ष नहीं रख पाएंगे मोबाइल, जीपीएस से ट्रैस होगी लोकेशन

इस बोर्ड परीक्षा में चुनाव जैसी सख्ती नजर आएगी। परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र लीक की संभावनाओं को कम करने के लिए कई अहम बदलाव किए गए हैं। केन्द्राध्यक्षों के मोबाइल पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। अब सिर्फ पर्यवेक्षक ही मोबाइल रखेंगे। केन्द्र तक पेपर ले जाने पर पेपर ट्रैस किए जाएंगे। कक्ष के पहले प्रश्न पत्र के लिफाफे नहीं खुलेंगे।

बोर्ड परीक्षा में दिखेगी चुनाव जैसी सख्ती, केन्द्राध्यक्ष नहीं रख पाएंगे मोबाइल, जीपीएस से ट्रैस होगी लोकेशन
File photo

केन्द्राध्यक्ष के पास भी नहीं होगा मोबाइल, सिर्फ कलेक्टर प्रतिनिधि रख सकेंगे
केन्द्राध्यक्षों को भी परीक्षा केन्द्र का पता प्रश्न पत्र वितरण के दिन ही चलेगा
भोपाल से केन्द्र और कक्षवार प्रश्नपत्र के लिफाफे तैयार होकर पहुंचेंगे
रीवा। बोर्ड परीक्षा में चुनाव जैसी सख्ती देखने को मिलेगी। केन्द्राध्यक्षों के पास भी परीक्षा के दौरान मोबाइल फोन नहीं होगा। अब केन्द्रों में पेपर के लिफाफे नहीं खोले जाएंगे। भोपाल से ही बैठक व्यवस्था के हिसाब से पेपर सेट होकर आएंगे। थाना से प्रश्न पत्र उठाते समय कलेक्टर प्रतिनिधि और केन्द्राध्यक्षों को सेल्फी लेनी होगी। थाना से केन्द्र तक मोबाइल नंबर ट्रैस किया जाएगा। इतना ही नहीं परीक्षा शुरू होने के पहले केन्द्राध्यक्षो, सहायक केन्द्राध्यक्षो और कलेक्टर प्रतिनिधियों को ट्रेनिंग से गुजरना पड़ेगा।
ज्ञात हो कि फरवरी में ही बोर्ड परीक्षा की शुरुआत होनी है। इसके लिए तैयारियां जोरों पर है। बोर्ड परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र लीक होने वाले मामलों पर रोक लगाने के लिए इस मर्तबा माध्यमिक शिक्षा मंडल ने और सख्ती बरती है। बुधवार को परीक्षा की तैयारियों और नियमों को लेकर माशिमं अध्यक्ष के साथ सभी जिला के कलेक्टर, एसपी और शिक्षा विभाग के अधिकारी वीसी में जुड़े। माशिमं अध्यक्ष ने बोर्ड परीक्षा से जुड़ी सभी जानकारियों से अधिकारियों को अवगत कराया। रीवा से कमिश्नर रीवा संभाग रीवा और जेडी लोक शिक्षण कमिश्नर कार्यालय से वीसी में जुड़े थे। वहीं कलेक्ट्रेट एनआईसी रूम में वीसी में कलेक्टर प्रतिभा पाल, एडीएम सपना त्रिपाठी, डीईओ सुदामा लाल गुप्ता, सहायक संचालक राजेश मिश्रा, ई गवर्नेंश अधिकारी आशीष दुबे, एडिशनल एसपी अनिल सोनकर जुड़े थे।
सीधे कक्ष में खुलेगा प्रश्न पत्र का लिफाफा
बोर्ड परीक्षा में गोपनीयता को बनाए रखने के लिए इस मर्तबा भोपाल से ही कक्षावार छात्रों की संख्या के हिसाब से लिफाफे तैयार कर समन्वयक संस्था भेजे जाएंगे। समन्वयक संस्था से लिफाफे केन्द्रों को वितरित होंगे। इस मर्तबा केन्द्रों में पहुंचने के बाद प्रश्न पत्र छात्र संख्या और कक्ष के हिसाब से तैयार नहीं होंगे। पहले से ही लिफाफे सेट होकर कक्षवार पहुंचेंगे। प्रश्न पत्र के लिफाफे सीधे पर्यवेक्षक कक्ष में छात्रों के सामने ही खोलेंगे और वितरण करेंगे।
मऊगंज की समन्वयक संस्था पूर्ववत रहेेंगे
इस बोर्ड परीक्षा में भी समन्वयक संस्था एक ही रहेगी। फिलहाल समन्वयक संस्था का बटनवारा नहीं किया गया है। मऊगंज नया जिला बनने के बाद इस परीक्षा में सिर्फ इतना बदलाव किया गया है कि उस जिला के केन्द्राध्यक्ष उसी जिला में तैनात किए जाएंगे। जिला नहीं बदलेगा। ऐसा ही मैहर के साथ भी किया गया है। रीवा और मऊगंज के केन्द्रों तक मार्तण्ड स्कूल क्रमंाक 1 से ही प्रश्न पत्रों का वितरण किया जाएगा।
गोपनीय रहेगा केन्द्रों के केन्द्राध्यक्ष का नाम
इस मर्तबा बोर्ड परीक्षा में और अधिक गोपनीयता रखी जाएगी। केन्द्राध्यक्ष और सहायक केन्द्राध्यक्षों के नाम तो फाइनल कर दिए गए है लेकिन किस केन्द्र में पदस्थ किया गया है। इसकी जानकारी गोपनीय रखी गई है। इसका पता केन्द्राध्यक्षों को प्रश्न पत्र वितरण के दिन ही चलेगा। प्रश्न पत्र का वितरण समन्वयक संस्था से 17 और 18 फरवरी को किया जाएगा। दो दिनों में सभी केन्द्रों के लिए प्रश्न पत्र वितरित कर थानों तक पहुंचाया जाएगा।
सिर्फ कलेक्टर प्रतिनिधि के पास रहेगा मोबाइल
इस मर्तबा बोर्ड परीक्षा में और सख्ती बरती गई है। केन्द्राध्यक्षों के पास भी इस मर्तबा मोबाइल नहीं रहेगा। सिर्फ कलेक्टर प्रतिनिधि ही मोबाइल रख सकेंगे। इतना ही नहीं समन्वयक संस्था से प्रश्न पत्र थाना पहुंचाने के बाद जिस दिन केन्द्रों तक प्रश्न पत्र ले जाया जाएगा। उस दिन कलेक्टर प्रतिनिधि और केन्द्राध्यक्ष दोनों को ही मौके पर मौजूद रहना होगा। दोनों को मोबाइल में सेल्फी लेकर भेजना होगा। इसके बाद केन्द्र तक पहुंचने के लिए तय रूट से ही उन्हें प्रश्नपत्र लेकर पहुंचना पड़ेगा। इनके मोबाइल नंबर भी जीपीएस से ट्रैस किए जाएंगे।
हर विकासखंड में दो पैनल तैनात किए जाएंगे
रीवा और मऊगंज में कुल 94 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। इन परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण करने के लिए हर विकासखंड में दो दो पैनल बनाए जाएंगे। मऊगंज में 3 और रीवा में 6 पैनल का गठन किया जाएगा। इसके अलावा जिला शिक्षा अधिकारी का पैनल अलग काम करेगा। जिला प्रशासन के भी पैनल परीक्षा केन्द्रों की निगरानी और निरीक्षण करेंगे।