बिना टिकट काटे ही घुमा रहे थे सफारी, तभी धमक गए अधिकारी

चिडिय़ाघर के कर्मचारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। कर्मचारी पर्यटकों से सीधा लाभ लेने के चक्कर में टिकट ही नहीं काटे। बस में पर्यटकों को बैठाया और सीधे सफारी घुमाने चल पड़े। सभी से राशि ले ली गई थी लेकिन रसीद नहीं काटी गई। अचानक इसकी भनक संचालक को हुई तो उन्होंने छापा मार दिया। कर्मचारियों की चोरी पकड़ी गई। मौके पर ही सभी पर्यटकों की राशि जमा कराई गई। पंचनामा बनाया गया।

बिना टिकट काटे ही घुमा रहे थे सफारी, तभी धमक गए अधिकारी
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रीवा। ज्ञात हो कि मार्तण्ड सिंह जूदेव चिडिय़ाघर और टाइगर सफारी बनी हुई है। टाइगर सफारी का विजिटिंग चार्ज भी तय है। इसमें बैट्री की गाड़ी से पर्यटकों को घुमाया जाता है। इसका टिकट काउंट से इंट्री के पहले ही कटवाया जाता है। इसमें बड़ी गड़बड़ी की जा रही थी। गेट प्रभारी बिना टिकट काटे ही पर्यटकों को सफारी घूमने के लिए भेज दिए। इन्हें 24 सितंबर की शाम को करीब 4.50 बजे बस से सफारी के अंदर घुमाया जा रहा था। इस अनियमितता की शिकायत लंबे समय से हो रही थी। अचानक जू संचालक निरीक्षण करने पहुंच गए। उन्होंने सफारी में बस का औचक निरीक्षण किया। किसी भी पर्यटक के पास टिकट नहंी मिली। इस पर उन्होंने जमकर नाराजगी जताई। इतना ही नहीं मौके पर ही इस अनियमितता पर जिम्मेदारों को फटकार लगाई। पंचनामा बनाया और विजिटर से कुल संख्या के हिसाब से राशि भी जमा कराई।
42 विजिटर बिना टिकट के मिले
मार्तण्ड सिंह जूदेव चिडिय़ाघर में हर दिन सैकड़ों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। अवकाश के दिनों में इनकी संख्या हजारों में पहुंच जाती है। सफारी घूमने आने वालों के साथ ही कर्मचारी गड़बड़ी करते हैं। इनका टिकट नहीं काटते। आपस में ही तालमेल कर राशि हजम कर जाते हैं। यही चोरी पकड़ी गई। पहे विजिटर्स की संख्या 27 बताई गई जब बस में गिनती हुई तो यह संख्या करीब 42 निकली। सभी से 2100 रुपए की राशि जमा कराई गई थी।