सिविल लाइन थाना के सिंघम कहे जाने वाले प्रधान आरक्षक की चोरों ने निकाली हवा, घर से बुलेट कर दी पार

सिविल लाइन में पदस्थ एक प्रधान आरक्षक को चोरों ने ही चैलेंज दे दिया। प्रधान आरक्षक खुद को सिंघम समझते थे। उनकी हेकड़ी और हवा चोरों ने निकाल दी। घर के बाहर खड़ी बुलेट ही चोर लेकर रफूचक्कर हो गए। अब प्रधान आरक्षक बुलेट खोजते फिर रहे हैं। चोर हाथ नहीं आ रहे हैं। पुलिस कितनी एलर्ट है इसकी पोल चोरों ने खोल दी है।

सिविल लाइन थाना के सिंघम कहे जाने वाले प्रधान आरक्षक की चोरों ने निकाली हवा, घर से बुलेट कर दी पार
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पुलिस लाइन से चोरी गई बुलेट, अब तक हाथ नहीं लगी
रीवा। मिली जानकारी के अनुसार सिविल लाइन थाना में प्रधान आरक्षक सत्येन्द्र तिवारी पदस्थ हैं। इन्हें खुद को सिंघम कहलाना ज्यादा पसंद है। इन्हें लोग सिंघम ही करते हैं। इनकी हालांकि आदतों से लोग परेशान हैं। यह किसी को यूं ही नहीं जाने देते। बड़ी डीलिंग करते हैं। पुलिसगीरी में भी वाहवाही लूटने में आगे रहते हैं। इन्हें ही चोरों ने लंबा झटका दे दिया। सिंघमगिरी ही उतार दी। दरअसल प्रधान आरक्षक अपनी बुलेट एमपी 17 एमआर 6283 लेकर पुलिस थाना से रात में घर गए। पुलिस लाइन में सरकारी क्वार्टर में इनका निवास है। घर के बाहर ही इन्होंने अपनी बुलेट खड़ी कर दी और निश्चिंत होकर सो गए। सुबह जब उठे तो बुलेट मौके से गायब थी। बुलेट गायब देख कर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। वह सीधे दौड़ते हुए बिछिया थाना पहुंचे। गाड़ी चोरी की शिकायत दर्ज कराई। हालांकि अब तक इनकी बुलेट का कहीं सुराग नहीं लग पाया है। अब थाना के सिंघम अपनी बुलेट तलाशते फिर रहे हैं चोर हैं कि उनके हाथ नहीं लग रहे हैं। पुलिस की सारी सख्ती की पोल चोरों ने खोल दी है।
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इनके करेजे को मिली ठंडक
रीवा में लगातार गाडिय़ों की चोरियां हो रही है। पुलिस थाना में शिकायत लेकर पहुंचने वालों को पुलिस से किसी तरह की मदद नहीं मिलती। पुलिस गाडिय़ों की चोरियों के मामले में हाथ खड़ा कर देती है। कई लोग चोरी गई गाडिय़ों की तलाश में अब भी भटक रहे हैं। अब ऐसे लोगों के करेजे में कम से कम ठंडक तो पहुंची ही होगी। अब पुलिस वालों को भी गाड़ी के चोरी होने का अहसास हो रहा होगा। जब मेहनत की कमाई कोई चुरा ले जाता है तब कितना कष्ट होता है इसका अहसास पुलिस को चोरों ने करा ही दिया।