पायलट तैयार करेगी यह कंपनी, पहली मर्तबा फ्लाइंग स्कूल खोलने जा रहा है यह ग्रुप
एअर इंडिया एअर लाइन संचालित करने वाला टाटा ग्रुप अब भारत में अपना पहला फ्लाइंग स्कूल भी खोलने जा रही है। इस फ्लाइंग स्कूल से हर साल 180 पायलटों को तैयार किया जाएगा। यह एकेडमी एअर इंडिया महाराष्ट्र के अमरावती में खोलने जा रही है।
महाराष्ट्र के अमरावती में टाटा ग्रुप खोलेगी फ्लाइंग स्कूल
मुंबई। टाटा ग्रुप की एयरलाइन एअर इंडिया भारत में अपना पहला फ्लाइंग स्कूल ओपन करने जा रही है। एअर इंडिया का यह फ्लाइंग स्कूल महाराष्ट्र के अमरावती में ओपन किया जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार एयरलाइन पायलटों की अनुमानित कमी को दूर करने के लिए ये फ्लाइंग स्कूल ओपन कर रही है। इस फ्लाइंग एकेडमी की हर साल 180 पायलटों को ट्रेनिंग देने की कैपेसिटी होगी।एअर इंडिया एकेडमी में बिना किसी फ्लाइंग एक्सपीरियंस वाले एसपायरिंग पायलेट्स को भी ट्रेनिंग दी जाएगी। सभी ट्रेनिंग स्टेजेस पूरी होने के बाद इन पायलेट्स को एअर इंडिया के कॉकपिट में डायरेक्ट एंट्री मिल सकेगी। एयरलाइन ने अपनी ट्रेनिंग फ्लीट के लिए अमेरिकी कंपनी पाइपर और यूरोपीयन मैन्युफैक्चरर डायमंड से लगभग 30 सिंगल-इंजन और चार मल्टी-इंजन वाले एयरक्राफ्ट्स को सिलेक्ट किया है। पायलेट्स को लाइसेंस के लिए इनिशियल ट्रेनिंग पूरी करनी होती है
एविएशन ट्रेनिंग रेगुलेशन के अनुसार एसपायरिंग पायलेट्स को लाइसेंस प्राप्त करने के लिए पहले इनिशियल ट्रेनिंग पूरी करनी होती है। एयरबस ए320 या बोइंग 737 जैसे स्पेसिफिक एयरक्राफ्ट टाइप को ऑपरेट करने और जरूरी लाइसेंस एंडोर्समेंट हासिल करने के लिए टाइप-रेटेड ट्रेनिंग जरूरी होती है। इन एंडोर्समेंट को बनाए रखने के लिए पायलटों को हर साल रिकरेंट ट्रेनिंग से गुजरना होता है।
कमर्शियल पायलट ट्रेनिंग को बढ़ावा देने प्रोत्साहित कर रही सरकार
भारत सरकार देश में कॉमर्शियल पायलट ट्रेनिंग को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय रूप से प्रोत्साहित कर रही है क्योंकि वर्तमान में 40 प्रतिशत से ज्यादा स्टूडेंट्स विदेश में ट्रेनिंग लेने जाते हैं, जिसकी कॉस्ट 1.5-2 करोड़ रुपए तक होती है।
टाटा ग्रुप का फ्लाइंग स्कूल इंटरनल जरूरतों पर फोकस करेगा
टाटा ग्रुप का नया फ्लाइंग स्कूल शुरू में इंटरनल जरूरतों को पूरा करने पर फोकस करेगा। एयरबस और अमेरिका की एल3 हैरिस के कोलैबोरेशन से एयरलाइन ने गुडग़ांव में अपनी खुद की ट्रेनिंग फैसेलिटी को स्थापित किया है। इस फैसेलिटी में पायलटों को टाइप-रेटेड और रिकरेंट ट्रेनिंग प्रोवाइड करने के लिए छह सिम्युलेटर्स हैं।