कैंसर का कारण बनती है यह मछली फिर भी धड़ल्ले से बिक रही थी, पुलिस ने रेड मार कर पकड़ी 19 क्विंटल

रीवा में एक प्रतिबंधित मछली का का जमकर विक्रय हो रहा था। चोरी छिपे इस मछली को बेचा जा रहा था। इसकी शिकायत पुलिस और मत्स्य विभाग से हुई। दोनों विभाग ने छापामार कार्रवाई कर करीब 19 क्विंटल प्रतिबंधित मछली की खेप पकड़ी है।

कैंसर का कारण बनती है यह मछली फिर भी धड़ल्ले से बिक रही थी, पुलिस ने रेड मार कर पकड़ी 19 क्विंटल

विभाग ने गुढ़ में की कार्रवाई, लाखों की थी मछली
रीवा। मांगुर मछली के पालन और विक्रय पर प्रतिबंध है। इसके बाद भी अधिक लाभ के चक्कर में लोगों की सेहत से खिलवा मत्स्य विभाग ने सूचना मिलने के बाद शनिवार को गुढ़ थाना क्षेत्र में एक व्यापारी के यहां सुबह पांच बजे छापेमार कार्यवाही करते हुए लगभग 19 क्विंटल मछलियां जब्त की है। जानकारी के अनुसार स्थानीय निवासी द्वारा तालाब में लम्बे समय से मांगुर मछली का पालन और विक्रय किया जा रहा था। मत्स्य विभाग सहायक उप संचालक के नेतृत्व में गुढ़ पुलिस के साथ मिलकर ये संयुक्त कार्यवाही की गई है। बताया गया कि जब्त की गई मछलियों को नष्ट करने की कार्यवाही की गई है। इस कार्रवाई में मत्सयोद्योग विभाग की असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ.अंजना सिंह, गुढ़ तहसील के नायब तहसीलदार व गुढ़ पुलिस की टीम शामिल रही।


अधिक फायदे की फेर में कर रहे थे व्यापार
जानकारी दी गई कि गुढ़ स्थित काजल ट्रेडर्स के संचालक पिंकू जायसवाल द्वारा बड़े स्तर पर मांगुर मछली पालन व विक्रय का कार्य किया जा रहा था। जिस पर कार्रवाई की गई है। बताया जाता है कि ये मछली 4 महीने में ढाई से तीन किलो तक तैयार हो जाती है। इस मछली में 80 फीसदी लेड एवं आयरन के तत्व पाए जाते हैं, जिससे कैंसर होने का खतरा रहता है।