यह भी हद है: लोगों को जांच रिपोर्ट तक नहीं मिली और सब को फिट भी कर दिया स्वास्थ्य विभाग

रीवा में चुनाव के पहले बृहद जांच शिविर का आयोजन किया गया। जगह जगह सेम्पल कलेक्शन हुए। 2 लाख लोगों का जांच का लक्ष्य रखा गया। इस जांच की रिपोर्ट ही लोगों को नहीं मिली और अब कलेक्टर की समीक्षा में स्वास्थ्य विभाग आंकड़े गिना रहा है। इतना ही नहीं बिना जांच रिपोर्ट मिले ही मरीजों को चिन्हांकित कर इलाज भी करा रहा है। कहीं यह जांच के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा तो नहीं कर दिया गया। पहले कलेक्टर को इसकी जांच करानी चाहिए फिर समीक्षा करनी चाहिए।

यह भी हद है: लोगों को जांच रिपोर्ट तक नहीं मिली और सब को फिट भी कर दिया स्वास्थ्य विभाग

कलेक्टर ने स्वस्थ रीवा-समृद्ध रीवा अभियान की समीक्षा की
रीवा। कलेक्ट्रेट के बाणसागर सभागार में अभियान की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। समीक्षा बैठक में बताया गया कि उप मुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र शुक्ल की विशेष पहल पर जिले भर में स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया। इन शिविरों में कुल 50214 व्यक्तियों के स्वास्थ्य की जाँच का दावा स्वास्थ्य विभाग कर रहा है। इसमें 20650 पुरुष तथा 29564 महिलाएं शामिल किए गए। बैठक में कलेक्टर प्रतिभा पाल ने कहा कि स्वास्थ्य शिविरों में चिन्हित सभी रोगियों को समुचित उपचार की व्यवस्था करें साथ ही इसका लगातार फॉलोअप करें। शिविर में सीवियर एनीमिया, हृदय रोग, डायबिटीज तथा किडनी के रोगों से पीडि़तों की जाँच की गई थी। इस जांच की रिपोर्ट ही लोगों को नहीं मिली। ऐसे में लोगों को बीमारियों का भी पता नहीं चल पाया। करोड़ों रुपए की जांच शिविर का कोई औचित्य ही नहीं निकला।
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बिना रिपोर्ट के ही मरीज भी चिन्हित कर लिए
हद तो यह है कि मरीजों को जांच रिपोर्ट मोबाइल में भेजने की बात कही गई थी। लोगों की रिपोर्ट जांच केन्द्रों में भी नहीं मिली। मोबाइल पर कोई मैसेज ही नहीं आया। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने जांच रिपोर्ट के आधार पर मरीज भी तय कर दिए। इनमें सीवियर एनीमिया से 479, माड्रेट एनीमिया 2356, डायबिटीज से 1591, हाइपर कोलेस्ट्रीनिया से 2336, किडनी रोगों से 2492 तथा विटामिन डी की कमी से 17576 पीडि़त पाए गए। इतना ही नहीं इन मरीजों का स्वास्थ्य विभाग ने इलाज भी शुरू कर दिया। यह आंकड़े झूठ का पुलिंदा प्रतीत हो रहे हैं।
कलेक्टर ने मांगी फालोअप रिपोर्ट
कलेक्टर ने कहा कि इन सभी रोगियों को शिविर के बाद जिला तथा विकासखण्ड स्तर पर उपचार की सुविधा दी गई थी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी इनका फॉलोअप लेकर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। विशेष शिविरों में 28085 व्यक्ति विभिन्न रोगों से पीडि़त तथा विटामिन डी एवं थायराइड की कमी वाले पाए गए थे। इन सबकी फॉलोअप रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इसी तरह वृहद कैंसर शिविर में रीवा जिले के 40 संभावित कैंसर रोगी पाए गए थे। इनमें से 23 स्तन कैंसर तथा 17 मुख कैंसर से पीडि़त थे। इनमें से 17 का भी विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है। शेष रोगियों के संबंध में भी रिपोर्ट प्रस्तुत करें। स्वास्थ्य शिविर से बड़ी संख्या में लोग लाभान्वित हुए हैं। इन शिविरों के पुन: आयोजन की भी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तैयारियाँ कर लें।
मरीज जांच के बाद ठीक भी होने लगे
बैठक में डॉ संजीव शुक्ला ने बताया कि वृहद जाँच शिविर में चिन्हित रोगियों को समुचित उपचार दिया जा रहा है। सीवियर एनीमिया से पीडि़त 479 में से 215 व्यक्ति उपचार के बाद सामान्य हो गए हैं। शेष को उपचार सहायता दी जा रही है। माइल्ड एनीमिया से 9494 व्यक्ति पीडि़त थे। जिन्हें आवश्यक दवाएं तथा पोषक आहार देने के बाद 4688 सामान्य हो गए हैं। इनमें से 3634 को दवाएं दी जा रही हैं। विटामिन डी की कमी के 17576 रोगियों में से आवश्यक उपचार के बाद 7869 सामान्य हो गए हैं। अभी 7578 को दवाएं दी जा रही हैं। इसी तरह अन्य रोगों से पीडि़त व्यक्तियों को भी निरंतर उपचार सहायता देकर उनकी सतत निगरानी की जा रही है। कैंसर शिविर में चिन्हित 12 रोगी अब सामान्य हो गए हैं तथा 17 का विभिन्न अस्पतालों में उपचार किया जा रहा है। बैठक में डॉ सुनील अग्निहोत्री ने स्वास्थ्य शिविर में जाँच तथा उपचार की विकासखण्डवार जानकारी दी। बैठक में डॉ नीरा मराठी, मेडिकल ऑफिसर डॉ अतुल तिवारी एवं सभी बीएमओ उपस्थित रहे।