मप्र में तीन लोकसेवक हुए ट्रेप: डीपीसी 1 लाख लेते पकड़ाई, आरआई 40 हजार और पटवारी 1 हजार लेते धरे गए

शुक्रवार को रिश्वत लेने वाले लोक सेवकों के लिए बुरा दिन रहा। एक ही दिन में मप्र में तीन लोक सेवकों को रिश्वत लेते लोकायुक्त ने ट्रैप किया। इंदौर की डीपीसी को 1 लाख, राजस्व निरीक्षक को 40 हजार और सतना में पटवारी को एक हजार की रिश्वत लेते ट्रैप किया गया। तीनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है।

मप्र में तीन लोकसेवक हुए ट्रेप: डीपीसी 1 लाख लेते पकड़ाई, आरआई 40 हजार और पटवारी 1 हजार लेते धरे गए

केस नंबर 1
डीपीसी ब्लैकमेलिंग को सेटल करने मांगी थी 10 लाख
इंदौर में संचालित एमपी पब्लिक स्कूल अशोक नगर और एमपी किड्स स्कूल अंजली नगर हैं। इनके दोनों ही स्कू शासन से विधिक मान्यता प्राप्त हैं। वर्ष 2019-20 से 2023-24 तक विधिक मान्यता के साथ इनके छात्र, छात्राओं का 5वीं, 8वीं बोर्ड परीक्षा में सम्मलित कराया गया था। इसके बाद आरटीआई से जिला परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केन्द्र इंदौर श्रीमती सुशीला मेरावी के कार्याय से सूचना के अधिकार के तहत देनों ही स्कूलों के छात्रों की पांचवी, आठवीं की परीक्षा में सम्मलित होने के संबंध में जानकारी मांगी गई। स्कूल संचालक दिलीप बुधानी को ब्लैकमेल किया गया। दोनों स्कूलों की मान्यता समाप्त करने के लिए ब्लैकमेल किया गया। इसके नाम पर डीपीसी ने 10 लाख रुपए की मांग की। इसकी शिकायत संचालक ने लोकायुक्त से की। एसपी लोकायुक्त राजेश सहाय ने शिकायत का सत्यापन कराया। इसके बाद मामला 4 लाख में फाइनल हुआ। 18 अक्टूबर को डीपीसी को पहली किश्त के रूप में 1 लाख रुपए देने के लिए स्कूल संचालक को भेजा गया। 1 लाख रुपए रिश्वत लेते लोकायुक्त टीम ने डीपीसी को उनके कार्यालय में ही धरदबोचा।


केस नंबर 2
जमीन से कब्जा हटाने के लिए आरआई ने मांगे थे 1.5 लाख
इंदौर के देपालपुर तहसील के ग्राम उजालिया निवासी 46 वर्षीय भगवान पिता मथुरालाल कुमावत ने लोकायुक्त एसपी इंदौर के पास एक शिकायत दर्ज की। शिकयत में कहा कि गांव में सर्वे क्रमांक 135 रकवा 0.437 हेक्टेयर की भूमि उनके व अन्य के नाम से दर्ज है। इस भूम िपर ग्राम उजालिया के अन्य लोगों ने अवैधस कब्जा कर लिए जाने का न्यायालय तहसीलदार देपालपुर में 26 सितंबर 2024 को आदेश पारित कर कब्जा हटाने का आदेश दिया गया है। राजस्व निरीक्षक और पटवारी को आदेश का पालन कराने के निर्देश दिए गए हैं। राजस्व निरीक्षक नरेश बिवालकर तहसील देपालपुर ने कब्जा दिलाने के बदले शिकायतकर्ता से डेढ़ लाख रुप की मांग की। 70 हजार रुपए पहले ले लिए गए। इसके बाद शेष 80 हजार रुपए की मांग की जा रही थी। शिकायत के बाद एसपी लोकायुक्त ने सत्यापन कराया। जांच सही पाई गई। शुक्रवार को 40 हजार रुपए रिश्वत लेते लोकायुक्त ने आरआई को धरदबोचा।


केस नंबर 3
पटवारी ने ऋण पुस्तिका बनाने के लिए 1 हजार मांगे थे
जमीन का वारिसाना होने के बाद पटवारी द्वारा ऋणपुस्तिका बनाने की एवज में रिश्वत की डिमांड की गई। पीडि़त की शिकायत के बाद लोकायुक्त टीम ने मामले का सत्यापन करवाया। जिसके बाद एक हजार रुपए रिश्वत लेते पटवारी रंगे हाथ पकड़ा गया। आरोपी पटवारी सुरेश कुमार साकेत पटवारी हल्का नंबर 34 कृष्णगढ़ तहसील रामपुर बाघेलान जिला सतना में पदस्थ है। मामले की शिकायत कृष्णगढ़ चिल्हारी निवासी रामनाथ प्रजापति ने रीवा लोकायुक्त से की थी। लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल सिंह धाकड़ ने बताया कि पीडि़त फरियादी ने शिकायत दर्ज की थी। जमीन का वारिसाना उतारने के बाद वह ऋण पुस्तिका बनवाने के लिए चक्कर काट रहा था। पटवारी ने रिश्वत की मांग कर रहा था। शिकायत का सत्यापन करवाने के बाद लोकायुक्त की 12 सदस्यीय टीम ने रामपुर बाघेलान में स्थित मुन्नू साइकिल स्टोर में पटवारी को रिश्वत लेते ट्रैप किया।