पुतली बहाने गईं थी तीन बहने, पैर फिसला और पानी में जा समाईं हो गई मौत
गोविंदगढ़ थाना अंतर्गत तमरा गांव में हृदय विदारक घटना घट गई। नागपंचमी के दिन पुतलियां बहाने गई एक ही परिवार की तीन बच्चियां गड्ढे में डूब गई। तीनों की डूबने से मौत हो गई। मौके पर पहुंची गोविंदगढ़ पुलिस ने पंचनामा बनाने के बाद शव को पीएम के लिए अस्पताल भिजवा दिया है।
गोविंदगढ़ थाना अंतर्गत तमरा गांव की घटना, गांव में छाया मातम
घर के पीछे ही खुदा हुआ था टैंक और भरा था पानी
रीवा। मिली जनकारी के अनुसार गोविंदगढ़ थाना अंतर्गत तमरा की घटना बताई जा रही है। तीनों बच्चिां रजक परिवार की बताई जा रही हैं। घर के पास ही सैप्टिक टैंक का गड्ढा कई महीनों से खुदा हुआ था। इसमें बारिश का पानी भर गया था। तीन बच्चियां शाम को नागपंचमी के दिन गड्ढे में ही पुतलियं बहाने गईं थी। उनके साथ कोई बड़ा व्यक्ति नहीं था। पुतली बहाने के दौरान ही बच्चियों का पैर फिसला और वह तीनों गड्ढे में गिर गईं। मौके पर कोई मौजूद भी नहीं था जो उन्हें बचा पाता। तीनों की डूबने से मौत हो गई। आसपास के लोगों ने जब बच्चिों को टैंक में डूबे हुए देखा तो हल्ला मचा। लोगों ने किसी तरह से तीनों को बाहर निकाला। तीनों की जान जा चुकी थी। तुरंत इसकी सूचना गोविंदगढ़ पुलिस को दी गई। गोविंदगढ़ थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने तीनों बच्चिों के शव को पंचनामा तैयार कर कब्जे में लिया। पानी में जिन बच्चिों की डूबने से मौत हुई है उनके नाम सोहानी की उम्र 9 साल, जान्वी की 6 साल और तान्वी रजक की उम्र 7 साल है। उनके पिता का नाम राजकुमार हैं। तीनों सगी बहनें हैं। इसके बाद मर्ग कायम कर शव को पीएम के लिए अस्पताल भेज दिया है। गावं के लोगों ने बताया कि राजू रजक नाम के व्यक्ति ने ही कुछ महीने पहले नया घर बनावाया था। घर के पास ही टैंक खुदवाया था। दो तीन महीने से टैंक खुदा हुआ था। उसे कवर नहीं किया गया था। उसमें पानी भर गया था। इसी टैंक में बच्चियां डूब गईं।