लाखों की लकडिय़ों की हो रही थी तस्करी, वन विभाग ने मारी रेड, ट्रक और ट्रैक्टर पकड़े गए
वन विभाग ने लकडिय़ों की अवैध तस्करी का बड़ा भांडाफोड़ किया है। मऊगंज और सोहागी में एक ट्रैक्टर और ट्रक को लकडिय़ों के साथ पकड़ा है। वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।
रीवा। यूपी सीमा से सटे वन क्षेत्रों में वनमाफिया सक्रिय हैं। रात होते ही यहां अवैध लकडिय़ों की कटाई और परिवहन धड़ल्ले से शुरू हो जाता है। आचार संहिता लगी है। ऐसे में वनकर्मी चुनाव में व्यवस्त हैं। इसका फायदा उठाकर लकडिय़ों की तस्करी की कोशिश की जा रही थी। इस कोशिश को वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों ने नाकाम कर दिया है। मऊगंज परिक्षेत्र अंतर्गत बिना परिवहन अनुज्ञा पत्र के सेमल और नीलगिरी की लकडिय़ों की तस्करी की जा रही थी। ट्रक में लकडिय़ां लोड कर परिवहन किया जा रहा था। इसी दौरान सूचना मिलने पर परिक्षेत्र अधिकारी नयन तिवारी, परिक्षेत्र सहायक भैयालाल तिवारी, वन रक्षक संदीप कुमार पटेल, दिनेश पटेल, भुवनेश्वर मिश्रा ने रेड मार दी। ट्रक को पकड़ लिया। ट्रक पूरी तरह से लकडिय़ों से लदा हुआ था। ड्राइवर ने पर्याप्त दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराया तो उसे जब्त कर लिया गया है। वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।
ट्रैक्टर में लोड थी सिस्सू की लकड़ी, चाकघाट की टीम ने पकड़ी
बुधवार की रात में एक ट्रैक्टर जब्त किया गया है। सोहागी के पास से एक गांव से बिना टीपी के सिस्सू की लकड़ी त्योंथर आरा मिल ले जाई जा रही थी। जांच के दौरान कोई भी दस्तावेज नहीं मिले। टीम ने इसे जब्त करलिया है। कार्रवाई के दौरान चाकघाट परिक्षेत्र अधिकारी राजकुमार यादव मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि त्योंथर के आगे आरा मशीन ले जा रहे थे। इमारती लकड़ी ट्रैक्टर में लोड थी। ड्राइवर पकड़ में आया है। लकड़ी रक्सहा गांव से ले जाई जा रही थी। लकड़ी जब्त कर वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।
कुएं में गिर गया था सियार, वनकर्मियों ने बचाई जान
पानी की तलाश में भटकते हुए एक शियार जंगल से भटकते हुए गांव पहुंच गया और कुएं में गिर गया। इसकी जानकारी गांव वालों को हुई तो वन विभाग को सूचना दी। वन विभाग के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंच कर रेस्क्यू किया। सियार को कुएं से सुरक्षित बाहर निकाला और जंगल में छोड़ दिया।जानकारी के अनुसार रीवा वन मंडल अंतर्गत घटना गढ़ परिक्षेत्र की है। यहां गुढ़ के पडेरुआ गांव में एक कुएं में सुबह जब लोग पहुंचे तो नीचे सियार गिरा हुआ दिखा। वह बाहर निकलने की जद्दोजद कर रहा था। इसकी सूचना तत्काल गांव के लोगों ने वन रक्षक आशुतोष पाण्डेय, राजमणि शुक्ला और अखिलेश पटेल को दी। मौके पर पहुंच वनकर्मियों ने रेस्क्यू अभियान चलाया। चंद घंटों में लोगों की मदद से सियार को कुएं से बाहर निकाल लिया। सियार पूरी तरह से स्वस्थ्य था। स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद सियार को जंगल में छोड़ दिया गया।