डीन कार्यालय में धूल फांक रही समयमान-वेतनमान की फाइल

श्याम शाह मेडिकल कॉलेज की सुस्त चाल कर्मचारियों की परेशानी की वजह बन गया है। नर्सिंग स्टाफ से लेकर पैरामेडिकल स्टाफ तक का समयमान वेतनमान की फाइल क ई महीनों से डीन कार्यालय में डम्प है। इस पर फैसला अभी तक नहीं हो पाया है। अधीक्षक कार्यालय से इस मामले में कई मर्तबा रिमाइंडर भेजा जा चुका है। फिर भी डीन ऑफिस के कर्मचारी कोई एक्शन नहीं ले रहे हैं। फाइल दबा कर बैठे हैं

डीन कार्यालय में धूल फांक रही समयमान-वेतनमान की फाइल
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अधीक्षक कार्यालय से कई बार भेजा जा चुका है प्रस्ताव

नर्सिंग आफिसर से लेकर पैरामेडिकल स्टाफ तक परेशान

रीवा। श्यामशाह चिकित्सा महाविद्यालय में बाबूराज है। यहां के चिकित्सा अधिकारी और लिपिक कर्मचारियों को बेवजह परेशान करने में आमादा हैं। ताजा मामला नर्सिंग आॅफिसर, पैरामेडिकल स्टाफ और रेडियोग्राफरों से जुड़ा है। डीन कार्यालय में इनके समयमान-वेतनमान की फाइल कई माह से धूल फांक रही है। लेकिन अमल नहीं हो पा रहा है। खास बात यह है कि अधीक्षक कार्यालय से इस संबंध में ना सिर्फ प्रस्ताव भेजा जा चुका है, बल्कि कई बार पत्राचार भी किया गया है। लेकिन अब तक निराकरण नहीं किया गया है।

बताया जा रहा है कि गांधी मेमोरियल अस्पताल में पदस्थ नर्सिंग आफिसर, पैरामेडिकल स्टाफ व रेडियाग्राफर समेत अन्य कर्मचारियों को समयमान-वेतनमान दिया जाना है। इसके लिये 10, 20 व 30 वर्ष का सेवाकाल पूरा करने वाले कर्मचारियों का डाटा तैयार किया गया है। अधीक्षक की ओर से पूरी जानकारी बना कर प्रस्ताव 16 जनवरी 2023 को डीन कार्यालय में भेजा जा चुका है। साथ ही कर्मचारियों की गोपनीय चरित्रावली भी संलग्न की गई है। लेकिन अभी तक इस पर अमल नहीं किया गया है। जिसके चलते नर्सिंग आफिसर व पैरामेडिकल स्टाफ परेशान है।

इन हाऊस प्रमोशन भी अटका

नर्सिंग आफिसरों का सीनियर नर्सिंग आफिसर पद पर प्रमोशन का मामला भी डीन कार्यालय में अटका हुआ है। बताया गया है कि करीब एक वर्ष पूर्व मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने आवेदन मंगाया था। कई नर्सिंग आफिसरों ने आवेदन भी दिया, लेकिन अभी तक प्रमोशन नहीं हो सका है। इस संबंध में कई बार नर्सिंग एसोसिएशन की ओर से डीन को ज्ञापन भी सौंपा जा चुका है।