22 साल के बेटे को बचाने पिता ने कर दिया अपना यह अंग दान और सुपर स्पेशलिटी के डॉक्टरों ने कर दिया ट्रांसप्लांट

सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में सोमवार को फिर एक किडनी ट्रांसप्लांट कर नया कीर्तिमान रचा गया। 6 घंटे आपरेशन चला। बेटे को नया जीवन देने पिता ने अपनी किडनी डोनेट की। फिलहाल आपरेशन के बाद बेटे और पिता को डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है।

22 साल के बेटे को बचाने पिता ने कर दिया अपना यह अंग दान और सुपर स्पेशलिटी के डॉक्टरों ने कर दिया ट्रांसप्लांट
file photo

6 घंटे आपरेशन कर पिता की किडनी ट्रांसप्लांट की गई
सतना जिला के रामपुर बघेलान का है मरीज

रीवा। ज्ञात हो कि सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ने किडनी ट्रांसप्लांट कर नया इतिहास रच दिया था। यही वजह है कि अब यहां किडनी ट्रांसप्लांट रेग्युलर कर दिया गया है। अब हर महीने एक ट्रांसप्लांट का लक्ष्य रखा गया है। इसी के तहत सोमवार को दूसरा किडनी ट्रांसप्लांट किया गया। इस मर्तबा किडनी ट्रांसप्लांट के लिए 22 साल के एक युवक को आपरेशन थिएटर में लिया गया। युवक की उम्र कम है और उसकी दोनों किडनी एक बीमारी के कारण खराब हो गईं थी। युवक का बाहर इलाज महंगा था। इसके कारण परिजन बाहर इलाज नहीं किडनी ट्रांसप्लांट नहीं करा पा रहे थे। सुपर स्पेशलिटी में सफल आपरेशन की जानकारी मिलने के बाद परिजनों ने प्रबंधन से संपर्क करना शुरू किया। काउंसलिंग के बाद डोनर के रूप में पिता और रिसीवर बेटे की खून की जांच कराई गई। अन्य जरूरी जांचे करने की प्रक्रिय पूरी की गई। सारी जांच के बाद 27 मई का दिन आपरेशन के लिए तय किया गया। सुबह 8.30 बजे पिता और बेटे दोनों को आपरेशन थिएटर में लिया गया। ढ़ाई घंटे पहले पिता का आपरेशन कर किडनी निकाली गई। इसके बाद साढ़े तीन घंटे ट्रांसप्लांट में समय लगा। ढ़ाई बजे आपरेशन खत्म हुआ। आपरेशन के बाद दोनों को आईसीयू में रखा गया है। फिलहाल डॉक्टरों की निगरानी में मरीज को 10 दिनों तक रखा जाएगा।
यह टीम आपरेशन में रही शामिल
किडनी ट्रांसप्लांट में यूरोलॉजी विभाग के दो सर्जन, नेफ्रोलॉजिस्ट, 3 एनेस्थीसिया स्पेशलिस्ट, जेआर, एसआर टीम, सिस्टर और सपोॢटंग स्टाफ शामिल थे। इसके अलावा बाहर से भी स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को बुलाया था। यह वही स्पेशलिस्ट हैं। जिनकी मदद से पहला आपरेशन करने में सुपर स्पेशलिटी को सफलता मिली थी।
इस बीमारी के कारण खराब हो गईं थी किडनियां
आईजीईनेफ्टो पैथी बीमारी के कारण युवक की दोनों किडनी खराब हो गई थी। प्रतिरोधक क्षमता किडनी की कम होने लगी थी। आम तौर पर किडनी सुगर और दवाइयों के साइड इफेक्ट के कारण ही खराब होती हैं। लेकिन युवक को बीमारी ने अपनी चपेट में ले लिया था। दोनों किडनी धीरे धीरे खराब हो गईं थी। आपरेशन के बाद अब डॉक्टरों की निगरानी में ही मरीज को रहना पड़ेगा।
------------------
दूसरा किडनी ट्रांसप्लांट किया गया है। 22 वर्षीय युवक को किडनी ट्रांसप्लांट किया गया है। डोनर युवक के पिता थे। सुबह 8.30 बजे आपरेशन शुरू किया गया। फिलहाल मरीजों को निगरानी में रखा गया है।
डॉ पुष्पेन्द्र शुक्ला
यूरो सर्जन, सुपर स्पेशलिटी अस्पताल रीवा